पुलिस हिरासत में मौत को लेकर विधायक योगेश शुक्ला ने कहा जिस थाने का इंस्पेक्टर हो, उसी थाने में उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज हो, इससे बड़ी न्याय की मंशा और क्या हो सकती है। उन्होंने कहा कि इंस्पेक्टर पर उसी के थाने में धारा 302 का मुकदमा दर्ज किया गया है, इससे पता चल जाता है कि सरकार की क्या मंशा है।
चिनहट पुलिस कस्टडी में व्यापारी की मौत : परिजनों का मंत्री आवास पर प्रदर्शन, विधायक योगेश शुक्ला बोले- मिलेगा पूर्ण न्याय
Oct 27, 2024 16:52
Oct 27, 2024 16:52
पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे विधायक योगेश शुक्ला
बीकेटी विधायक योगेश शुक्ला रविवार को पोस्टमार्टम हाउस पहुंचकर विभवखंड गोमतीनगर निवासी मोहित पांडेय के परिजनों को आश्वस्त कराया कि योगी सरकार पूरी तरह उनके साथ है। उन्होंने परिजनों को मृतक का शव सौंपे जाने से पूर्व कहा कि परिवार को पूर्ण न्याय मिलेगा तथा यथासंभव मदद भी मुहैया करायी जाएगी। विधायक ने कहा कि जिन लोगों ने यह कृत्य किया है, उन्हें सजा मिलनी चाहिए। यह योगी सरकार है, इस सरकार में हम न्याय की उम्मीद कर सकते हैं। निश्चित तौर पर न्याय होगा।
मुख्यमंत्री से परिवार की मुलाकात का दिलाया भरोसाचिनहट थाने के लॉकअप का CCTV फुटेज होनेा का दावा, जिसमें मोहित पांडेय की हालत बिगड़ने की बात कही जा रही है।
— sanjay singh (@sanjay_media) October 27, 2024
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विधायक ने कहा न्याय के लिए प्रक्रिया का पालन करना पड़ता है। इसके लिए समय का थोड़ा इंतजार करना पड़ेगा। उन्होंने पीड़ित परिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलाने के लिए प्रयास करने की भी बात कही। विधयक ने कहा कि जो भी संभव होगा, परिवार की मदद कराई जाएगी। पुलिस हिरासत में मौत को लेकर विधायक योगेश शुक्ला ने कहा जिस थाने का इंस्पेक्टर हो, उसी थाने में उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज हो, इससे बड़ी न्याय की मंशा और क्या हो सकती है। उन्होंने कहा कि इंस्पेक्टर पर उसी के थाने में धारा 302 का मुकदमा दर्ज किया गया है, इससे पता चल जाता है कि सरकार की क्या मंशा है।
परिजनों की नाराजगी स्वाभाविक
विधायक ने कहा कि परिजनों के प्रदर्शन को लेकर कहा कि ये स्वाभाविक है और इस परिवार की पीड़ा समझी जा सकती है। किसी परिवार में अगर नौजवान या अन्य सदस्य की ऐसी परिस्थिति में मौत होती है तो उनकी नाराजगी स्वाभाविक है। इस प्रकरण को लेकर सिर्फ पीड़ित परिवार ही नहीं बल्कि पूरा क्षेत्र गमगीन है। सभी को इस घटना का कष्ट है। हम युवक को वापस तो नहीं ला सकते। लेकिन, इस बात का भरोसा दिलाते हैं कि सरकार उनके साथ हैं और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
विधायक ने डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक से कराई परिजनों की बात
विधायक ने इससे पहले मोहित के विभवखंड आवास पर जाकर भी परिजनों से मुलाकात कर उन्हें हरसंभव मदद करने और घटना की उच्चस्तरीय जांच कराकर परिवार को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया। उन्होंने पीड़ित परिवार की उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक से फोन पर बातचीत भी कराई। डिप्टी सीएम ने आश्वस्त कराया कि परिवार के साथ न्याय होगा और उन्हें यथासंभव मदद प्रदान की जाएगी।
