एक केजीबीवी-एक खेल योजना : 82000 बालिकाओं को निपुण बनाएगी योगी सरकार, हर जिले के दो​ विद्यालयों में पायलट प्रोजेक्ट

82000 बालिकाओं को निपुण बनाएगी योगी सरकार, हर जिले के दो​ विद्यालयों में पायलट प्रोजेक्ट
UPT | कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय

Nov 04, 2024 17:22

योजना को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में हर जनपद के दो केजीबीवी विद्यालयों में लागू किया जाएगा। सफलता मिलने पर इसका विस्तार पूरे प्रदेश में अन्य विद्यालयों तक किया जाएगा। इस योजना के जरिए पिछड़े और वंचित समुदायों की बालिकाओं को खेल के क्षेत्र में प्रोत्साहित कर उन्हें आत्मनिर्भर बनने की दिशा में प्रेरित किया जाएगा।

Nov 04, 2024 17:22

Lucknow News : प्रदेश सरकार ने प्रदेश की कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों (केजीबीवी) में पढ़ने वाली 82,120 बालिकाओं को खेल प्रशिक्षण देकर राष्ट्रीय स्तर पर चमकाने का महत्त्वाकांक्षी निर्णय किया है। 'एक केजीबीवी, एक खेल' नामक यह योजना विशेष रूप से बालिकाओं की खेल प्रतिभा को संवारने और उन्हें राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के उद्देश्य से शुरू की गई है।

विशेष खेल का चयन और प्रशिक्षण
इस योजना के तहत, प्रत्येक केजीबीवी विद्यालय में एक खेल का चयन किया जाएगा। बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री संदीप सिंह के नेतृत्व में सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि हर विद्यालय में एक खेल विशेषज्ञ बालिकाओं को प्रशिक्षण दे। इस योजना से बालिकाएं खेल में निपुण होंगी और शारीरिक, मानसिक और सामाजिक विकास की ओर कदम बढ़ाएंगी।



पायलट प्रोजेक्ट के रूप में लागू होगी योजना
योजना को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में हर जनपद के दो केजीबीवी विद्यालयों में लागू किया जाएगा। सफलता मिलने पर इसका विस्तार पूरे प्रदेश में अन्य विद्यालयों तक किया जाएगा। इस योजना के जरिए पिछड़े और वंचित समुदायों की बालिकाओं को खेल के क्षेत्र में प्रोत्साहित कर उन्हें आत्मनिर्भर बनने की दिशा में प्रेरित किया जाएगा।

राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करेगी योजना
इस योजना का एक मुख्य उद्देश्य 82,120 बालिकाओं को राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करना है। बालिकाओं को खेल किट और बुनियादी प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिससे वे विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं में जनपद और राज्य स्तर पर चयनित हो सकें।

प्रत्येक विद्यालय में खेल का चयन ऐसे होगा
प्रत्येक केजीबीवी विद्यालय में एक खेल समिति गठित की जाएगी, जिसमें वार्डन, व्यायाम शिक्षिका, खेल प्रभारी और दो खिलाड़ी छात्राएं होंगी। समिति बालिकाओं की रुचि और उपलब्ध संसाधनों के अनुसार खेल का चयन करेगी। चुने गए खेल में बालिकाओं को प्रशिक्षण देने के लिए एक योग्य महिला प्रशिक्षक नियुक्त की जाएगी, और आवश्यकता होने पर बाहरी प्रशिक्षकों की मदद ली जाएगी।

विशेष प्रशिक्षण और स्वास्थ्य जागरूकता
खेल प्रशिक्षण के दौरान बालिकाओं के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। खेल के साथ-साथ उनके पोषण का भी ख्याल रखा जाएगा। स्वास्थ्य और पोषण जागरूकता के तहत बालिकाओं को आहार और स्वास्थ्य की जानकारी दी जाएगी। नियमित स्वास्थ्य परीक्षण भी सुनिश्चित किए जाएंगे, जिससे बालिकाओं का शारीरिक स्वास्थ्य बेहतर बना रहे।

समाज और विभागीय सहयोग से मिलेगा प्रोत्साहन
इस योजना में समाज के प्रतिष्ठित नागरिकों और पूर्व राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों को भी आमंत्रित किया जाएगा, ताकि वे बालिकाओं को प्रेरित कर सकें। उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली बालिकाओं को स्थानीय स्तर पर पुरस्कृत किया जाएगा और उनका उत्साहवर्धन किया जाएगा।

खेल संघों और कॉर्पोरेट समूहों से सहयोग
राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए विभिन्न खेल संघों और कॉर्पोरेट समूहों से सहयोग लिया जाएगा। कॉर्पोरेट समूहों के सहयोग से बालिकाओं के लिए खेल सामग्री और अन्य आवश्यक सुविधाएं बेहतर रूप से उपलब्ध कराई जाएंगी, जिससे वे अपनी खेल प्रतिभा का विकास कर सकें।

विशेष स्थानांतरण और अभिभावकों की सहमति
चयनित बालिकाओं को तीन महीने के विशेष खेल प्रशिक्षण के लिए नोडल केजीबीवी में रखा जाएगा। इस दौरान उनके खाने-पीने और रहने का संपूर्ण इंतजाम होगा। प्रशिक्षण समाप्त होने के बाद बालिकाएं अपने मूल विद्यालय में वापस लौटेंगी। बालिकाओं के स्थानांतरण से पहले अभिभावकों की सहमति ली जाएगी, जिससे उनकी सहूलियत सुनिश्चित की जा सके।

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