ग्रेटर नोएडा के बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट में आयोजित हुई पहली भारतीय मोटो जीपी के खिलाफ जांच पूरी हो गई है। जांच में पता है कि आयोजनकर्ता कंपनी फेयर स्ट्रीट स्पोर्ट्स कंपनी ने करीब 11 लोगों का 27 करोड़ रुपये नहीं दिया...
यमुना प्राधिकरण की जांच में बड़ा खुलासा : इंडियन Moto GP करवाने वाली कंपनी होगी ब्लैक लिस्ट, 37 करोड़ रुपये हड़पे
May 28, 2024 19:11
May 28, 2024 19:11
फेयर स्ट्रीट स्पोर्ट्स ने नहीं दिए 37 करोड़ रुपये
यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ.अरुणवीर सिंह ने बताया कि वर्ष 2023 में भारतीय मोटो जीपी का आयोजन किया गया था। आयोजन के बाद कुछ लोग यमुना प्राधिकरण में पहुंचे। उन्होंने शिकायत देते हुए बताया था कि मोटो जीपी करवाने वाली कंपनी ने उनको पैसा नहीं दिए है। मोटो जीपी के लिए काम करने वाली 11 कंपनियों और लोगों को फेयर स्ट्रीट स्पोर्ट्स ने 37 करोड़ रुपये नहीं दिए। इसकी शिकायत आने के बाद जांच शुरू की गई। अब जांच में शिकायत सही पाई गई।
काम पूरा करवाने के बाद भी नहीं दिए पैसे
सीईओ ने आगे बताया कि ग्रेटर नोएडा में इंडियन मोटो जीपी करवाने वाली कंपनी के खिलाफ रिपोर्ट बनाकर अब शासन को भेजी जाएगी। जांच में यह पाया गया है कि मोटो जीपी का आयोजन करवाने वाली कंपनी ने लोगों के 37 करोड़ रुपये नहीं दिए। जबकि काम पूरा करवा लिया है। यह बेहद गंभीर मामला है। इसलिए फेयर स्ट्रीट स्पोर्ट्स को ब्लैक लिस्ट भी किया जाएगा। इस मामले की शिकायत गौतमबुद्ध नगर के जॉइंट पुलिस कमिश्नर के पास भी गई थी। जिन लोगों ने मोटो जीपी के लिए पैसा लगाया, वह अपने आपको ठगा महसूस कर रहे है।
जेवर विधायक धीरेन्द्र सिंह ने उठाई थी मांग
वर्ष 2023 में बुद्धा इंटरनेशनल सर्किट पर हुई बाइक रेसिंग के मामले में बड़ी गड़बड़ी निकलकर सामने आई थी। जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह ने पूरे मामले की जांच करवाने की मांग की थी। उन्होंने उत्तर प्रदेश के चीफ सेक्रेटरी और यमुना प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी को पत्र लिखा था। विधायक धीरेन्द्र सिंह का कहना था, “बुद्धा इंटरनेशनल सर्किट पर मोटो जीपी बाइक रेस में जिन लोगों ने अपनी सेवाएं दी हैं, उन लोगों का भुगतान अभी तक नहीं किया गया है। मोटो जीपी बाइक रेसिंग करवाने वाली कंपनी के सीईओ पुरस्कर नाथ श्रीवास्तव कार्यकारी अधिकारी ने ग़ैर क़ानूनी तरीक़े से लोगों के उपकरण में रख लिए हैं। पेमेंट भी नहीं किया है।”
काम करने वाले भुगतान के लिए परेशान
जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह ने 12 मार्च 2024 को यमुना प्राधिकरण के सीईओ को लिखे पत्र में कहा था कि बीते 24 सितंबर 2023 को बुद्धा इंटरनेशनल सर्किट पर मोटो जीपी रेसिंग बाइक हुई थी। जिसमें संभल जिले के गुन्नौर निवासी योगेंद्र यादव पुत्र वीर सिंह ने मोटो जीपी रेसिंग बाइक से पहले काम किया था, लेकिन उसका पेमेंट अभी तक नहीं किया गया है। इनका सामान गैर कानूनी तरीके से अपने पास रख लिया है। इस दौरान लाए गए उपकरण को बाहर नहीं जाने दिया जा रहा है। जिससे वह ठगा सा महसूस कर रहा है। वह मानसिक क्षति झेल रहा है। नोएडा के सेक्टर-34 में रहने वाले विवेक कुमार सिंह और देवेंद्र सिंह का कहना है कि मोटो जीपी बाइक के दौरान उन्होंने आरसीसी की डायमंड कटिंग का कार्य किया था। अपनी पूरी क्षमता के अनुसार काम किया, लेकिन उपकरण अभी तक नहीं दिया गया है। आरोप लगाया है कि पुष्कर नाथ श्रीवास्तव फेयर स्ट्रीट स्पोर्ट्स कंपनी के सीईओ हैं। गैर कानूनी तरीके से सामान रख लिया है। अनेकों बार मोबाइल पर बात की। व्यक्तिगत रूप से ऑफिस जाकर निवेदन किया। उपकरणों को बाहर नहीं जाने दिया जा रहा है। जिससे आर्थिक और मानसिक क्षति झेलनी पड़ रही है।
कंपनी ने कहा- शासन से पैसा नहीं मिला
इनके अलावा रविंद्र चौधरी (निवासी खाटूश्याम एक्सटेंशन गली नंबर दो मकान नंबर सात गौतमबुद्ध नगर) ने भी विधायक को पत्र सौंपा है। उन्होंने कहा है कि बुद्धा इंटरनेशनल सर्किट पर मोटो जीपी बाइक रेसिंग के दौरान सर्किट में थर्मेक्स का कार्य किया था। मशीनों को अभी तक वापस नहीं किया गया है। गैर कानूनी तरीके लाखों रुपये का सामान रख लिया है। इसी तरह मेरठ के निवासी रॉयल सिंह ने बताया कि मोटो जीपी बाइक रेसिंग के दौरान काम किया है। अब तक छह करोड़ रुपये और जीएसटी बकाया है। कंपनी पेमेंट नहीं कर रही है और मशीनरी भी अपने कैंपस में ग़ैर क़ानूनी तरीक़े से रखे हुए है। जब पैसा मांगा गया तो पुष्कर नाथ श्रीवास्तव ने कहा कि उक्त कार्य का शासन से भुगतान प्राप्त नहीं हुआ है। भुगतान आने पर रकम का भुगतान किया जाएगा। जिस कारण प्रार्थी को मानसिक और आर्थिक क्षति हो रही है।
क्या है मोटो जीपी की हकीकत
फेयर स्पोर्ट्स स्ट्रीट प्राइवेट लिमिटेड के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर पुष्कर नाथ श्रीवास्तव ने दावा किया था कि इस आयोजन से ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में 250 करोड़ रुपये का निवेश आएगा। राज्य के औद्योगिक और टूरिज़्म सेक्टर में बड़ा फ़ायदा मिलेगा। इसी आधार पर उत्तर प्रदेश सरकार से कंपनी ने आयोजन में हिस्सेदार बनने की मांग की। इसी आधार पर औद्योगिक विकास विभाग ने यमुना अथॉरिटी से 18 करोड़ रुपये लेकर कंपनी को दिए थे। कंपनी के सारे दावे झूठे निकले हैं।
Also Read
21 Nov 2024 09:27 PM
परिवार एक रिश्तेदारी में हुए हल्दी कार्यक्रम से लौट रहा था। सभी एक ऑटो में सवार थे। इसी बीच ऑटो को तेज रफ्तार ट्रक ने जोरदार टक्कर मार दी। हादसा कोतवाली देहात क्षेत्र के कुडवल गांव के पास गुरुवार रात करीब 8.20 बजे हुआ। और पढ़ें