सपा नेता पूजा शुक्ला ने किया हंगामा
इस मामले को लेकर सियासत भी तेज हो गई है। रविवार को सपा नेता पूजा शुक्ला पीड़ित परिजन से मिलने जा रही थीं। जानकारी होने पर पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की। जब वह नहीं मानीं तब महिला पुलिकर्मियों ने उन्हें हिरासत में ले लिया। इस दौरान पूजा शुक्ला ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि मेरे भाई को मार दिया। अब मेरी भी हत्या कर दो। यूपी में इसी तरह का कानून का राज है। मुझे मेरे भाई को नहीं देखने दिया जा रहा। यह प्रदेश के पूरे ब्राह्मणों के सम्मान की बात है। उन्होंने जमकर हंगामा किया।
लॉकप के भीतर के सीसीटीवी फुटेज आया सामने
इस बीच घटना की रात चिनहट थाना के लॉकप के भीतर के सीसीटीवी फुटेज भी सामने आ हैं। इसमें दिखाई दे रहा है कि एक युवक लॉकअप में किनारे लेटा है और दूसरा युवक उसकी पीठ पर मालिश कर रहा है। इसमें युवक को मोहित और मालिश करने वाले को उसका भाई शोभाराम बताया जा रहा है। इस दौरान लॉकअप में मौजूद एक अन्य व्यक्ति गेट के पास आकर बाहर खड़े पुलिसकर्मियों को युवक की खराब तबीयत का हवाला देते हुए इशारा करते नजर आ रहा है। इसके बाद वह युवक भी मोहित के पास आ जाता है। आरोप है कि मोहित की तबीयत खराब होने पर भी पुलिसकर्मी उसे देखने नहीं आए और उसकी स्थिति बिगड़ती चली गई।
मामूली विवाद में लॉकप में डाला
चिनहट पुलिस की ओर से शुरुआत से कहा जा रहा है कि मोहित की तबीयत पहले से खराब थी और उसे समय पर इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया था। वहीं परिजनों ने इसे सीधे तौर पर हत्या करार दिया है। तहरीर में मोहित की मां तपेश्वरी देवी ने आरोप लगाया है कि उनके छोटे लड़के मोहित का चिनहट के लौलाई निवासी आदेश से मामूली विवाद हो गया था। इसके बाद डायल 112 पर कॉल करने पर पुलिस आई और उनके छोटे बेटे मोहित को चिनहट थाने ले गई। बाद में जब बड़ा बेटा शोभाराम उससे मिलने गया तो पुलिस ने उस पर शराब पीने का झूठा आरोप लगाकर थाने में बंद कर दिया, जबकि दूसरे पक्ष के आदेश को छोड़ दिया गया।
लॉकअप में ही मौत का दावा
तहरीर में कहा गया है कि आदेश के चाचा नेता है और उन्होंने पुलिस पर दबाव बनाया। उन्होंने पुलिस में अपनी अच्छी पकड़ होने का भी हवाला दिया। दोनों बेटों को पहले थाने में अलग-अलग स्थान पर रखा गया। बाद में एक साथ रखने से पहले मोहित को इतना मारा कि उसकी लॉकअप में ही मौत हो गई। अगले दिन जब परिवार के लोग उससे मिलने गए तो चिनहट पुलिस ने किसी की भी मुलाकात नहीं कराई।
परिवार की मांग: मुआवजा, नौकरी और इंस्पेक्टर की बर्खास्तगी
इसके बाद दिन में लगभग एक बजे उनके बड़े बेटे शोभाराम ने फोन करके सभी को लोहिया संस्थान आने को कहा। उसने बताया कि चिनहट पुलिस ने मोहित को इतना मारा है कि उसकी मौत हो गई। इसके बाद पुलिस उसे लोहिया संस्थान लेकर आई है। तहरीर में कहा गया है कि जब परिजन लोहिया संस्थान पहुंचे तो मोहित की मौत हो चुकी थी और उसके शव के पास तक परिजनों को नहीं पहुंचने दिया गया। उन्हें शव को दूर से ही दिखाते हुए पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। परिजन प्रकरण में मुआवजा, परिवार के एक सदस्य को नौकरी और इंस्पेक्टर को बर्खास्त करने की मांग कर रहे हैं।
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