एसजीपीजीआई के प्रोफेसर और सीबीएमआर के शोधकर्ताओं ने एमआरआई तकनीक का उपयोग करके स्लीप एपनिया के लक्षणों की पहचान करने में सफलता हासिल कर ली है।
Lucknow News : एडवांस एमआरआई से होगी स्लीप एपनिया की पहचान, शोध में मिली कामयाबी
Jun 16, 2024 02:21
Jun 16, 2024 02:21
- मस्तिष्क की जटिल संरचना को समझाना होगा आसान
- शोधकर्ताओं ने बीमारी के लक्षण को पहचानने में सफलता हासिल की
शोध में मस्तिष्क की सूक्ष्म संरचना पर प्रभाव का अध्ययन
इस अनुसंधान में, सीबीएमआर के शोधकर्ता डॉ. अहमद रजा खान ने एसजीपीजीआई के प्रोफेसर जिया हाशिम और रेडियोडायग्नोसिस विभाग के प्रोफेसर जफर नियाज के सहयोग से ओब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया (ओएसए) के मस्तिष्क की सूक्ष्म संरचना पर प्रभाव का अध्ययन किया है। इस तकनीक से मस्तिष्क के ऊतकों में कुछ माइक्रोन से लेकर 20-30 माइक्रोन तक के परिवर्तन देखे जा सकते हैं, जो पारंपरिक एमआरआई माप से सौ से एक हजार गुना अधिक संवेदनशील हो सकते हैं। डॉ. अहमद ने बताया कि डिफ्यूजन एमआरआई ऊतकों में पानी के अणुओं के प्रसार को मापता है, जिससे ऊतक सूक्ष्म संरचना के बारे में जानकारी मिलती है। डिफ्यूजन कर्टोसिस इमेजिंग (डीकेआई) का उपयोग करते हुए, शोधकर्ता मस्तिष्क में सेलुलर स्तर की न्यूरोनल संरचना की जांच कर सकते हैं।
चिकित्सीय रणनीति के विकास में बड़ा योगदान
एसजीपीजीआई के प्रोफेसर ने बताया कि एमआरआई के माध्यम से न्यूरोनल संरचना की अखंडता और ओएसए से जुड़े संभावित परिवर्तनों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त की जा सकती है, जिससे ओएसए से संबंधित जटिलताओं के प्रबंधन के लिए बेहतर नैदानिक और चिकित्सीय रणनीतियों के विकास में महत्वपूर्ण सहायता मिल सकती है।
स्लीप एपनिया गंभीर समस्या
स्लीप एपनिया एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है जो सोते समय व्यक्ति की सांस को बाधित करती है, जिसके कारण व्यक्ति को ठीक से नींद नहीं आती और वह थका हुआ महसूस करता है। यह समस्या समय के साथ गंभीर हो सकती है और उसका शीघ्र निदान और सही उपचार महत्वपूर्ण है।
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