लखनऊ में डिलीवरी ब्वॉय की हत्या के मामले में एक चौंकाने वाला मोड़ आया है। हत्या का मुख्य आरोपी खुद फ्लिपकार्ट में काम करता था। करीब एक साल पहले उसे दो लाख रुपये के गबन के आरोप में नौकरी से निकाल दिया गया था।
डिलीवरी बॉय मर्डर केस में नया खुलासा : फ्लिपकार्ट का पूर्व कर्मचारी निकला हत्यारोपी, आप भी पढ़ें कंपनी ने उसे क्यों निकाला
Oct 02, 2024 17:47
Oct 02, 2024 17:47
घटना का विवरण
भरत कुमार प्रजापति, जो 32 साल का था, एक डिलीवरी ब्वॉय के रूप में काम करता था। वह अमेठी के जामो का निवासी था, लेकिन अपनी पत्नी अखिलेश कुमारी के साथ लखनऊ के चिनहट इलाके में रहता था। 24 सितंबर को भरत दो मोबाइल फोन (जिनकी कुल कीमत एक लाख रुपये थी) और 35 हजार रुपये कैश के साथ डिलीवरी के लिए निकला था, लेकिन घर वापस नहीं लौटा।
भरत के देर रात तक घर न पहुंचने पर उसके हब इंचार्ज आदर्श कोष्टा ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट पुलिस में दर्ज कराई। पुलिस ने उसकी तलाश शुरू की और जल्द ही इस मामले का खुलासा किया गया कि यह सिर्फ एक साधारण गुमशुदगी का मामला नहीं, बल्कि एक सुनियोजित हत्या थी।
हत्या का षड्यंत्र
पुलिस की जांच में सामने आया कि गजानन दुबे ने अपने पड़ोसी हिमांशु कनौजिया के जरिये दो महंगे मोबाइल फोन ऑर्डर किए थे। गजानन ने इस साजिश में अपने साथी आकाश शर्मा को भी शामिल कर लिया था। 24 सितंबर की दोपहर जब भरत ने ऑर्डर की डिलीवरी के लिए गजानन को फोन किया, तो गजानन ने उसे मोबाइल रिसीव करने के लिए घर बुलाया।
जैसे ही भरत गजानन के घर पहुंचा, उसे घर के अंदर घसीट लिया गया। वहां पर गजानन और आकाश ने मिलकर पहले उसकी जमकर पिटाई की और फिर गजानन ने लैपटॉप चार्जर की केबल से उसका गला घोंट दिया। इसके बाद उन्होंने भरत के शरीर को एक बैग में भरकर बाराबंकी के माती इलाके में स्थित इंदिरा नहर में फेंक दिया।
लूटपाट और हत्या के बाद के कदम
आरोपियों ने सिर्फ हत्या तक ही सीमित नहीं रहे, बल्कि उन्होंने भरत के पास से मोबाइल और पैसे भी लूट लिए। इसके बाद उन्होंने सबूत मिटाने की पूरी कोशिश की। हत्या के बाद फर्श पर पड़े खून को पानी से धो दिया और अपनी कार की भी सफाई की, ताकि किसी तरह के निशान न रह जाएं। भरत की बाइक को भी दूसरे इलाके में खड़ा कर दिया गया, ताकि पुलिस को भ्रमित किया जा सके।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत जांच शुरू की। मुख्य आरोपी गजानन दुबे और आकाश शर्मा को पकड़ने के लिए चार टीमों का गठन किया गया है। अब तक आकाश शर्मा को गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि गजानन की तलाश अभी जारी है। पुलिस ने आकाश शर्मा से लूटे गए मोबाइल और अन्य सामान भी बरामद कर लिया है, जो भरत डिलीवर करने के लिए निकला था।
पुलिस ने बताया कि आकाश ने घटना के बाद भरत का मोबाइल और अन्य सामान बेचने की कोशिश की थी। यहां तक कि उसने कुछ बचा हुआ सामान डिलीवर भी किया, लेकिन जल्द ही वह लौट आया। जांच में यह भी पता चला है कि आकाश और गजानन ने भरत की हत्या के बाद कॉल लॉग और अन्य सबूतों को भी मिटाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और कॉल डिटेल्स के जरिए उनके ठिकानों का पता लगा लिया।
हत्या की वजह
गजानन दुबे को फ्लिपकार्ट से नौकरी से निकाल दिया गया था, क्योंकि उस पर दो लाख रुपये गबन करने का आरोप था। इस घटना के पीछे पुलिस इस पहलू की भी जांच कर रही है कि कहीं गजानन ने बदला लेने के लिए तो यह हत्या नहीं की। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि क्या गजानन ने फ्लिपकार्ट में काम के दौरान भरत से कोई निजी रंजिश पाल रखी थी या फिर यह सिर्फ एक लूटपाट का मामला था।
हत्या का तरीका और अन्य तथ्य
पुलिस की जांच में यह बात भी सामने आई कि गजानन और आकाश ने हत्या से पहले भरत को बेरहमी से पीटा था। गजानन ने लैपटॉप चार्जर की केबल से भरत का गला घोंट दिया। हत्या के बाद दोनों ने फर्श पर फैले खून को साफ किया और उसके बाद शव को नहर में फेंक दिया। पुलिस को इस बात का भी संदेह है कि आरोपियों ने भरत के शव के टुकड़े किए होंगे और फिर उसे नहर में फेंक दिया।
पुलिस की आगे की जांच
डीसीपी पूर्वी शशांक सिंह ने बताया कि पुलिस भरत के शव की तलाश इंदिरा नहर में कर रही है, लेकिन अभी तक शव बरामद नहीं हुआ है। वहीं, गजानन की तलाश में चार टीमों को लगाया गया है। पुलिस के मुताबिक, यह मामला बेहद संवेदनशील है और इसमें हर छोटी से छोटी जानकारी को ध्यान में रखा जा रहा है।
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