देव दीपावली के पावन पर्व पर काशी के घाटों पर 21 लाख दीपों की जगमगाहट ने आस्था और भक्ति की अनोखी छटा बिखेरी। गंगा के तटों पर देवताओं के स्वागत में दीपों की अविरल श्रृंखला ने शहर को प्रकाशमय कर दिया।
काशी में देव दीपावली की भव्यता : 21 लाख दीपों की रोशनी से गूंज उठी शिव की नगरी, सीएम ने दिया 'बंटोगे तो कटोगे' का संदेश
Nov 15, 2024 22:48
Nov 15, 2024 22:48
- उपराष्ट्रपति, राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने नमो घाट पर प्रज्वलित किया पहला दीप
- 3डी मैपिंग, लेजर शो और ग्रीन आतिशबाजी ने बांधा समा
- काशी में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था, सोशल मीडिया पर छाई देव दीपावली
गंगा महाआरती और क्रूज़ पर मेहमानों का भव्य स्वागत
शाम ढलते ही काशी के विभिन्न घाटों पर महाआरती का आयोजन हुआ। उपराष्ट्रपति, राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने गंगा क्रूज़ पर सवार होकर गंगा की महाआरती का दिव्य दर्शन किया। नौका विहार के दौरान श्रद्धालुओं ने उत्साहित होकर हर-हर महादेव और जय श्रीराम के जयकारे लगाए। इस दौरान घाटों पर उपस्थित लोगों ने भी उत्साहपूर्वक मुख्यमंत्री और उपराष्ट्रपति का स्वागत किया। चेत सिंह घाट पर 3डी प्रोजेक्शन मैपिंग और ग्रीन आतिशबाजी के साथ गंगा अवतरण की कथा प्रस्तुत की गई, जिसने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
पांडेय घाट पर 51 हजार दीपों से उकेरा गया सीएम का संदेश
इस बार की देव दीपावली में पांडेय घाट विशेष आकर्षण का केंद्र रहा। यहां 51 हजार दीपों से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का प्रसिद्ध नारा 'बंटोगे तो कटोगे' उकेरा गया। घाटों पर लाखों दीपों की रोशनी और गंगा की आरती ने लोगों के मन को छू लिया। श्रद्धालुओं ने इस अद्भुत दृश्य को कैमरों में कैद कर सोशल मीडिया पर साझा किया।
वीरों को सम्मान और राष्ट्रवाद का संदेश
दशाश्वमेध घाट पर आयोजित महाआरती में अमर जवान ज्योति के माध्यम से शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई। इस बार की महाआरती कारगिल युद्ध के शहीदों को समर्पित रही और 'भगीरथ शौर्य सम्मान' के तहत वीर योद्धाओं को सम्मानित किया गया। इस दौरान देशभक्ति और अध्यात्म का अद्भुत संगम देखा गया, जिसने उपस्थित लोगों को गहरे प्रभावित किया। घाटों पर शंखनाद, घंट-घड़ियालों की ध्वनि और आरती की गूंज ने वहां की भव्यता में चार चांद लगा दिए।
3डी शो और ग्रीन आतिशबाजी ने किया आकर्षित
पर्यटकों के लिए चेत सिंह घाट पर 3डी प्रोजेक्शन मैपिंग शो का आयोजन किया गया, जिसमें काशी के धार्मिक इतिहास की झलक दिखाई गई। गंगा पार रेत पर की गई ग्रीन आतिशबाजी ने भी खासा आकर्षण बटोरा। घाटों को रंग-बिरंगी फसाड लाइट और तिरंगे झालरों से सजाया गया, जिसने देव दीपावली की सुंदरता को और बढ़ा दिया।
काशी में 21 लाख दीपों की अटूट शृंखला
इस वर्ष देव दीपावली पर 17 लाख दीप जलाए गए, जिसमें 12 लाख दीप सरकार द्वारा और 3 लाख दीप गोबर से बनाए गए थे। काशी के घाटों, कुंडों और देवालयों पर दीपों की श्रृंखला ने आकाशगंगा जैसी छवि प्रस्तुत की। पूरे काशी में दीपों के प्रकाश ने भक्तों के मन में धर्म और आस्था का भाव जगाया।
कड़ी सुरक्षा व्यवस्था और यातायात प्रबंधन
काशी को देव दीपावली के अवसर पर नो फ्लाई जोन घोषित किया गया। घाटों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए, ड्रोन उड़ाने पर प्रतिबंध था और महिला पुलिस और एंटी रोमियो स्क्वाड की विशेष तैनाती की गई। एनडीआरएफ और जल पुलिस ने सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए विशेष व्यवस्था की थी। यातायात प्रबंधन, पार्किंग और इमरजेंसी सेवाओं के लिए विस्तृत योजना बनाई गई थी।
सोशल मीडिया पर छाई देव दीपावली
वाराणसी में मनाई गई देव दीपावली ने सोशल मीडिया पर भी खूब सुर्खियां बटोरीं। #DevDeepawali2024 हैशटैग के साथ लाखों यूजर्स ने अपनी तस्वीरें और अनुभव साझा किए। मोदी-योगी सरकार में काशी की देव दीपावली ने स्थानीय से वैश्विक पहचान बनाई है। शिव की नगरी काशी ने परंपरा और आधुनिकता के संगम को एक अद्वितीय महोत्सव के रूप में प्रस्तुत किया।
नमो घाट पर सीएम योगी और उपराष्ट्रपति ने बजाया डमरू
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नमो घाट पर उद्घाटन के बाद कलाकारों के साथ मुलाकात की। इस दौरान दोनों ने डमरू बजाकर महादेव के प्रिय वाद्ययंत्र के साथ देव दीपावली के उल्लास में हिस्सा लिया।