पहली श्रेणी में 4,000 वर्ग मीटर और उससे बड़े भूखंड शामिल होंगे। ऐसे बड़े भूखंडों की संख्या 91 है। दूसरी श्रेणी में 450 से 4,000 वर्ग मीटर के 62 भूखंड होंगे। डॉ. सिंह ने बताया कि पूरी आवंटन प्रक्रिया और दरों की जानकारी योजना लॉन्च होने के बाद साझा की जाएगी...
जेवर एयरपोर्ट के पास इंडस्ट्री लगाने का मौका : उद्योगों के लिए जून में आएगी छोटे-बड़े प्लॉट्स की स्कीम
May 22, 2024 17:05
May 22, 2024 17:05
औद्योगिक भूखंड योजना कैसे मिलेगी जमीन
पहली श्रेणी में 4,000 वर्ग मीटर और उससे बड़े भूखंड शामिल होंगे। ऐसे बड़े भूखंडों की संख्या 91 है। दूसरी श्रेणी में 450 से 4,000 वर्ग मीटर के 62 भूखंड होंगे। डॉ. सिंह ने बताया कि पूरी आवंटन प्रक्रिया और दरों की जानकारी योजना लॉन्च होने के बाद साझा की जाएगी।
निवेश और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे
सीईओ ने कहा कि जेवर में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर जल्द ही उड़ानें शुरू होने वाली हैं। इसलिए एयरपोर्ट के आसपास उद्योग लगाने के इच्छुक कई कारोबारी और उद्यमी भूखंडों की मांग कर रहे हैं। इस मांग को देखते हुए भूखंड आवंटन योजना घोषित की जा रही है। उन्होंने बताया कि इससे प्राधिकरण क्षेत्र में बड़े पैमाने पर निवेश आएगा और रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे।
अन्य योजनाएं भी आएंगी
इसके अलावा प्राधिकरण जून में कॉर्पोरेट ऑफिस और आवासीय भूखंड योजनाएं भी लॉन्च करेगा। कॉर्पोरेट ऑफिस योजना में 1,000 वर्ग मीटर के 50 भूखंड होंगे। वहीं आवासीय योजनाओं में निम्न, मध्यम और उच्च आय वर्ग सभी को शामिल किया जाएगा। जानकारों का मानना है कि इन योजनाओं से जेवर इलाके में व्यापक विकास होगा और हजारों लोगों को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे। साथ ही बुनियादी ढांचे को भी मजबूत किया जाएगा।
दो अलग-अलग योजनाएं
इन दोनों योजनाओं के बारे में जानकारी देते हुए प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि पहली योजना में निम्न आय वर्ग के लिए 30 वर्ग मीटर के 6,500 भूखंड होंगे। इनकी कीमत महज 7.5 लाख रुपये रखी गई है। आवंटियों को ढाई मंजिला मकान बनाने की अनुमति दी जाएगी।
दूसरी योजना में मध्यम और उच्च आय वर्ग के लिए 300 से 4,000 वर्ग मीटर के 482 आवासीय भूखंड शामिल किए गए हैं। दोनों योजनाओं के भूखंड यमुना सिटी के सेक्टर 18 और 20 में आवंटित किए जाएंगे।
कामगारों के लिए आवास जरूरी
डॉ. सिंह ने कहा कि किसी भी शहर को विकसित करने के लिए कामगारों की बड़ी आवश्यकता होती है। उनके रहने की सुविधा न होने पर अवैध कॉलोनियां बनने लगती हैं। इसलिए निम्न आय वर्ग के लिए सस्ती आवास योजना लाई जा रही है।
पूरी सुविधाएं मिलेंगी
इन सेक्टरों में प्राधिकरण पार्क, स्कूल, अस्पताल, बैंक, डाकघर और सामुदायिक केंद्र जैसी बुनियादी सुविधाएं विकसित करेगा। आवंटन प्रक्रिया लॉटरी के जरिए की जाएगी। आवास विशेषज्ञों का कहना है कि जेवर एयरपोर्ट के निकट इन दोनों नई योजनाओं से इलाके में बड़े पैमाने पर विकास होगा। सस्ते आवास से यहां बड़ी संख्या में कामगार आ सकेंगे। मध्यम और उच्च आय वर्ग के लोगों के लिए भी रहने का बेहतर विकल्प मिल जाएगा।
विशेषज्ञों की राय में इस कदम से जेवर इलाके का व्यावसायिक विकास होगा और यहां रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे। लेकिन प्राधिकरण को शहरी बुनियादी ढांचे पर ध्यान देकर और तेजी से काम करना होगा। आपको बता दें कि जून के महीने में यमुना अथॉरिटी ज़ेवर अंतरराष्ट्रीय हवाई-अड्डे के पास दो आवासीय योजनाएं भी घोषित करेगी। जिनमें निम्न आय वर्ग, मध्यम वर्ग और उच्च आय वर्ग को भूखंडों का आवंटन किया जाएगा। निम्न आय वर्ग वाले लोगों के लिए 30 वर्ग मीटर के भूखण्डों की योजना लॉन्च होगी। जबकि मध्यम वर्ग और अमीरों के लिए 300 वर्ग मीटर से 4000 वर्गमीटर क्षेत्रफल वाले भूखंडों की योजना आएगी।
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