युवा पीढ़ी एक बच्चे तक सीमित रहने की बढ़ती प्रवृत्ति के कारण देश के अनेक भागों में छह साल के कम आयु वर्ग के बच्चों में जनसंख्या का संतुलन उस वर्ग विशेष के पक्ष में झुकता दिखने लगा है
विश्व जनसंख्या दिवस : संभावित गृहयुद्ध के खतरे को रोकने के लिए जनसंख्या नियंत्रण कानून जरूरी
Jul 11, 2024 14:59
Jul 11, 2024 14:59
- विश्व जनसंख्या दिवस पर गाजियाबाद जिला मुख्यालय में प्रदर्शन
- जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग को लेकर सौंपा ज्ञापन
- सांसदों का घेराव कर कानून लागू का बनाएंगे दबाव
जनसंख्यिकीय असंतुलन जैसी भीषण समस्या
इस दौरान जिलाध्यक्ष श्याम सुंदर त्यागी ने बताया कि जनसंख्या विस्फोट एवं जनसंख्यिकीय असंतुलन जैसी भीषण समस्या से उत्पन्न हो रहे संभावित गृहयुद्ध के खतरे को रोकने को जनसंख्या नियंत्रण जरूरी है। जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाने की मांग को लेकर आज जिलाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन भेजा है।
भारतीय संस्कृति के लिए पूर्व की भाति विघटनकारी साबित
धरने में उपस्थिति कार्यकर्ताओं ने बताया कि अंधाधुंध संतानोत्पत्ति करने की प्रवृत्ति पर जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाकर ही अंकुश लगाया जा सकता है। एक-एक पल की देरी भारत और भारतीय संस्कृति के लिए पूर्व की भाति विघटनकारी साबित हो सकती है। बताया कि एक वर्ग विशेष द्वारा रणनीति के तहत जनबूझकर बढ़ाई जा रही जनसंख्या और सनातन समाज की युवा पीढ़ी एक बच्चे तक सीमित रहने की बढ़ती प्रवृत्ति के कारण देश के अनेक भागों में छह साल के कम आयु वर्ग के बच्चों में जनसंख्या का संतुलन उस वर्ग विशेष के पक्ष में झुकता दिखने लगा है।
सांसदों सहित महत्वपूर्ण जनप्रतिनिधियों के घेराव की योजना
संगठन के जिलाध्यक्ष ने बताया कि जनसंख्या नियंत्रण कानून बनने के लिए समय रहते आवश्यक कदम ना उठाए जाने की स्थिति में निकट भविष्य में विधायक एवं सांसदों सहित महत्वपूर्ण जनप्रतिनिधियों के घेराव की योजना पर भी संगठन विचार कर रहा है।
देश में जमीन कम पड़ गई है
उन्होंने बढ़ती जनसंख्या पर चिंता जताते हुए कहा कि देश में 147 जिले ऐसे हैं, जहां तेजी से जनसंख्या बढ़ी है। भारत आज दुनिया का सबसे ज्यादा आबादी वाला देश है। दुनिया की जितनी आबादी है, उसकी 20 फीसदी आबादी भारत में है। देश में जमीन कम पड़ गई है। लोगों के लिए पीने का पानी कम पड़ रहा है। बढ़ती हुई जनसंख्या एक चुनौती है।
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