ग्रेटर नोएडा में मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब : छह लेन का बनेगा रेलवे ओवरब्रिज, ट्रांसपोर्ट हब और कनेक्टिविटी में होगा सुधार

छह लेन का बनेगा रेलवे ओवरब्रिज, ट्रांसपोर्ट हब और कनेक्टिविटी में होगा सुधार
UPT | Symbolic Photo

Sep 14, 2024 13:31

मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब (एमएमटीएच) को आपस में जोड़ने, दादरी और ग्रेटर नोएडा के बीच सफर को आसान बनाने के लिए पल्ला के पास रेलवे क्रॉसिंग पर निर्माणाधीन आरओबी (रेलवे ओवर ब्रिज) अब छह लेन का बनेगा।

Sep 14, 2024 13:31

Greater Noida News : मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब (एमएमटीएच) को आपस में जोड़ने, दादरी और ग्रेटर नोएडा के बीच सफर को आसान बनाने के लिए पल्ला के पास रेलवे क्रॉसिंग पर निर्माणाधीन आरओबी (रेलवे ओवर ब्रिज) अब छह लेन का बनेगा। इसे चार लेन का बनाया जा रहा था। आईआईटीजीएनएल की पहल पर दो लेन और बढ़ाने की स्वीकृति मिल गई है। इस दो लेन का खर्च आईआईटीजीएनएल वहन करेगा।

मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब विकसित होगा
दरअसल, आईआईटीजीएनएल (इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप ग्रेटर नोएडा लिमिटेड) की तरफ से बोड़ाकी के पास मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब विकसित किया जा रहा है। यह बोड़ाकी रेलवे स्टेशन के दोनों तरफ है। एमएमटीएच में तीन अहम परियोजनाएं बोड़ाकी हाल्ट की जगह ग्रेटर नोएडा रेलवे टर्मिनल के रूप में विकसित किया जाएगा । साथ ही अंतर्राज्यीय के साथ लोकल बस अड्डा और मेट्रो कनेक्टिविटी की सुविधा भी होगी। 

50 से अधिक ट्रेनें चलेंगी
पूरब की ओर जाने वाली 50 से अधिक ट्रेनें ग्रेटर नोएडा टर्मिनल से चलेंगी। जिससे पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल आदि की ओर जाने वाले यात्रियों को बड़ी सहूलियत हो जाएगी। उन्हें दिल्ली, नई दिल्ली और आनंद विहार रेलवे स्टेशन जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इसी तरह अंतर्राज्यीय और लोकल बस अड्डा बन जाने से उद्योगों में काम करने वालों के लिए अपने घर जाना आसान हो जाएगा। यहीं से लोकल बसें भी मिला करेंगी। 

मेट्रो कनेक्टीविटी भी होगी
इसके अलावा नोएडा-ग्रेटर नोएडा को जोड़ते हुए डिपो स्टेशन से मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब तक मेट्रो कनेक्टीविटी भी होगी। इन परियोजनाओं की कागजी प्रक्रिया अंतिम चरण में है। अगले छह माह में यह सभी परियोजनाओं का निर्माण शूरू करने की तैयारी है। इस बीच पल्ला के पास रेलवे लाइन पार करने के लिए रेलवे की तरफ से चार लेन का ओवरब्रिज बनाया जा रहा है। आईआईटीजीएनएल ने इस ओवरब्रिज को छह लेन बनाने के लिए प्रयास किया। 

194 करोड़ रुपये खर्च इस काम पर होंगे
आईआईटीजीएनएल के प्रबंध निदेशक और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार ने इसके लिए उत्तर प्रदेश शासन और भारत सरकार से निरंतर प्रयास किए। अब इसका लाभ मिल गया है। इस ओवरब्रिज को छह लेन का बनाने को मंजूरी मिल गई है। इस पर कुल खर्च लगभग 194 करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं, जिसमें से करीब 75 करोड़ रुपये ग्रेटर नोएडा और शेष रकम डी एफ सी सी वहन कर रहा है। इस पर काम पहले ही शुरू हो चुका है। अगले डेढ़ साल में इसका निर्माण पूरा हो जाने की उम्मीद है।

पुल बनने से होंगे कई अहम फायदे
इस पुल के बन जाने से कई फायदे होंगे। एक तो पश्चिमी क्षेत्रों जैसे ग्रेटर नोएडा, नोएडा और दिल्ली आदि की तरफ से आने वाले लोगों के लिए ग्रेटर नोएडा रेलवे टर्मिनल तक पहुंचना आसान हो जाएगा। इसके अलावा ग्रेटर नोएडा की 105 मीटर रोड को भी एनएच-91 से जोड़ा जा रहा है। जिससे दादरी एवम ग्रेटर नोएडा फेस-2 के क्षेत्रों से एमएमटीएच के बीच आवाजाही आसान हो जाएगी। 105 मीटर रोड को एनएच-91 से जोड़ने के लिए 60 मीटर चौड़ी रोड बनाने का जल्द शुरू होने जा रहा है। इसकी टेंडर प्रक्रिया पूरी की जा रही है। ग्रेटर नोएडा फेस टू इसी तरफ बसाने की योजना पर काम चल ही रहा है।

सीईओ रवि कुमार एनजी का बयान
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ और आईआईटीजीएनएल के प्रबंध निदेशक एनजी रवि कुमार का कहना है कि पल्ला-बोड़ाकी के पास निर्माणाधीन रेलवे ओवरब्रिज से न सिर्फ एमएमटीएच को लाभ होगा, बल्कि ग्रेटर नोएडा-दादरी के बीच रोजाना सफर करने वाले हजारों लोगों को बहुत सहूलियत हो जाएगी। ग्रेटर नोएडा फेस टू भी इसी तरफ बसाया जाना है। उसके लिए भी यह पुल मील का पत्थर साबित होगा।

Also Read

पुलिस को गुमराह करने और खुद को आईपीएस बताने वाला गिरफ्तार, जानें पूरा मामला

22 Nov 2024 10:22 PM

गाजियाबाद Ghaziabad News : पुलिस को गुमराह करने और खुद को आईपीएस बताने वाला गिरफ्तार, जानें पूरा मामला

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद पुलिस ने एक ऐसे शख्स को उसके दोस्त के साथ धर दबोचा है, जो अपने आप को मणिपुर काडर का पुलिस अधिकारी... और पढ़ें