यूपी पुलिस भर्ती : सरकार के फुलप्रूफ प्लान के आगे पस्त दिखे नकल माफिया, भर्ती बोर्ड ने रिजल्ट को लेकर कही ये बात

सरकार के फुलप्रूफ प्लान के आगे पस्त दिखे नकल माफिया, भर्ती बोर्ड ने रिजल्ट को लेकर कही ये बात
UPT | यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा।

Aug 31, 2024 23:32

यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती की जिस परीक्षा को लेकर सभी की नजरें टिकी हुई थी और जिसे योगी सरकार ने अपनी साख और यूपी पुलिस ने अपनी नाक का सवाल बना दिया था, वह सकुशल संपन्न हो गई।

Aug 31, 2024 23:32

Lucknow News : यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती की जिस परीक्षा को लेकर सभी की नजरें टिकी हुई थी और जिसे योगी सरकार ने अपनी साख और यूपी पुलिस ने अपनी नाक का सवाल बना दिया था, वह सकुशल संपन्न हो गई। नकल माफिया इस दौरान पूरी तरह पस्त दिखे और सरकारी इंतजाम उन पर भारी पड़ा। इसके बाद सरकार और पूरे तंत्र ने जहां राहत की सांस ली है। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने सभी अभ्यर्थियों को इसके लिए बधाई दी है। प्रदेश के विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर अंतिम दिन परीक्षा देकर लौटे अभ्यर्थियों ने भी इस बार नकल विहीन परीक्षा को लेकर सख्त व्यवस्था की सराहना की।

सीएम योगी ने अभ्यर्थियों को दी बधाई
मुख्यमंत्री ने कहा कि आरक्षी नागरिक पुलिस के 60,200 से अधिक पदों पर चयन के लिए आयोजित लिखित परीक्षा-2023 के निष्पक्ष, पारदर्शी एवं शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न होने की सभी अभ्यर्थियों को हार्दिक बधाई। उन्होंने सोशल साइट एक्स पर लिखा कि परीक्षा में सहभागिता करने वाले सभी ऊर्जावान और अनुशासित युवाओं को मनोनुकूल परिणाम प्राप्त हों, सभी का भविष्य उज्ज्वल हो, इस हेतु अनंत मंगलकामनाएं। सीएम योगी ने कहा कि विश्व की सबसे बड़ी सिविल पुलिस भर्ती परीक्षा को सफलतापूर्वक, सकुशल संपन्न कराने में सहयोगी सभी जनों, उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड और समस्त जनपदों के जिला प्रशासन को हृदय से धन्यवाद। बोर्ड की वेबसाइट पर मिलेगी सूचना
वहीं उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड (यूपीपीआरपीबी) ने कहा कि अभ्यर्थियों ने बोर्ड के निर्देशों के अनुरूप पूर्ण अनुशासन और गंभीरता के साथ प्रतिभाग किया। भर्ती बोर्ड जल्द ही आगे की प्रक्रिया की ओर बढ़ेगा, जिसकी ससमय सूचना अभ्यर्थियों को वेबसाइट पर दी जाएगी। बोर्ड ने सभी अभ्यर्थियों के अच्छे भविष्य की कामना की है। इस बार पुलिसबल में महिलाओं को 20 प्रतिशत आरक्षण देने का प्रावधान भी दिया गया है। ऐसे में रिजल्ट घोषित होने का महिला अभ्यर्थी भी अभी से इंतजार कर रही हैं।

पांच दिनों में 48 लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने दी परीक्षा
आरक्षी नागरिक पुलिस की ये भर्ती परीक्षा कड़ी सुरक्षा प्रबंध के बीच आयोजित की गई। प्रदेश के 67 जिलों के 1174 केंद्रों पर पांच दिनों में कुल 10 पालियों में आयोजित इस परीक्षा में 48 लाख से अधिक परीक्षार्थी शामिल हुए। इस बार नकल माफियाओं पर पूरी तरह शिकंजा कसा रहा और लखनऊ से लेकर जनपद स्तर तक पुलिस पूरी तरह मुस्तैद रही। डीजीपी प्रशांत कुमार स्वयं इसका जायजा लेते रहे। हर स्तर पर मॉनीटरिंग की गई। चुनाव आचार संहिता की तर्ज पर आरक्षी नागरिक पुलिस की लिखित परीक्षा के लिए अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई। इसके लिए सभी केंद्रों पर एक-एक स्टैटिक मजिस्ट्रेट नियुक्त किए गए।

1.97 लाख पुलिसकर्मियों की तैनाती
इस दौरान प्रदेश के सभी सेंटरों पर 1,97,859 पुलिसकर्मियों को तैनाती की गई, वहीं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस सीसीटीवी के प्रयोग ने सॉल्वर गैंग व अराजक तत्वों के हौसलों को पस्त कर दिया। पर्यवेक्षक ड्यूटी के लिए 15 पुलिस अधीक्षक, 31 अपर पुलिस अधीक्षक व 28 क्षेत्राधिकारी ‌रैंक के अफसर लगाए गए। वहीं सुरक्षा इंतजाम को लेकर 245 कंपनी पीएसी, आठ कंपनी सीएपीएफ, 137 एएसपी व 522 डीएसपी के अलावा 3876 इंस्पेक्टर, 32311 सब इंस्पेक्टर, 47587 हेड कांस्टेबल, 86844 कांस्टेबल व 26582 महिला कांस्टेबल को तैनात किया गया। इस वजह से कहीं भी पेपर लीक से लेकर कानून व्यवस्था को लेकर कोई शिकायत सामने नहीं आई।

