एसटीएफ ने प्रतिबंधित ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन की तस्करी करने वाले दो तस्करों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर 2.80 लाख से ज्यादा ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन बरामद किए
यूपी एसटीएफ को बड़ी कामयाबी : 1.37 करोड़ के ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन बरामद, दो तस्कर गिरफ्तार
Aug 15, 2024 20:54
Aug 15, 2024 20:54
- गोदाम से 2.80 लाख से ज्यादा ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन बरामद
- एसटीएफ ने तस्करों को गिरफ्तार कर बरामद किए इंजेक्शन
बिहार से इंजेक्शन मंगाकर यूपी में करते थे सप्लाई
एसटीएफ ने बताया कि बिहार से ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन की तस्करी की शिकायत मिल रही थी। इसके बाद तस्करों को पकड़ने के लिए टीम गठित की गई। मुखबिर से सूचना मिली कि कुछ लोग बड़ी मात्रा में ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन मंगाकर लखनऊ के आस-पास के जिलों में अवैध रूप से सप्लाई करने ले जा रहे हैं। सूचना पर एसटीएफ की टीम बताए गए स्थान पर पहुंची। इस दौरान एक स्कार्पियो (यूपी 32 जीआर 9609 ) आती हुई दिखाई दी, जिसे रोककर तलाशी ली गई। उसमें दो बोरियों में ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन मिले। पूछताछ में आरोपियों की पहचान बुद्धेश्वर पारा के रहने वाले अनमोल पाल पुत्र अवधेश पाल और संडीला, हरदोई के रहने वाले दिनेश कुमार पत्र भन्रालाल के रूप में हुई।
गोदाम से आक्सीटोसीन इंजेक्शन का जखीरा बरामद
दोनों आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि मायापुरम थाना क्षेत्र पारा में बने गोदाम में भारी मात्रा में ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन रखे हैं। उनकी निशानदेही पर 2 लाख 80 हजार 899 ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन बरामद किए गए। जिसकी कीमत 1 करोड़ 37 लाख है। आरोपियों ने बताया कि इनका गिरोह बिहार से हाई डेंसिटी के ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन पार्सल के जरिए मिनरल वाटर बताकर मंगाता है। जिसे अलग-अलग साइज के एम्पुल में पैक करके उसकी सप्लाई लखनऊ और आस-पास के जिलों में की जाती है। इस इंजेक्शन का इस्तेमाल पशुओं के दूध निकालने, सब्जियों और फलों को कम समय में ज्यादा बड़ा करने के लिए किया जाता है।
ऑक्सीटोसिन से नुकसान
- गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल यानी पेट से जुड़ी दिक्कतें।
- हार्मोनल बैलेंस बिगड़ने का बना रहता है खतरा।
- मवेशियों की बिगड़ती है सेहत।
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