यूपी में शहरों से लेकर ग्रामीण इलाकों तक सरकार खेल मैदान और बुनियादी ढांचे का निर्माण कर युवा प्रतिभाओं को आगे बढ़ने के अवसर दे रही है। पिछले साढ़े सात वर्षों में, प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में 18 हजार से अधिक खेल मैदान बनाए गए हैं।
स्पोर्ट्स हब के रूप में उभर रहा यूपी : 18 हजार से अधिक खेल मैदान विकसित, युवाओं को मिल रही राष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं
Nov 13, 2024 01:19
Nov 13, 2024 01:19
खिलाड़ियों को स्थानीय स्तर मिल रहा प्लेटफार्म
प्रदेश सरकार ने केंद्र सरकार की खेल योजनाओं के साथ कदम मिलाते हुए प्रदेश में खेल और खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए अनेक प्रयास किए हैं। नतीजा यह है कि आज प्रदेश में विश्वविद्यालय स्तर से लेकर गांव तक खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन हो रहा है, जिससे खिलाड़ियों को स्थानीय स्तर पर बेहतर प्लेटफार्म मिल रहा है। खेल को बढ़ावा देने के लिए नई योजनाओं और कार्यक्रमों को तैयार किया गया है, जो प्रदेश में खेल प्रतिभाओं को निखारने में सहायक साबित हो रहे हैं।
खिलाड़ियों के लिए आधुनिक सुविधाएं
खिलाड़ियों के लिए बुनियादी अवसंरचना के विकास में तेजी आई है। प्रदेश में वर्तमान में 84 स्टेडियम, 67 बहुउद्देश्यीय हॉल, 38 स्विमिंग पूल, 15 सिंथेटिक हॉकी स्टेडियम और 3 सिंथेटिक रनिंग ट्रैक उपलब्ध हैं। इसके अलावा 2 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम, 16 छात्रावास, 47 आधुनिक जिम, 20 सिंथेटिक टेनिस कोर्ट, और 19 डॉर्मिटरी भी खिलाड़ियों के लिए तैयार हैं।
ग्रामीण इलाकों में खेल को बढ़ावा
वर्ष 2017-18 से लेकर अब तक गांवों में खेल मैदानों के निर्माण में लगातार वृद्धि हुई है। वर्ष 2017-18 में 375 खेल मैदानों का निर्माण हुआ था, जबकि 2018-19 में यह संख्या 370 रही। इसके बाद 2019-20 में 708 खेल मैदान बनाए गए, जो पिछले वर्षों की तुलना में अधिक था। 2020-21 में इस संख्या में बड़ी बढ़ोतरी देखने को मिली और 1706 मैदान बनाए गए। इसके बाद 2021-22 में 2288 और 2022-23 में 4893 खेल मैदानों का निर्माण हुआ, जो अब तक की सबसे बड़ी संख्या थी। फिर 2023-24 में 5015 खेल मैदान बनाए गए, जो पिछले सभी वर्षों से अधिक थे। वर्तमान वित्तीय वर्ष 2024-25 में अब तक 2703 खेल मैदान पूर्ण किए जा चुके हैं, जिससे यह साफ है कि खेल मैदानों के निर्माण की रफ्तार तेजी से बढ़ रही है।
खेल के प्रति युवाओं में बढ़ा आकर्षण
खेल मैदानों के निर्माण से गांवों के युवाओं में फिटनेस और खेल के प्रति रुचि बढ़ रही है। गांवों में रनिंग ट्रैक और अन्य खेल सुविधाओं के कारण युवा स्थानीय स्तर पर ही आर्मी, पुलिस और अन्य सेवाओं की तैयारी कर पा रहे हैं। खेल मैदान बनने से ग्रामीण युवाओं के भीतर की प्रतिभा निखर रही है, और वह विभिन्न खेलों में अपना भविष्य संवारने के लिए प्रेरित हो रहे हैं।
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