पुराने अनुभव से लिया सबक, हर कदम पर बरती सावधानी
इससे पहले आरक्षी नागरिक पुलिस भर्ती का पेपर लीक होने की वजह से सरकार पर विपक्ष ने कई आरोप लगाए थे। इसके अलावा अभ्य​र्थियों में भी नाराजगी देखने को मिली थी। इसके बाद उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने हर छोटे से छोटे पहलू पर बारीकी से ध्यान दिया। एलआईयू से लेकर थाना स्तर पर पुलिस को चौकस रहने को कहा गया। वहीं प्रश्नपत्र को कड़ी सुरक्षा में रखा गया। इसे परीक्षा केंद्रों तक भी संगीनों के साए में पहुंचाया गया। प्रश्न पत्र को लेकर ट्रेजरी और चिह्नित स्ट्रांग रूम पर पर्याप्त संख्या में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए, जिसकी 24 घंटे लाइव मॉनीटरिंग की गई।  

नकल माफियाओं पर लगाया अंकुश
हर परीक्षा केंद्र पर ऐसे इंतजाम किए गए, जिससे परीक्षा सकशुल संपन्न हो सके। साथ ही फर्जी तरीके से परीक्षा में शामिल होने वालों की भी धड़पकड़ की गई। परीक्षा केंद्रों पर सभी अभ्यर्थियों का भौतिक सत्यापन के अलावा डिजिटल फोटो कैप्चरिंग, फेशियल रिकग्निशन, बायोमैट्रिक्स और शत-प्रतिशत रियल टाइम आधार सत्यापन किया गया। इसके बाद उन्हें एग्जाम में शामिल होने दिया गया।

महिला अभ्यर्थियों ने इस बात पर जताई प्रसन्नता
परीक्षा संपन्न होने के बाद हरदोई की रहने वाली ज्योति पाल लखनऊ में बने परीक्षा सेंटर में लिखित परीक्षा प्रक्रिया में हिस्सा लिया। पूरी लिखित परीक्षा प्रक्रिया को लेकर संतोष व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि पुलिस भर्ती प्रक्रिया में महिलाओं को 20 प्रतिशत आरक्षण देने की सरकार की पहल हमारा हौसला बढ़ाने वाली है। लखनऊ की पलक गुप्ता ने इस बात पर सहमति व्यक्त करते हुए पारदर्शी तरीके से हुए पुलिस भर्ती प्रक्रिया को लेकर सीएम योगी का आभार व्यक्त किया। कानपुर की सुजाता श्रीवास्तव ने इस बात पर जोर दिया कि भर्ती परीक्षाएं पहले भी होती रही हैं, मगर इस बार की पुलिस भर्ती परीक्षा में सीएम योगी के विजन अनुसार जिस प्रकार की व्यवस्था की गई वह सराहनीय है और एक सार्थक नजीर पेश कर रही है।

पेपर को लेकर कही ये बात
बिहार के बक्सर जिले से लखनऊ परीक्षा देने आई वंदना कुमारी का कहना है कि सुरक्षा व्यवस्था के साथ ही इस बार पेपर भी परीक्षार्थियों के लिए अच्छा आया था और रीजनिंग में स्कोर करने के पर्याप्त मौके क्वेश्चन पेपर में उपलब्ध थे। बिहार के ही गोपालगंज से परीक्षा देने परिजनों संग आई मुस्कान के मुताबिक सुरक्षा व्यवस्था इतनी बढ़िया थी कि यह पूर्ण पारदर्शिता के साथ प्रदेश की पुलिसबल से जुड़ने के लिए स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देगा जिसमें बिना सोर्स व पैरवी के केवल टैलेंट को ही अवसर देने का मार्ग सुनिश्चित होगा।

हाइटेक स्तर पर आयोजित हुई परीक्षा
अंबेडकर नगर के विवेक अग्रहरी ने लिखित परीक्षा प्रक्रिया के दौरान उत्तम परिवहन व्यवस्था को लेकर कहा कि सरकारी बसों में यात्रा के लिए परीक्षार्थियों को न केवल तरजीह दी जा रही है बल्कि उनसे यात्रा शुल्क भी नहीं लिया जा रहा है जो कि स्टूडेंट्स के लिए एक बड़ी मदद है। उनका यह भी मानना है कि परीक्षा केंद्रों तक पहुंचने के लिए भी उन्हें या उनके ग्रुप में आए किसी अभ्यर्थी को कोई परेशानी नहीं हुई। जबकि, कानपुर  के राजू पाल, बाराबंकी के सूरज सोनकर और उन्नाव के विवेक कुलश्रेष्ठ ने माना कि इस बार की लिखित परीक्षा बहुत हाइटेक स्तर पर आयोजित हुई। परीक्षा में नकल रोकने के लिए उच्च तकनीक के इस्तेमाल के साथ ही स्थानीय प्रशासन ने परीक्षार्थियों की हर प्रकार की मदद सुनिश्चित की। गोंडा के सौरभ द्विवेदी, बिहार के नावादा से आए प्रदीप रंजन और सिवान से आए चंदन राय ने भी इस बात को स्वीकारते हुए प्रदेश सरकार द्वारा की गई उत्तम व्यवस्था की तारीफ की। वहीं, बाराबंकी के विवेक सिंह का कहना है कि इस बार लिखित परीक्षा के आयोजन का आधार ही उच्च मानक रहे। एक अन्य परीक्षार्थी मोहित कुमार साहू ने कहा कि अगर इसी प्रकार प्रदेश में सभी परीक्षाओं का आयोजन होगा तो पेपर लीक जैसी समस्या कभी सर नहीं उठा सकेंगी।

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