लखनऊ विश्वविद्यालय : पांच शिक्षक वैश्विक शीर्ष वैज्ञानिकों में शामिल,अमेरिका की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी की रैंकिंग में बनाई जगह

पांच शिक्षक वैश्विक शीर्ष वैज्ञानिकों में शामिल,अमेरिका की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी की रैंकिंग में बनाई जगह
UPT | Lucknow University

Sep 18, 2024 16:29

लखनऊ विश्वविद्यालय के शिक्षकों को संयुक्त राज्य अमेरिका के स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय की जारी किए गए विश्व डेटाबेस में शीर्ष दो प्रतिशत वैज्ञानिकों की सूची में स्थान दिया गया है। यह सूची विश्वभर के वैज्ञानिकों के शोध कार्यों और उनके योगदान के आधार पर तैयार की जाती है।

Sep 18, 2024 16:29

Lucknow News : लखनऊ विश्वविद्यालय के पांच प्रतिष्ठित शिक्षकों ने वैश्विक स्तर पर एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है। इन शिक्षकों को संयुक्त राज्य अमेरिका के स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय की जारी किए गए विश्व डेटाबेस में शीर्ष दो प्रतिशत वैज्ञानिकों की सूची में स्थान दिया गया है। यह सूची विश्वभर के वैज्ञानिकों के शोध कार्यों और उनके योगदान के आधार पर तैयार की जाती है, जिसमें इन शिक्षकों ने अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से जगह बनाई है।

भौतिकी और रसायन विज्ञान विभाग का जलवा
स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय की जारी इस सूची में लखनऊ विश्वविद्यालय के भौतिकी विभाग से प्रोफेसर अमृतांशु शुक्ला, डॉ. सीआर गौतम और डॉ. रोली वर्मा को शामिल किया गया है। वहीं, रसायन विज्ञान विभाग से प्रोफेसर अभिनव कुमार और डॉ. विनोद कुमार वशिष्ठ को भी इस सूची में स्थान मिला है। इन सभी शिक्षकों ने अपने-अपने क्षेत्रों में उत्कृष्ट शोध कार्य किए हैं, जिनका अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफी महत्व है।

लगातार पांचवीं बार प्रो. अमृतांशु का नाम
लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रवक्ता प्रोफेसर दुर्गेश श्रीवास्तव ने बताया कि प्रोफेसर अमृतांशु शुक्ला ने लगातार पांचवी बार इस वैश्विक सूची में स्थान प्राप्त किया है। प्रो. शुक्ला का शोध सैद्धांतिक परमाणु भौतिकी और तापीय ऊर्जा भंडारण के क्षेत्र में अत्यधिक सराहनीय रहा है। अब तक उनके दो सौ से अधिक शोध पत्र प्रकाशित हो चुके हैं, जिनमें से लगभग 75 शोध पत्र अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं में प्रकाशित हुए हैं। इसके अलावा, उन्होंने दस किताबें भी लिखी हैं, जो प्रमुख अंतरराष्ट्रीय प्रकाशकों द्वारा प्रकाशित की गई हैं। प्रो. शुक्ला का शोध कार्य उर्जा भंडारण के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देता है, जो भविष्य में कई वैज्ञानिक अनुप्रयोगों के लिए उपयोगी हो सकता है।

डॉ. सीआर गौतम-डॉ. रोली वर्मा के अद्वितीय शोध
डॉ. सीआर गौतम सिरेमिक सामग्री के क्षेत्र में विशेषज्ञता रखते हैं। उन्होंने बायोमेडिकल क्षेत्र के लिए नई सामग्री विकसित की है, जिसका उपयोग दंत चिकित्सा और अस्थि प्रत्यारोपण में किया जाता है। उनका शोध कार्य जैविक अनुप्रयोगों के क्षेत्र में क्रांतिकारी साबित हुआ है। वहीं डॉ. रोली वर्मा ने प्लास्मोनिक और फोटोनिक नैनोस्ट्रक्चर और फिल्मों पर आधारित ऑप्टिकल सेंसरों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनके शोध का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य में सुधार लाना है। उनके शोध ने उन्हें वैज्ञानिक समुदाय में एक अलग पहचान दिलाई है, और वे इस सूची में लगातार तीसरी बार शामिल हुई हैं।

प्रोफेसर अभिनव-डॉ. वशिष्ठ का योगदान
रसायन विज्ञान विभाग से प्रोफेसर अभिनव कुमार का शोध कार्य संक्रमणकालीन धातुओं, पॉलिमर, धातु-कार्बनिक संरचनाओं और डाई-सेंसिटाइज्ड सोलर सेल्स के क्षेत्र में रहा है। उनके शोध के कई उपयोग हैं, जिनमें दवा निर्माण और ऊर्जा क्षेत्र में विशेष योगदान दिया जा रहा है। प्रो. अभिनव चौथी बार इस सूची में शामिल हुए हैं। डॉ. विनोद कुमार वशिष्ठ,जो पर्यावरण विज्ञान के विशेषज्ञ हैं,ने पृथक्करण विज्ञान,मैक्रोसाइक्लिक कॉम्प्लेक्स और बायोएनालिटिकल रसायन विज्ञान के क्षेत्र में अपने शोध से विशेष ख्याति अर्जित की है। उनका शोध पर्यावरण संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण साबित हुआ है।

कुलपति ने दी बधाई
लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय ने इन शिक्षकों को इस प्रतिष्ठित सूची में स्थान पाने पर बधाई दी और कहा कि यह विश्वविद्यालय के लिए गर्व का विषय है। उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि न केवल इन शिक्षकों की व्यक्तिगत सफलता है, बल्कि लखनऊ विश्वविद्यालय की शैक्षणिक गुणवत्ता और शोध कार्यों की उत्कृष्टता का भी प्रमाण है।

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