यूपी पुलिस की नई साइबर वेबसाइट पर उपयोगकर्ताओं को कई महत्वपूर्ण सेवाएं और सुविधाएं मिलेंगी, जो साइबर सुरक्षा को बढ़ावा देने और साइबर अपराधों की रोकथाम में मददगार साबित होंगी।
यूपी पुलिस का साइबर क्राइम पर वार : नई वेबसाइट में शिकायत का पता चलेगा स्टेटस, इनकी मिलेगी सटीक जानकारी
Jan 18, 2025 09:12
Jan 18, 2025 09:12
यूपी पुलिस की साइबर क्राइम को लेकर ये है नई वेबसाइट
डीजीपी प्रशांत कुमार ने पुलिस मुख्यालय की इस महत्वपूर्ण पहल के तहत यूपी पुलिस की नई साइबर वेबसाइट cyberpolice.uppolice.gov.in के जरिए लोगों को सहायता मिलने की बात कही है। इस वेबसाइट का उद्देश्य आम जनता को साइबर सुरक्षा और अपराधों के प्रति जागरूक करना और साइबर अपराधों की शिकायत दर्ज करने के लिए एक सरल ऑनलाइन प्लेटफॉर्म प्रदान करना है। यह वेबसाइट प्रदेश पुलिस की आधिकारिक वेबसाइट से भी लिंक की गई है, जिससे इसे उपयोग करना और अधिक सहज हो गया है।
साइबर क्राइम से निपटने की मजबूत तैयारी
डीजीपी प्रशांत कुमार का कहना है कि प्रदेश के सभी जिलों में साइबर क्राइम थानों की स्थापना की गई है। इसके साथ ही साइबर अपराध से निपटने के लिए हेल्पडेस्क भी बनाई गई है। उन्होंने कहा कि साइबर अपराध के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रशिक्षित कर्मियों की आवश्यकता है। लेकिन, उत्तर प्रदेश पुलिस के पास पर्याप्त संसाधन और मैनपावर मौजूद है, जिससे साइबर अपराधों से प्रभावी तरीके से निपटा जा सकता है।
वेबसाइट पर उपलब्ध मुख्य सुविधाएं
नई वेबसाइट पर उपयोगकर्ताओं को कई महत्वपूर्ण सेवाएं और सुविधाएं मिलेंगी, जो साइबर सुरक्षा को बढ़ावा देने और साइबर अपराधों की रोकथाम में मददगार साबित होंगी।
- साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 : साइबर अपराध की शिकायत दर्ज कराने के लिए सीधे हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करने की सुविधा।
- शिकायत की स्थिति जानना : दर्ज की गई शिकायतों की प्रगति और स्थिति की जानकारी वेबसाइट पर आसानी से मिल सकेगी।
- चोरी या खोए मोबाइल का ब्लॉक : वेबसाइट पर खोए हुए मोबाइल को ब्लॉक करने की प्रक्रिया की सुविधा दी गई है।
- संदिग्ध कॉल की रिपोर्ट : धोखाधड़ी या संदिग्ध कॉल की रिपोर्ट दर्ज कराने की सुविधा।
- साइबर जागरूकता सामग्री : साइबर सुरक्षा से संबंधित जागरूकता सामग्री का उपयोग।
- वैध और अवैध एजेंटों की जानकारी: विदेश भेजने वाले वैध और अवैध भर्ती एजेंटों की सूची।
- सभी जिलों के संपर्क सूत्र : प्रदेश के 75 जिलों के साइबर नोडल अधिकारियों और थानों के प्रभारी निरीक्षकों के संपर्क नंबर और ईमेल आईडी।
डीजीपी ने बताया कि प्रदेश के सभी जिलों में साइबर क्राइम थानों की स्थापना की जा चुकी है। इन थानों में प्रशिक्षित पुलिस कर्मियों को नियुक्त किया गया है, जो साइबर अपराधों की तेजी से जांच और समाधान में सहायक होंगे। वर्तमान समय में साइबर अपराधों के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में इस प्लेटफॉर्म की जरूरत महसूस की गई ताकि आम जनता के लिए साइबर सुरक्षा सेवाओं तक पहुंच आसान हो सके।
साइबर जागरूकता अभियान की पहल
साइबर अपराधों से बचाव और जागरूकता बढ़ाने के लिए इस वेबसाइट पर कई जागरूकता कार्यक्रम और सामग्री उपलब्ध कराई गई है। इसके जरिए लोग ऑनलाइन धोखाधड़ी, वित्तीय अनियमितताओं, और सोशल मीडिया से संबंधित अपराधों के प्रति सतर्क हो सकते हैं। वेबसाइट पर आने वाले महाकुंभ मेले के दौरान साइबर सुरक्षा और अन्य संबंधित मुद्दों की जानकारी भी उपलब्ध कराई जाएगी। इससे लाखों श्रद्धालुओं को ऑनलाइन धोखाधड़ी और साइबर अपराधों से बचाने में मदद मिलेगी।
Also Read
18 Jan 2025 12:21 PM
रसोईघर में रखे बर्तन की आवाज सुनकर जब गीता ने दरवाजा खोला तो आरोपी ने कमरे में अंदर जाकर उससे बात नहीं करने की वजह पूछी। आरोपी का कहना है कि उसने माफी मांगी और गीता के सामने काफी रोया। इसके बाद भी गीता ने उसे काफी बातें सुनाई। और पढ़ें