बारिश और खराब इंतजामों की वजह से अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच टेस्ट मैच अब नहीं होगा। ग्रेटर नोएडा के इतिहास का सबसे बड़ा मुकाबला आखिर बिना एक भी गेंद फेंके और 91...
बड़ी खबर : अब नहीं होगा ग्रेटर नोएडा में अफगानिस्तान-न्यूजीलैंड टेस्ट, भारतीय क्रिकेट इतिहास में बना अनचाहा रिकॉर्ड
Sep 13, 2024 10:06
Sep 13, 2024 10:06
संयुक्त विजेता ट्रॉफी मिलेगी
शाम में दोनों बोर्ड के सदस्यों ने बातचीत के बाद यह फैसला लिया। अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (ACB) चाहता था कि किसी ने किसी तरह से आखिरी दिन मैच हो जाए। उसने न्यूजीलैंड टीम प्रबंधन से सीमित ओवरों का मैच या कम से कम टी-20 खेलने की बात की लेकिन किवी टीम इससे सहमत नहीं दिखी। मैदान को लेकर उनकी सबसे बड़ी चिंता थी। न्यूजीलैंड टीम नहीं चाहती थी कि उन्हें मैदान पर किसी तरह की चोट आए।
बारिश ने सारे इंतजाम बहा दिए
मैदान का ज्यादातर हिस्सा ढकने के बावजूद करीब बीस फीसदी भाग ऐसा था जिसे कवर नहीं किया जा सका था। कवर के बीच से भी पानी रिसकर आउटफील्ड तक पहुंच गया। लगातार दो दिन की बारिश से बाउंड्री के आसपास, खासकर पेवेलियन छोर और साइट स्क्रीन के पीछे वाला हिस्से में खासा पानी भरा हुआ है। पंप की मदद से इसे निकालने की पुरजोर कोशिशें की गई, लेकिन बारिश नहीं थमने ये कोशिशें किसी काम की नहीं रही। इससे खेलने लायक हालात बनने की संभावना पूरी तरह खत्म हो गई। इसके अलावा सुबह भी बारिश के अलर्ट ने मैच ड्रॉ घोषित करने का फैसला लेने को बाध्य कर दिया।
1933 से टेस्ट सफर शुरू पर पहली बार ऐसा मैच
अफगानिस्तान-न्यूजीलैंड मैच ने ग्रेटर नोएडा को ऐसा अनचाहा रिकॉर्ड बना दिया, जो भारतीय टेस्ट क्रिकेट के 91 साल के इतिहास में कभी नहीं हुआ था। यह भारतीय धरती पर पहला ऐसा टेस्ट मैच है जो एक भी गेंद खेले फेंके बिना रद्द हो गया। यही नहीं, एशिया में भी कोई ऐसा मैच नहीं हुआ जो बारिश की वजह से बिना एक भी गेंद फेंके ड्रॉ हुआ हो। पाकिस्तान के फैसलाबाद में दिसंबर 1998 में पिछला टेस्ट मैच बिना मैदान पर उतरे खत्म हो गया था, लेकिन यह कोहरे की वजह से हुआ था। भारत की सरजमीं पर 1933 में टेस्ट सफर शुरू हुआ तब से भारत की मेजबानी में 292 टेस्ट खेले, लेकिन ऐसा वाकया पहली बार हुआ। 147 साल के टेस्ट इतिहास का यह आठवां मुकाबला रहा जो बिना गेंद फेंके अंजाम तक पहुंचा। 26 साल पहले आखिरी मुकाबला था जो ऐसे हालात में खत्म हुआ।
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