समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कृषि मंत्रालय में भर्ती को लेकर आए विज्ञापन पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने विज्ञापन को आरक्षण के अधिकार को छीननेवाला बताया है...
अखिलेश ने कृषि विज्ञापन पर उठाए सवाल : भाजपा पर साधा निशाना, कहा- आरक्षण के अधिकार को छीना जा रहा...
Aug 21, 2024 15:28
Aug 21, 2024 15:28
सोशल मीडिया पर किया पोस्ट
अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट किया है। उन्होंने कहा है कि ‘कृषि-वैज्ञानिक’ चयन में आरक्षण के अधिकार को छीननेवाला विज्ञापन भाजपा सरकार आज वापस लेगी या कल, ये स्पष्ट करे। भाजपाई संगी-साथी खेती-किसानी तक में अपने एजेंडे से बाज नहीं आ रहे हैं। ये किसान और कृषि दोनों के ख़िलाफ़ हैं। अवाम अहंकार के खेत खोद देती है।
‘कृषि-वैज्ञानिक’ चयन में आरक्षण के अधिकार को छीननेवाला विज्ञापन भाजपा सरकार आज वापस लेगी या कल, ये स्पष्ट करे।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) August 21, 2024
भाजपाई संगी-साथी खेती-किसानी तक में अपने एजेंडे से बाज नहीं आ रहे हैं। ये किसान और कृषि दोनों के ख़िलाफ़ हैं।
अवाम अहंकार के खेत खोद देती है। #नहीं_चाहिए_भाजपा pic.twitter.com/Ww4tbpTyBx
चंद्रशेखर आजाद ने भी साधा निशाना
इससे पहले नगीना से सांसद चंद्रशेखर आजाद ने इस मुद्दे को लेकर बीजेपी पर जोरदार हमला बोलते हुए निशाना साधा था। चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि कृषि अनुसंधान एवं शिक्षा विभाग द्वारा 𝟑𝟔𝟖 पदों पर विज्ञापन निकाला गया है लेकिन सभी पदों को एकल बताते हुए इन पदों में OBC/SC/ST का आरक्षण शून्य कर दिया गया। सरकारी अहंकार का आलम ये कि विज्ञापन में साफ-साफ शब्दों में लिख भी दिया है 𝐀𝐥𝐥 𝐭𝐡𝐞 𝐯𝐚𝐜𝐚𝐧𝐜𝐢𝐞𝐬 𝐚𝐫𝐞 𝐮𝐧-𝐫𝐞𝐬𝐞𝐫𝐯𝐞𝐝 (सभी रिक्तियां अनारक्षित हैं) और ये लिखकर आरक्षित वर्ग के अधिकारों पर खुलेआम डाका डाला गया।
बैक डोर से लैटरल एंट्री के बाद संविधान विरोधी भाजपा सरकार का एक और आरक्षण विरोधी कारनामा।
— Chandra Shekhar Aazad (@BhimArmyChief) August 20, 2024
कृषि अनुसंधान एवं शिक्षा विभाग द्वारा 𝟑𝟔𝟖 पदों पर विज्ञापन निकाला गया है लेकिन सभी पदों को एकल बताते हुए इन पदों में OBC/SC/ST का आरक्षण शून्य कर दिया गया।
सरकारी अहंकार का आलम ये कि… pic.twitter.com/p4l793bnYW
पार्टी ने किया बड़े आंदोलन का एलान
चंद्रशेखर आजाद ने आगे कहा कि सामाजिक परिवर्तन के साथियों एक बात तो साफ है कि भाजपा सरकार अपनी आरक्षण विरोधी हरकतों से बाज नहीं आने वाली इसके लिए एक बड़े जन आंदोलन की दरकार है। इसलिए 11 सितंबर को देश की राजधानी नई दिल्ली में गूंगी-बहरी सरकार के खिलाफ पार्टी बहुजनों की ताकत दिखाने के लिए एससी-एसटी क्रीमी लेयर वर्गीकरण, लैटरल एंट्री, निजी क्षेत्र में आरक्षण जैसे तमाम जन सरोकारों से जुड़े मुद्दों पर एक बड़े आंदोलन का आह्वान करती है।
Also Read
18 Sep 2024 01:23 AM
रायबरेली के डलमऊ में स्थित मठ में उस समय बवाल मच गया, जब साधु संतों से दीक्षा लेने के लिए जम्मू कश्मीर का रहने वाला दूसरे समुदाय... और पढ़ें