सीतापुर जिले के रेवान सांडा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) में एक असाधारण घटना ने स्थानीय लोगों का ध्यान आकर्षित किया है। यहां एक ऐसे बालक का जन्म हुआ है...
सीतापुर में जन्मा अद्भुत बालक : चार हाथ-पैर वाले शिशु को देखने के लिए उमड़ रही भीड़
Jul 22, 2024 14:19
Jul 22, 2024 14:19
एक ही शरीर में दो शरीरों का मेलSitapur : रेवान सांडा पीएचसी में अद्भुत बालक का जन्म होते ही उसे देखने के लिए उमड़ रही सैकड़ों की भीड़। इस बालक के चार पैर, चार हाथ हैं समूर्ण दूसरा शरीर एक में ही जुड़ा हुआ है।#Sitapur #UttarPradesh pic.twitter.com/vzmUs8EXHx
— Uttar Pradesh Times (@UPTimesLive) July 22, 2024
जानकारी के अनुसार, यह अद्भुत बालक वास्तव में एक ही शरीर में दो शरीरों का मेल है। ऐसा लग रहा है कि गर्भावस्था के दौरान दो भ्रूण एक साथ विकसित होने लगे, लेकिन पूरी तरह से अलग नहीं हो पाए। परिणामस्वरूप, एक ऐसा बच्चा पैदा हुआ है जिसका एक मुख्य शरीर है, जिससे अतिरिक्त अंग जुड़े हुए हैं।
उमड़ रही सैकड़ों की भीड़
इस असाधारण जन्म की खबर जंगल की आग की तरह फैल गई है। स्थानीय निवासी इस अद्भुत बालक को देखने के लिए पीएचसी पहुंच रहे हैं। सैकड़ों लोगों की भीड़ अस्पताल के बाहर जमा हो गई है, जो इस अनोखे शिशु को अपनी आंखों से देखना चाहते हैं।
'पैरासाइटिक ट्विन' की स्थिति बता रहे चिकित्सक
चिकित्सकों के अनुसार, यह एक बेहद दुर्लभ चिकित्सकीय स्थिति है, जिसे 'पैरासाइटिक ट्विन' के नाम से जाना जाता है। इस स्थिति में, एक भ्रूण दूसरे भ्रूण के शरीर पर या उसके अंदर विकसित होता है। ऐसे मामलों में, एक भ्रूण पूरी तरह से विकसित होता है, जबकि दूसरा आंशिक रूप से विकसित होकर पहले भ्रूण के शरीर का हिस्सा बन जाता है।
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डॉक्टरों की एक टीम करेगी जांच
स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि बच्चे और मां दोनों की हालत स्थिर है। हालांकि, बच्चे को विशेष चिकित्सकीय देखभाल की आवश्यकता होगी। उन्होंने कहा कि बच्चे को जल्द ही एक बड़े अस्पताल में स्थानांतरित किया जाएगा, जहां विशेषज्ञ डॉक्टरों की एक टीम उसकी जांच करेगी और आगे की चिकित्सा योजना तैयार करेगी।
क्या होता है पैरासाइटिक द्विन?
पैरासाइटिक ट्विन एक दुर्लभ चिकित्सकीय स्थिति है जो गर्भावस्था के दौरान होती है। इसमें एक भ्रूण दूसरे के शरीर पर या उसके अंदर विकसित होता है। लाइव साइंस के अनुसार, यह तब होता है जब एक बच्चा मां के गर्भ में अपने जुड़वां के अविकसित ऊतकों से जुड़ा रहता है। यह स्थिति तब उत्पन्न होती है जब जुड़वां भ्रूण पूरी तरह से अलग होने में असफल रहते हैं। इस तरह के कुछ मामले पहले भी देखे गए हैं। 2009 में रूस में एक बच्चा दो जननांगों के साथ पैदा हुआ था। 2008 में, चीन में एक बच्चे ने अपने शरीर के पिछले हिस्से पर एक अतिरिक्त जननांग के साथ जन्म लिया था।
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