नोएडा सेक्टर 62 में स्थित नैनीताल बैंक में साइबर हमले का मामला सामने आया है। जिसमें नैनीताल बैंक के आरटीजीएस (रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट) चैनल को हैक करके साइबर...
नैनीताल बैंक का RTGS चैनल हैक : 84 बार में ट्रांसफर किए 16 करोड़, अलग-अलग खातों में भेजी रकम
Jul 15, 2024 13:24
Jul 15, 2024 13:24
आईटी मैनेजर ने पुलिस को बताया...
नैनीताल बैंक के आईटी मैनेजर सुमित कुमार श्रीवास्तव ने नोएडा सेक्टर 62 में स्थित साइबर क्राइम थाने में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि उनके बैंक में जून महीने के बैलेंस शीट का मिलान हो रहा था। 17 जून को आरबीआई सेटलमेंट आरटीजीएस खाते के नियमित समाधान के दौरान बैलेंस सीट में 3 करोड़ 60 लाख 94 हजार 20 रुपये का अंतर पाया गया। इसके बाद बैंक की आरटीजीएस टीम ने विभिन्न वित्तीय संदर्भों को समझने के लिए स्ट्रक्चर्ड फाइनेंशियल मैसेजिंग सिस्टम (एसएफएमएस) सर्वर के साथ सीबीएस (कोर बैंकिंग सिस्टम) में लेनदेन की जांच की गई।
सीबीएस में बैलेंस सीट नहीं खाई मेल
इस जांच के दौरान पता चला कि सीबीएस (कोर बैंकिंग सिस्टम) और एसएफएमएस (स्ट्रक्चर्ड मैसेजिंग सिस्टम) में कुछ तकनीकी खामियां पाई गई हैं। इसके बाद आरटीजीएस संदेश देर से मिलने का मामला मानते हुए आरटीजीएस टीम ने अगले दिन तक इंतजार किया और 18 जून को जांच की गई। जिसमें पाया गया कि बैंकों के सीबीएस में बैलेंस सीट मेल नहीं खा रहे थे, जबकि एसएफएमएस में निपटान रिपोर्ट सही थी। जांच के दौरान कुछ संदिग्ध गतिविधियों की भी रिपोर्ट आई, जिससे आरटीजीएस टीम ने अंततः आंतरिक जांच में सिस्टम लाइन में समस्या का पता लगाया।
साइबर क्राइम अधिकारी ने बताया...
बता दें कि इस मामले को लेकर जब 20 जून को जांच आगे बढ़ी तो पता चला कि जिस बैलेंस शीट में गड़बड़ी मिली है। इसमें 85 फीसदी लेनदेन कैश में की गई है। इसके बाद जांच में पता चला कि 16 करोड़ एक लाख 83 हजार 261 रुपये की धोखाधड़ी हुई है। इन पैसों को बैंक से 84 बार में अलग अलग खातों में भेजा गया है। साइबर क्राइम थाने के प्रभारी निरीक्षक विजय कुमार का कहना है कि इस मामले में थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और इस मामले की जांच के लिए एक डेडिकेटेड टीम बनाई गई है। इस मामले में पुलिस की टीम कई अन्य एजेंसियों की मदद ले रही है।
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