संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में कलेक्ट्रेट पर चल रहे धरना प्रदर्शन में आज (पांचवें) दिन सैकड़ों की संख्या में किसान जुटे हैं। किसानों और तीनों प्राधिकरणों के मुख्य कार्यपालक अधिकारी और डीएम गौतमबुद्ध नगर...
पांचवें दिन भी जारी रहा किसानों का धरना प्रदर्शन : तीनों प्राधिकरण और डीएम से होगी हाईलेवल बैठक, सरकार से हैं नाराज
Oct 18, 2024 14:38
Oct 18, 2024 14:38
मुआवजे और सर्कल रेट को लेकर भारी रोष
धरने का मुख्य मुद्दा किसानों को दिए जा रहे मुआवजे और 10% प्लॉट के विवाद से जुड़ा है। किसानों का आरोप है कि गोरखपुर में नई कानून व्यवस्था के तहत किसानों को उनकी जमीन का चार गुना मुआवजा दिया जा रहा है जबकि गौतमबुद्ध नगर में यह मुआवजा बाजार दर से भी बहुत कम है। पिछले 10 वर्षों से जानबूझकर सर्कल रेट का संशोधन नहीं किया गया है। जिससे किसानों को चार गुना मुआवजा न देना पड़े। किसानों का कहना है कि जिला प्रशासन ने मुआवजे के लिए की गई पंचायतों को भी खत्म कर दिया है। जिससे उनका गुस्सा और बढ़ गया है। इस कारण से जिले में जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया को लेकर भारी असंतोष फैल गया है।
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कमेटी की रिपोर्ट पर सरकार की चुप्पी से नाराजगी
संयुक्त किसान मोर्चा का कहना है कि जब तक उनकी मांगों का समाधान नहीं होता आंदोलन जारी रहेगा। इस धरना प्रदर्शन का उद्देश्य सरकार द्वारा गठित कमेटी की रिपोर्ट को सार्वजनिक करवाना है। डॉ.रुपेश वर्मा ने बताया कि पहले चरण में 10% प्लॉट के मुद्दे पर प्रस्ताव शासन को भेजा गया था। इसके बाद शासन ने प्रस्ताव पर विचार के लिए एक कमेटी का गठन किया था, जिसकी रिपोर्ट 31 अगस्त को मुख्यमंत्री कार्यालय को सौंप दी गई थी। रिपोर्ट अभी तक सार्वजनिक नहीं की गई है। जिससे किसानों में असंतोष और गुस्सा बढ़ता जा रहा है। डॉ.रुपेश वर्मा ने कहा कि किसानों को जब तक उनकी न्यायोचित मांगें पूरी नहीं होती। वे अपना आंदोलन जारी रखेंगे।
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आंदोलन का अगला कदम
संयुक्त किसान मोर्चा ने स्पष्ट किया है कि यह आंदोलन अब रुकने वाला नहीं है। किसान सरकार से सर्कल रेट के संशोधन चार गुना मुआवजे और 10% प्लॉट की मांग पर तुरंत कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। अगर उनकी मांगों को जल्द पूरा नहीं किया गया तो आंदोलन और उग्र रूप ले सकता है।
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