रायबरेली के सलोन कस्बे में एसटीएफ की जांच में पकड़े गए करीब 20 हजार फर्जी प्रमाण पत्रों की कड़ियां बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों से जुड़ती नजर आ रही हैं। एसटीएफ की जांच में यह बात...
Raebareli News : फर्जी सर्टिफिकेट से बांग्लादेशियों को नागरिकता दिलाने की साजिश, ऐसे खुला राज...
Jul 25, 2024 12:20
Jul 25, 2024 12:20
ये है पूरा मामला
फर्जी जन्म प्रमाण पत्र मामले में सलोन के तार अब अन्य राज्यों कर्नाटक, केरल और मुंबई से जुड़ चुके हैं। इस महीने कर्नाटक पुलिस ने पॉपुलर फ्रंट आफ इंडिया (पीएफआई) के एक सदस्य को दबोचा था। उसका जन्म प्रमाण पत्र भी यहीं से बना था। जांच के लिए टीम रायबरेली पहुंची तो धीरे-धीरे मामला खुलने लगा। इस मामले में सबसे महत्वपूर्ण योगदान सलोन के भाजपा विधायक अशोक कुमार कोरी का है। इन्होंने सबसे पहले इस मुद्दे को उठाया। शुरू में तो जिला प्रशासन ने मामले को दबाने की कोशिश की। लेकिन, जब ऊपरी स्तर पर शासन द्वारा जांच एसटीएफ को सौंप दी गई, तब इस मामले ने तूल पकड़ा।
विधायक ने उठाया था मुद्दा
विधायक अशोक कुमार के अनुसार, 19,180 प्रमाण पत्र में से 810 ही भारतीयों के बने हैं। बाकी सब बांग्लादेश व अन्य जिलों के लोगों के बना दिए गए हैं। इस मामले में ग्राम विकास अधिकारी विजय सिंह यादव की यूजर आईडी और पासवर्ड का प्रयोग करके सीएससी संचालक मोहम्मद जीशान, रियाज और सोहेल खान ने फर्जी प्रमाण पत्र बनाए। इस पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर सभी को जेल भेज दिया है।
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