यूपी में जन शिकायत निस्तारण में लापरवाही पड़ेगी महंगी : सीएम योगी ने खराब प्रदर्शन करने वाले जिलों की तलब की रिपोर्ट

सीएम योगी ने खराब प्रदर्शन करने वाले जिलों की तलब की रिपोर्ट
UPT | CM Yogi Adityanath

Sep 30, 2024 17:52

सीएम योगी ने जिन जिलों में शिकायतों का समाधान समय पर नहीं हो रहा है, वहां के जिलाधिकारी (डीएम), वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) और पुलिस अधीक्षक (एसपी) से रिपोर्ट तलब की है।

Sep 30, 2024 17:52

Lucknow News : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में शिकायत निस्तारण प्रक्रिया में लापरवाही पर सख्त रुख अपनाया है। पिछले कुछ समय से आईजीआरएस (इंटीग्रेटेड ग्रीवांस रिड्रेसल सिस्टम), सीएम हेल्पलाइन और संपूर्ण समाधान दिवस पर मिलने वाली शिकायतों के निपटारे में अनियमितताओं की रिपोर्ट प्राप्त हो रही थी। इन शिकायतों के निस्तारण में हो रही देरी और लापरवाही को लेकर सीएम ने कड़े कदम उठाने के संकेत दिए हैं।

अधिकारियों से रिपोर्ट तलब
सीएम योगी ने जिन जिलों में शिकायतों का समाधान समय पर नहीं हो रहा है, वहां के जिलाधिकारी (डीएम), वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) और पुलिस अधीक्षक (एसपी) से रिपोर्ट तलब की है। यह रिपोर्ट मुख्य रूप से उन जिलों की होगी जहां से सीएम योगी को बार-बार शिकायतें मिल रही हैं कि निस्तारण में लापरवाही बरती जा रही है। इन रिपोर्ट्स के आधार पर लापरवाह अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।



जिलों में फीडबैक में असंतोष
मुख्यमंत्री कार्यालय में हाल ही में आयोजित एक उच्च स्तरीय बैठक में आईजीआरएस, सीएम हेल्पलाइन और संपूर्ण समाधान दिवस पर आई शिकायतों के निस्तारण की समीक्षा की गई। इस दौरान देवरिया, भदोही और गोंडा जैसे जिलों से आने वाले शिकायतकर्ताओं ने अपनी शिकायतों के समाधान को लेकर असंतोष व्यक्त किया। इन जिलों के लोगों ने फीडबैक के रूप में कहा कि उनकी समस्याओं का निपटारा संतोषजनक नहीं था। रिपोर्ट के अनुसार, इन जिलों के 70 प्रतिशत से अधिक शिकायतकर्ताओं ने निस्तारण के बाद असंतोष जाहिर किया। मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने इस मुद्दे पर सख्त कदम उठाते हुए इन जिलों के डीएम और एसएसपी, एसपी को फटकार लगाई और जल्द से जल्द शिकायत निस्तारण में सुधार के निर्देश दिए।

अन्य जिलों में भी प्रदर्शन कमजोर
मुख्य सचिव ने 1 सितंबर से 25 सितंबर तक प्रदेश के विभिन्न जिलों में की गई शिकायत निस्तारण प्रक्रिया की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने पाया कि प्रयागराज, कौशांबी, फतेहपुर, आजमगढ़, मीरजापुर, ललितपुर सहित कई अन्य जिलों में भी शिकायत निस्तारण की प्रक्रिया में लापरवाही देखने को मिली। इन जिलों के शिकायतकर्ताओं ने भी फीडबैक में अपनी नाराजगी व्यक्त की है। मुख्यमंत्री कार्यालय ने इन जिलों के अधिकारियों की जवाबदेही तय करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है, और रिपोर्ट के आधार पर जल्द ही सख्त कार्रवाई हो सकती है।

अच्छी परफॉर्मेंस वाले जिलों की सराहना
समीक्षा बैठक में यह भी पाया गया कि अगस्त और सितंबर के महीनों में कुछ जिलों ने शिकायत निस्तारण में बेहतरीन प्रदर्शन किया है। इनमें औरैया, लखीमपुर खीरी, लखनऊ, मेरठ, सहारनपुर और गोरखपुर शामिल हैं। इन जिलों ने शिकायतों को समयबद्ध तरीके से हल करते हुए स्पेशल क्लोज रिपोर्ट भी प्रस्तुत की है। मुख्य सचिव ने इन जिलों के डीएम और एसएसपी, एसपी की प्रशंसा करते हुए अन्य जिलों के अधिकारियों को भी इसी तरह काम करने के निर्देश दिए हैं।

शिकायतों का त्वरित-प्रभावी समाधान किया जाए
सीएम योगी आदित्यनाथ ने यह स्पष्ट कर दिया है कि जनता की शिकायतों के निपटारे में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सीएम ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे सुनिश्चित करें कि सभी शिकायतों का त्वरित और प्रभावी समाधान किया जाए, जिससे जनता का विश्वास शासन में बना रहे। समीक्षा रिपोर्ट आने के बाद कड़ी कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है। लापरवाह अधिकारियों पर कार्रवाई के रूप में उनका स्थानांतरण, निलंबन या अन्य अनुशासनात्मक कदम उठाए जा सकते हैं। अधिकारियों को यह संदेश दिया गया है कि शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही करने वाले किसी भी स्तर पर बख्शे नहीं जाएंगे।

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