रॉबर्ट्सगंज में बनेगा नया पर्यटन भवन : चित्रकूट के मड़फा किले को भी विकसित करेगी सरकार, जानें क्या है वजह

चित्रकूट के मड़फा किले को भी विकसित करेगी सरकार, जानें क्या है वजह
UPT | मड़फा किले को विकसित करेगी सरका

Aug 03, 2024 13:45

उत्तर प्रदेश सरकार ने पर्यटन विकास को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वाकांक्षी योजना शुरू की है। इस योजना के तहत, सोनभद्र जिले के रॉबर्ट्सगंज में एक नए जिला पर्यटन भवन का निर्माण किया जाएगा। साथ ही चित्रकूट के मड़फा किले को भी विकसित किया जाना है।

Aug 03, 2024 13:45

Short Highlights
  • रॉबर्ट्सगंज में बनेगा नया पर्यटन भवन
  • मड़फा किले को भी विकसित करेगी सरकार
  • प्रोजेक्ट कॉर्पोरेशन लिमिटेड को मिली जिम्मेदारी
Lucknow News : उत्तर प्रदेश सरकार ने पर्यटन विकास को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वाकांक्षी योजना शुरू की है। इस योजना के तहत, सोनभद्र जिले के रॉबर्ट्सगंज में एक नए जिला पर्यटन भवन का निर्माण किया जाएगा। साथ ही चित्रकूट के मड़फा किले को भी विकसित किया जाना है। इस पहल का उद्देश्य न केवल पर्यटन को बढ़ावा देना है, बल्कि राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत को भी संरक्षित करना है। सरकार की यह रणनीति राज्य में आर्थिक विकास को बढ़ावा देने और रोजगार के अवसर पैदा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। यह योजना उत्तर प्रदेश को देश के प्रमुख पर्यटन गंतव्यों में से एक के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

18 महीने में बनेगा पर्यटन भवन
पर्यटन भवन बनाने की यह परियोजना 2.54 करोड़ रुपये की लागत से 18 महीनों में पूरी की जाएगी। इस नए भवन को आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जाएगा और भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया जाएगा। यह केंद्र न केवल पर्यटकों के लिए एक महत्वपूर्ण सूचना हब के रूप में कार्य करेगा, बल्कि क्षेत्र के पर्यटन विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इस परियोजना से स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।

इको-टूरिज्म हब पर फोकस
दूसरी महत्वपूर्ण परियोजना चित्रकूट के मड़फा किले को इको-टूरिज्म हब के रूप में विकसित करना है। यह परियोजना 76 लाख रुपये की लागत से 6 महीने की अवधि में पूरी की जाएगी। इस परियोजना का उद्देश्य प्राकृतिक सौंदर्य और ऐतिहासिक महत्व के बीच संतुलन बनाए रखते हुए पर्यटन को बढ़ावा देना है। यह न केवल पर्यावरण के अनुकूल पर्यटन को प्रोत्साहित करेगा, बल्कि क्षेत्र की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को भी संरक्षित करेगा। इस परियोजना से स्थानीय समुदायों के लिए आजीविका के नए अवसर पैदा होने की उम्मीद है।

प्रोजेक्ट कॉर्पोरेशन लिमिटेड को मिली जिम्मेदारी
इन परियोजनाओं को लागू करने के लिए, उत्तर प्रदेश प्रोजेक्ट कॉर्पोरेशन लिमिटेड (यूपीपीसीएल) को जिम्मेदारी सौंपी गई है। कॉर्पोरेशन ने शॉर्ट नोटिस के माध्यम से दोनों परियोजनाओं के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। चयन प्रक्रिया में विशेष रूप से विदेशों में काम करने का अनुभव रखने वाली एजेंसियों को प्राथमिकता दी जाएगी। यह कदम यह सुनिश्चित करेगा कि परियोजनाओं को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप विकसित किया जाए। चयनित एजेंसियों को उच्च गुणवत्ता मानकों को बनाए रखते हुए निर्धारित समय सीमा के भीतर परियोजनाओं को पूरा करना होगा।

स्थानीय अर्थव्यवस्था को मिलेगा बढ़ावा
इन परियोजनाओं का उद्देश्य केवल पर्यटन को बढ़ावा देना ही नहीं है, बल्कि उत्तर प्रदेश के समग्र विकास में योगदान देना भी है। नए पर्यटन भवन और इको-टूरिज्म हब के विकास से न केवल पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलेगा। ये परियोजनाएं रोजगार सृजन, बुनियादी ढांचे के विकास और क्षेत्र की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। इस प्रकार, ये पहल उत्तर प्रदेश को एक प्रमुख पर्यटन गंतव्य के रूप में स्थापित करने में मदद करेंगी, जो राज्य के समग्र विकास में योगदान देगी।

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