प्रदेश के जिन शहरों को सर्वाधिक प्रदूषित शहरों में शामिल किया गया है। उनमें मेरठ, नोएडा, मुजफ्फरनगर, गजरौला, गाजियाबाद, आगरा, प्रयागराज, बरेली, फिरोजाबाद, गोरखपुर, झांसी, कानपुर, खुर्जा, लखनऊ, मुरादाबाद, रायबरेली और वाराणसी
Air Pollution UP : प्रदूषण से पश्चिम में हालात खराब, शहरों का एक्यूआई 200 के पार
Oct 18, 2024 09:08
Oct 18, 2024 09:08
- मेरठ, गाजियाबाद और नोएडा में दिनों दिन खराब हो रहे हालात
- ग्रेप सिस्टम लागू होने के बाद भी नहीं संभल रही स्थिति
- यहीं हाल रहा तो अक्टूबर में 300 तक पहुंच सकता है एक्यूआई
शहर इन दिनों वायु प्रदूषण की चपेट में
यूपी के अधिकांश शहर इन दिनों वायु प्रदूषण की चपेट में हैं। उत्तर प्रदेश गंभीर प्रदूषण स्तर का सामना कर रहा है। इसके लिए तत्काल कार्रवाई जरूरी है। बता दें कि राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (एनसीएपी) के तहत देश में प्रदूषण से जूझ रहे राज्यों के लिए साल 2026 तक इसमें 40 फीसदी की कमी लाने का लक्ष्य रखा है। उत्तर प्रदेश के सबसे अधिक प्रदूषित 15 शहरों की स्थिति पर नजर रखी जा रही है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ, नोएडा, मुजफ्फरनगर, गाजियाबाद और मुरादाबाद जैसे शहरों में प्रदूषण की स्थिति भयावह है।
पीएम 10 के स्तर में हल्का सुधार
पूर्वानुमानों के अनुसार हवा में प्रदूषणकारी तत्व पीएम 10 के स्तर में 20% से अधिक की कमी आई है, मुरादाबाद में 55%, गाजियाबाद में 48%, आगरा में 41% और वाराणसी में 40% की कमी आई।
प्रदूषण की सूची में ये शहर शामिल
प्रदेश के जिन शहरों को सर्वाधिक प्रदूषित शहरों में शामिल किया गया है। उनमें मेरठ, नोएडा, मुजफ्फरनगर, गजरौला, गाजियाबाद, आगरा, प्रयागराज, बरेली, फिरोजाबाद, गोरखपुर, झांसी, कानपुर, खुर्जा, लखनऊ, मुरादाबाद, रायबरेली और वाराणसी हैं। इन शहरों ने कठोर सड़क धूल प्रबंधन रणनीतियों, कठोर वाहन उत्सर्जन जांच और मजबूत औद्योगिक प्रदूषण नियंत्रण को भी लागू किया है। इसके बाद भी इन शहरों में प्रदूषण को नियंत्रित करने के हालात काबू में नहीं आ पा रहे हैं।
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