गाजियाबाद के जिला जज की कोर्ट में मंगलवार को एक सुनवाई के दौरान हिंसा की घटना सामने आई। वकीलों ने जज पर कुर्सियां फेंकीं, जिसके चलते जज ने तुरंत पुलिस को बुलाने का फैसला किया।
गाजियाबाद जिला कोर्ट में जबरदस्त बवाल : वकीलों ने जज पर फेंकी कुर्सी, पुलिस ने किया लाठीचार्ज
Oct 29, 2024 14:54
Oct 29, 2024 14:54
जज पर फेंकी कुर्सियां
सुबह की कार्यवाही के दौरान एक जमानत याचिका पर सुनवाई चल रही थी। शुरुआती बहस के दौरान न्यायाधीश और वकीलों के बीच मतभेद हो गई। जो धीरे-धीरे बड़े वाद-विवाद में बदल गई। स्थिति तब और बिगड़ गई जब कुछ गुस्साएं वकीलों ने जज पर कुर्सियां फेंक दीं। जज को अपनी सुरक्षा के लिए पुलिस बल की सहायता मांगनी पड़ी।
गाजियाबाद : गाजियाबाद कोर्ट में जो कुछ देखने को मिला उसकी वजह सामने आ गयी है। अधिवक्ता नाहर सिंह यादव एक जमानत अर्जी दूसरी कोर्ट में ट्रांसफर करना चाहते थे। इसे लेकर उनका जिला जज अनिल कुमार से विवाद हुआ। जिसके चलते आपस में खूब गाली गलौच हुई। वायरल वीडियो में अधिवक्ता, जिला जज से… pic.twitter.com/EO8aSsNtIO
— Uttar Pradesh Times (@UPTimesLive) October 29, 2024
पुलिस के आने से स्थिति और बिगड़ी
पुलिस के आने के बाद स्थिति और जटिल हो गई। पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज का सहारा लिया। जिससे कई वकील घायल हुए। इस कार्रवाई से गुस्साएं वकीलों ने कोर्ट परिसर स्थित पुलिस चौकी पर हमला कर दिया और उसमें तोड़फोड़ की। स्थिति इतनी बिगड़ गई कि चौकी में आग लगा दी गई।
गाजियाबाद : एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें यूपी कोर्ट में वकीलों और जज में झड़प देखने को मिल रही है। जज ने पुलिस बुलाई। पुलिस ने वकीलों को कोर्ट रूम से बाहर खदेड़ा। कोर्ट रूम के अंदर चली लाठियां, कुर्सियां फेंकी गईं। एक केस की सुनवाई के दौरान हुई झड़प।@ghaziabadpolice… pic.twitter.com/HWwK0wAGSV
— Uttar Pradesh Times (@UPTimesLive) October 29, 2024
वकीलों ने जज पर सवाल उठाए
वकील समुदाय का आरोप है कि जज ने उन्हें कोर्टरूम में बंद करके पीटने का आदेश दिया। वकील सुशील शर्मा के अनुसार कई वकील इस घटना में गंभीर रूप से घायल हुए हैं। वकीलों ने चेतावनी दी है कि यदि दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो वे आंदोलन को और तेज करेंगे।
Also Read
22 Nov 2024 09:14 AM
पुलिस आयुक्त अजय मिश्र से फर्जी आईपीएस अनिल कटियाल मुलाकात करने पहुंचा। पुलिस आयुक्त ने भी उसे वरिष्ठ अधिकारी समझकर सम्मान दिया। जब वह जाने लगा तो उसने पुलिस आयुक्त के साथ फोटो खिंचवाने के लिए कहा। इसके बाद उनको शक हो गया। और पढ़ें