देशभर के 29 प्रमुख विधि संस्थानों की टीमें हिस्सा ले रही हैं। इनमें उत्तरांचल विश्वविद्यालय, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, क्राइस्ट विश्वविद्यालय (बैंगलोर), दिल्ली विश्वविद्यालय विधि संकाय, राजीव गांधी राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय (पंजाब), और बी.आर. अंबेडकर राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय (सोनीपत) सहित अन्य प्रतिष्ठित संस्थान शामिल हैं।
लखनऊ विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय मूट कोर्ट प्रतियोगिता : देशभर से 29 विधि संस्थानों की टीमें ले रहीं हिस्सा
Nov 15, 2024 21:45
Nov 15, 2024 21:45
कानून व्यवहार में लाने का विषय
कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए मूट कोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. राधेश्याम प्रसाद ने कहा, प्रतियोगिताएं छात्रों को तर्क और प्रस्तुतीकरण के कौशल विकसित करने का अवसर प्रदान करती हैं। उन्होंने सभी प्रतिभागियों और अतिथियों का स्वागत किया और आयोजन की सफलता में योगदान देने वालों की सराहना की। मुख्य अतिथि डॉ. राम मनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय के उपकुलपति प्रो. अमर पाल सिंह ने अपने प्रेरणादायक संबोधन में कानूनी कौशल के व्यावहारिक उपयोग पर जोर दिया। उन्होंने कहा कानून केवल जानकारी का विषय नहीं है। इसे व्यवहार में लाना अनिवार्य है।
न्यायपालिका में प्रभावशाली प्रस्तुतीकरण का हैं महत्व
इलाहाबाद उच्च न्यायालय लखनऊ बेंच के अधिवक्ता शैलेंद्र कुमार सिंह ने प्रतिभागियों को न्यायपालिका में प्रभावशाली प्रस्तुतीकरण और शिष्टाचार का महत्व समझाया। उन्होंने कहा वकीलों का व्यक्तित्व उनके काम और व्यवहार में झलकता है। लविवि विश्वविद्यालय विधि संकाय के डीन, प्रो. बंशीधर सिंह ने प्रतियोगिता की भूमिका को कानूनी शिक्षा का एक अभिन्न हिस्सा बताया। उन्होंने प्रतिभागियों को सीखने और अपने कौशल को निखारने की प्रेरणा दी।राष्ट्रीय मूट कोर्ट प्रतियोगिता 17 नवंबर को अपने समापन समारोह के साथ समाप्त होगी।
Also Read
15 Nov 2024 11:32 PM
उत्तर प्रदेश सरकार की सख्त कार्रवाई के बाद अब प्रदेश के तीन बूचड़खानों की एनओसी (Nodal Officer Certificate) वापस ली जाएगी। और पढ़ें