इस सीट पर उनके प्रतिद्वंदी रहे रालोद के विधायक अपनी मजबूत दावेदारी पेश कर सकते हैं। ऐसे में माननीय के सामने राजनीति में अपना वर्चस्व कायम रखने की चुनौती है। जिसके चलते वह अर्नगल बयानबाजी कर चर्चाओं में बने रहना चाहते हैं।
Ghaziabad News : अधिकारियों को भ्रष्टाचारी और सपा का एजेंट बताकर खुद की सरकार पर सवाल खड़े कर रहे लोनी विधायक
Jun 12, 2024 18:42
Jun 12, 2024 18:42
- हार पर मंथन के बिना माननीय ने अधिकारियों पर फोड़ा ठीकरा
- आपदा को अवसर में बदलने के प्रयास में माननीय विधायक!
- कभी कमिश्नर तो कभी सरकार पर आरोप लगाकर कर रहे पत्राचार
भ्रष्टाचारी और सपा का एजेंट बताकर खुद ही सरकार पर ही सवाल खड़े कर दिए
माननीय ने उच्च पदों पर बैठे अधिकारियों को भ्रष्टाचारी और सपा का एजेंट बताकर खुद ही सरकार पर ही सवाल खड़े कर दिए। इन अधिकारियों पर उंगली उठाने से पूर्व माननीय भूल गए कि ये कोई छोटे-मोटे कर्मचारी नहीं, बल्कि वह अधिकारी हैं जिनकी पोस्टिंग खुद सरकार के मुखिया द्वारा की गई है। ऐसे में माननीय द्वारा प्रदेश के अधिकारियों पर लगाए गए आरोप खुद उनकी ही सरकार को कटघरे में खड़ा करते हैं। चर्चा तो इस बात की भी है कि माननीय पार्टी की हार को अपने निजी स्वार्थ के लिए भुनाने का प्रयास कर रहे हैं, यानि कि आपदा को अवसर में बदलने का प्रयास कर रहे हैं।
क्या कहते हैं राजनीतिक जानकार
राजनीति के जानकारों का मानना है कि जिस तरह से उत्तर प्रदेश में भाजपा की हार हुई है, उससे पार्टी को सबक लेने और अपने नेताओं के साथ बैठकर हार के कारणों पर मंथन करने की जरूरत थी। लेकिन यह सब हुए बिना ही एक माननीय का निर्णय पर पहुंच जाना उनकी राजनीतिक समझ और काबिलियत को दर्शाता है। कयास लगाए जा रहे हैं कि माननीय राजनीति में अपने दूरगामी भविष्य को लेकर भी परेशान हो सकते हैं।
गठबंधंन की सरकार में उत्तर प्रदेश का प्रभावी दल रालोद सरकार का बना हिस्सा
जिस तरह से देश में गठबंधंन की सरकार में उत्तर प्रदेश का प्रभावी दल रालोद सरकार का हिस्सा बना है, उससे माननीय को अपनी राजनीतिक भूमि दरकती दिखाई दे रही है। कयास लगाए जा रहे हैं कि आगामी 2027 के विधानसभा चुनाव में माननीय की सीट रालोद के हिस्से में आई तो उनका राजनैतिक कैरियर दांव पर लग सकता है।
प्रतिद्वंदी रहे रालोद के विधायक अपनी मजबूत दावेदारी कर सकते हैं पेश
यदि ऐसा हुआ तो इस सीट पर उनके प्रतिद्वंदी रहे रालोद के विधायक अपनी मजबूत दावेदारी पेश कर सकते हैं। ऐसे में माननीय के सामने राजनीति में अपना वर्चस्व कायम रखने की चुनौती है। जिसके चलते वह अर्नगल बयानबाजी कर चर्चाओं में बने रहना चाहते हैं। इसके लिए माननीय एक ऐसे अधिकारी पर आरोपों की बौछार कर रहे हैं जहां लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी ने भारी मतों के अंतर से विजयश्री प्राप्त की है। उस अधिकारी की ईमानदारी पर सवाल खड़े कर रहे हैं जिनकी गिनती प्रदेश के बेहद ईमानदार अधिकारियों में की जाती है।
Also Read
23 Nov 2024 12:34 AM
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में आयोजित मंत्री परिषद की बैठक में नोएडा और ग्रेटर नोएडा के बीच मेट्रो रेल सेवा के विस्तार का महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया। और पढ़ें