एक तरफ मूसलाधार बारिश तो दूसरी तरफ नेपाल ने छोड़ दिया पानी : पूर्वांचल की नदियों में आई बाढ़, कई गांव डूबे

पूर्वांचल की नदियों में आई बाढ़, कई गांव डूबे
UPT | पूर्वांचल की नदियों में आई बाढ़

Jul 09, 2024 13:22

बीते एक हफ्ते से चल रही भारी बारिशों और नेपाल से आ रहे बढ़ते जलस्तर के कारण उत्तर प्रदेश और बिहार में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। इसके चलते गंगा, रामगंगा, शारदा, राप्ती, सरयू और गंडक...

Jul 09, 2024 13:22

Lucknow News : बीते एक हफ्ते से चल रही भारी बारिशों और नेपाल से आ रहे बढ़ते जलस्तर के कारण उत्तर प्रदेश और बिहार में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। इसके चलते गंगा, रामगंगा, शारदा, राप्ती, सरयू और गंडक जैसी नदियां अपने उफान पर है। राप्ती नदी ने बलरामपुर और श्रावास्ती जिले के कई गांवों को डूबा दिया है। शारदा नदी में बनबसा बैराज से आने वाले पानी के कारण पीलीभीत और लखीमपुर जिले में हालात खराब हो गए हैं। इस बारिश ने पूरे क्षेत्र में भारी नुकसान का सिलसिला बढ़ा दिया है। पीलीभीत में नवनिर्मित माला-शाहगढ़ रूट पर बनी पुलियाँ भी पानी में बह गई हैं, जिससे रेलवे ट्रैक भी प्रभावित हो गए हैं। इस मौसमी बदलाव ने कई जीवनों को भी खतरे में डाल दिया है। उत्तर प्रदेश में डूबने से 15 लोगों की मौत हो गई है, जिनमें आकाशीय बिजली से 4, अतिवृष्टि से 2, सांप काटने से 1 और डूबने से 8 लोगों की जान जान गई। बाढ़ और आए अपवादों से बलरामपुर, अयोध्या, सीतापुर और पीलीभीत में भी कई हादसे दर्ज किए गए हैं।


पीलीभीत और लखीमपुर में हुआ भारी नुकसान
पीलीभीत जिले में हाल ही माला-शाहगढ़ मार्ग पर बनी पुलिया  पानी में बह गई है। इससे पूरे क्षेत्र में ट्रैफिक बद्ध हो गया है और रेलवे ट्रैक भी बहुतायत में प्रभावित हुआ है। इसके अलावा शारदा नदी में सोमवार को वनबसा बैराज से चार लाख क्यूसेक पानी छोड़ने के बाद पीलीभीत और लखीमपुर के कई इलाकों में भारी नुकसान हुआ है। ट्रांस शारदा क्षेत्र में 20 से अधिक गांवों में पानी भर गया है, जिससे लोगों को बड़ी मुश्किलें झेलनी पड़ रही हैं। इसके साथ ही देहरादून से टनकपुर जा रही ट्रेन को पीलीभीत में रोक दिया गया है और 17 ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं। इसके अलावा बरेली, बदायूं और शाहजहांपुर में नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है, जिससे स्थानीय लोगों को भी बड़ी समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं।

बाढ़ की चपेट में आए ये जिलें
उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई है। इन जिलों में गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, कुशीनगर, पीलीभीत और लखीमपुर खीरी शामिल हैं, जहां बाढ़ ने बहुतायती हानि की चपेट में ले लिया है। राहत और बचाव कार्यों में राज्य सरकार तेजी से काम कर रही है। उप्र के राहत आयुक्त जीएस नवीन कुमार के अनुसार बाढ़ प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। उन्हें रहने और खाने की व्यवस्था भी की जा रही है। गोंडा जिले में बिसुही नदी से दो तहसीलें बाढ़ की चपेट में हैं। जिसके बाद 31 लोगों को नावों के माध्यम से सुरक्षित स्थलों पर पहुंचाया गया है। बलरामपुर में राप्ती नदी के अधिक बहाव के कारण तीन तहसीलों के 14 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं और यहां 19 लोगों को शरणालयों में सुरक्षित किया गया है। श्रावस्ती में 82 गांव बाढ़ की चपेट में हैं, कुशीनगर में 16 और पीलीभीत में 97 गांव प्रभावित हैं। इसके अलावा, बस्ती में सरयू नदी का उफान दर्ज किया गया है। अयोध्या में बुधवार को जलस्तर महज 46 सेंटीमीटर कम था, लेकिन बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में सरकार ने त्वरित कार्रवाई की है और प्रभावित लोगों की सहायता के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की जा रही हैं।

लाल निशान के पार पहुंची राप्ती नदी
गोरखपुर-बस्ती मंडल में मौसम की स्थिति में हाल के दिनों में वृद्धि देखने को मिली है। एक हफ्ते के बाद से धूप निकलने से तापमान में वृद्धि हुई है और दिन के उच्चतम तापमान में पांच डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हुई है। मौसम विभाग के मुताबिक आज के बाद गुरुवार तक इस क्षेत्र में बारिश की संभावना है। उत्तर प्रदेश के इस क्षेत्र में बारिश का प्रभाव नदियों के जलस्तर पर भी पड़ रहा है। गोरखपुर में राप्ती नदी का जलस्तर 46 सेंटीमीटर नीचे बह रही है, जबकि घाघरा नदी में 24 घंटे में 76 सेंटीमीटर की वृद्धि हुई है। इसके अलावा वाल्मीकि नगर बैराज से तीन लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने से गंडक नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जिसके कारण कुशीनगर के क्षेत्र में कई गांव पानी से घिर गए हैं। सिद्धार्थनगर में बूढ़ी राप्ती नदी का जलस्तर 86.64 मीटर दर्ज किया गया है, जो लाल निशान पार करने के करीब है। बांसी में भी राप्ती नदी का जलस्तर चेतावनी बिंदु को पार कर गया है। बस्ती में सरयू नदी का जलस्तर उफान पर है, जबकि अयोध्या में इसका जलस्तर 46 सेन्टीमीटर नीचे रिकॉर्ड किया गया है। आने वाले 24 घंटों में सरयू नदी का जलस्तर डेंजर लेवल पार करने की आशंका है।

Also Read

गरीब परिवारों के बच्चों को भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुलभ कराने में जुटी योगी सरकार  

19 Sep 2024 11:22 PM

लखनऊ Lucknow News : गरीब परिवारों के बच्चों को भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुलभ कराने में जुटी योगी सरकार  

योगी सरकार की यह तैयारी सत्र 2025-26 में अलाभित और दुर्बल परवारों के होनहारों को अच्छी और नि:शुल्क शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए है। महानिदेशक स्कूल शिक्षा द्वारा जारी दिशा निर्देश के मुताबिक यह प्रक्रिया चार चरणों में पूरी कराई जाएगी। और पढ़ें