पल्लवी पटेल ने सोमवार को पॉलीटेक्निक संस्थानों में विभागाध्यक्ष के पदों पर पदोन्नति में अनियमितता का आरोप लगाकर इस पर चर्चा कराने की मांग की। लेकिन विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने उनकी मांग को नियमों का हवाला देकर खारिज कर दिया।
MLA पल्लवी पटेल ने समाप्त किया धरना : संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना ने मनाया, बोलीं-कल सदन में अपनी बात रखूंगी
Dec 16, 2024 23:25
Dec 16, 2024 23:25
क्या है पूरा मामलाLucknow News : उत्तर प्रदेश में हुए प्राविधिक शिक्षा विभाग में विभागाध्यक्ष पद पर हुए नियुक्ति में घोटाले का आरोप लगाकर धरने पर बैठीं विधायक पल्लवी पटेल ने 8 घंटे बाद धरना खत्म किया। उत्तर प्रदेश सरकार के संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने पल्लवी पटेल को मनाया और धरना खत्म कराया। pic.twitter.com/U4gqYXMNqP
— Uttar Pradesh Times (@UPTimesLive) December 16, 2024
बता दें कि पल्लवी पटेल ने सोमवार को पॉलीटेक्निक संस्थानों में विभागाध्यक्ष के पदों पर पदोन्नति में अनियमितता का आरोप लगाकर इस पर चर्चा कराने की मांग की। लेकिन विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने उनकी मांग को नियमों का हवाला देकर खारिज कर दिया। इसके बावजूद पल्लवी इस मुद्दे पर चर्चा काराने की मांग पर अड़ी रहीं। इस पर अध्यक्ष ने उन्हें बैठने या सदन से बाहर जाने की बात कही तो पल्लवी नाराज होकर बाहर चली गई और विधानभवन के सामने चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के समक्ष धरने पर बैठ गईं। पल्लवी ने एलान किया कि जब तक सरकार प्रमोशन घोटाले के मामले में कार्रवाई नहीं करेगी, तब तक उनका धरना जारी रहेगा।
विधायक पल्लवी पटेल ने कहा कि सदन के भीतर हमने लोकमहत्व से जुड़े होने को कारण इस मुद्दे पर चर्चा कराने और सरकार से कार्रवाई की मांग की थी, लेकिन मेरी बात नहीं सुनी गई। अध्यक्ष के निर्देश पर मैं बाहर आ गई। अपनी मांग को लेकर धरने पर बैठी हूं। कहा कि जब तक प्रमोशन में घोटाला करने वालों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी, जब तक मेरा धरना जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि पॉलीटेक्निक संस्थानों में नियमों को ताक पर रखकर 250 लोगों को प्रमोशन किया गया है। इसमें पिछड़ों के हक मारे गए हैं।
पैसे लेकर दिया गया प्रमोशन
विधायक ने कहा कि पॉलीटेक्निक में विभागाध्यक्ष का पद सीधी भर्ती द्वारा उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा करने का प्रावधान है, लेकिन नियमों को ताक पर रखकर 250 पदों को पदोन्नति से भर दिए गया। ऐसे में पिछड़ों को मिलने वाला आरक्षण खत्म कर दिया गया। अगर आयोग से यह सीधी भर्ती होती तो नियमानुसार पिछड़े और एससी-एसटी को आरक्षण का लाभ मिलता। पल्लवी ने आरोप लगाया कि गलत तरीके प्रमोशन पाने वाले सभी लोगों से 25-25 लाख रुपये घूस लिया गया है।
पल्लवी पटेल ने लगाया ये आरोप
पल्लवी पटेल ने कहा कि पदोन्नति में बड़ा खेल हुआ है। पदोन्नति तो पुरानी नियमावली से किया गया है, लेकिन वेतनमान नई नियमावली के मुताबिक किया गया है। यही नहीं, विभागाध्यक्ष के लिए तय शैक्षिक योग्यता की भी अनदेखी की गई है। बीटेक या डिप्लोमा डिग्रीधारी विभागाध्यक्ष नहीं हो सकते हैं। इस पद के लिए एमटेक या पीएचडी डिग्री होना जरूरी है। लेकिन प्रमोशन पाने वालों को अब 2.10 लाख रुपये का वेतनमान दिया गया है। जबकि उनकी शैक्षिक योग्यता 70 हजार रुपये वेतनमान की है। इस प्रकार प्रति विभागाध्यक्षों को 1.40 लाख रुपये अधिक वेतनमान देकर सरकारी खजाने को करीब 50 करोड़ रुपये की चपत लगाई गई है।
मैंने किसी का नाम नहीं लिया
प्रमोशन में अनियमितता के मामले में प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल के बारे में पूछे जाने पर MLA पल्लवी पटेल ने कहा कि हमने तो किसी का नाम नहीं लिया है। फिर भी 'चोर की दाढ़ी में तिनका'। उन्होंने कहा कि मंत्री खुद से विधवा विलाप कर रहे हैं तो उनके बारे में मुझे कुछ नहीं कहना है। मेरा तो सिर्फ इतना कहना है कि सरकार मामले की जांच कराके दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई करें।