Kanwar Yatra-2024 : क्यूआर कोड का इस्तेमाल करते ही कांवड़ियों की समस्या का होगा समाधान

क्यूआर कोड का इस्तेमाल करते ही कांवड़ियों की समस्या का होगा समाधान
UPT | क्यूआर कोड

Jul 15, 2024 02:13

इस बार ‘क्यूआर कोड’ लांच किया गया है। कांवड़िया अपने मोबाइल से क्यूआर कोड को स्कैन करेगा। जिसके बाद उनको रूट और कांवड़ यात्रा से जुड़ी सभी जानकारी पलक झपकते मोबाइल पर मिलेगी।

Jul 15, 2024 02:13

Short Highlights
  • हरिद्वार में इस बार चार करोड़ कांवड़ियों के ​पहुंचने की उम्मीद 
  • कांवड़ यात्रा के दौरान वाहन पार्किंग और जाम की मिलेगी जानकारी 
  • कांवड़ियों के लिए पहली बार ‘क्यूआर कोड’ लांच करने का निर्णय 
Kanwar Yatra-2024 : इस बार हरिद्वार में चार करोड़ कांवडियों के पहुंचने की उम्मीद है। इसके लिए उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड प्रशासन पूरी तैयारी में जुटा हुआ है। कांवड़ यात्रा के दौरान कांवड़ियों को किसी प्रकार की कोई परेशानी ना हो इसके लिए विशेष व्यवस्था की गई है। कांवड़ यात्रा मार्ग पर इस बार क्यूआर कोड लगाए जाएंगे। जिनको स्कैन करते ही कांवड़ियों को हर प्रकार की समस्या का समाधान मिलेगा।  

22 जुलाई से शुरू होगी कांवड़ यात्रा 
कांवड़ यात्रा इस बार 22 जुलाई से शुरू हो रही है। कांवड़ियों के लिए पहली बार ऐसी व्यवस्था की गई है। जो कांवड़ यात्रा के लिहाज से काफी सुविधाजनक होगी। इस व्यवस्था से कांवड़ यात्रा सुरक्षित होगी। इसी के साथ कांवड़ियों को वाहन पार्किंग, खोया पाया, जाम जैसी समस्याओं का निदान मोबाइल पर मिल जाएगा। इसके लिए मोबाइल स्कैनर का इस्तेमाल करना होगा।

कांवड़ यात्रा से प्रभावित पांचों राज्यों
करोड़ों की संख्या में शिवभक्त कांवड़िए अलग-अलग शहरों और राज्यों से हरिद्वार से जल लेकर अपने गंतव्य की ओर बढ़ेंगे। कांवड़ यात्रा को बिना परेशानी के संपन्न कराना प्रशासन के लिए चुनौती से कम नहीं है। कांवड़ यात्रा से प्रभावित पांचों राज्यों यूपी, उत्तराखंड ,दिल्ली, हरियाणा और हिमाचल मिलकर सभी प्रकार की व्यवस्था पर काम कर रहे हैं। जिससे कि कांवड़ यात्रा सुरक्षित और सुगम रहे। कांवड़ियों के लिए इस बार खास इंतजाम किए गए हैं। इस बार ‘क्यूआर कोड’ लांच किया गया है। कांवड़िया अपने मोबाइल से क्यूआर कोड को स्कैन करेगा। जिसके बाद उनको रूट और कांवड़ यात्रा से जुड़ी सभी जानकारी पलक झपकते मोबाइल पर मिलेगी।

बनाए गए 12 पार्किंग स्थल
कांवड़ियों को सबसे ज्यादा समस्या वाहन पार्किंग की होती है। इस बार ‘क्यूआर कोड’ से जोड़े गए ऐप में हरिद्वार में 12 पार्किंग स्थलों का विवरण है। इनमें छह पार्किंग छोटे वाहनों के लिए हैं। इनके अलावा देहरादून से, मेरठ और मुजफ्फरनगर से, बिजनौर से आने वाले कांवड़ियों के बड़े वाहनों के लिए अलग पार्किंग बनाई गई है।

कांवड़ मार्ग के रूटों की जानकारी भी मिलेगी
‘क्यूआर कोड’ के माध्यम से कांवड़ियों को कांवड़ मार्ग से जुड़ी हर जानकारी मिलेगी। किस रास्ते पर भीड़ और कहां डायवर्ट किया है। दिन और रात में कौन सा कांवड़ मार्ग सुरक्षित है। इसके अलावा अगर कोई कांवड़िया रास्ता भटक जाता है तो यह ऐप उसे उसके सही स्थान तक पहुंचाने में मदद करेगा।

ADG जोन मेरठ ने दी जानकारी
मेरठ एडीजी जोन ध्रुवकांत ठाकुर ने जानकारी दी कि पहली बार कांवड़ यात्रा के दौरान ‘क्यूआर कोड’ की व्यवस्था लागू ​की गई है। इसे स्कैन करने पर कांवड़ियों को कांवड़ रूट, डायवर्जन और पार्किंग का अपडेट मिलेगा। 

Also Read

17.435 किमी लंबी परियोजना को कैबिनेट की मंजूरी, विधायकों ने सीएम का जताया आभार

23 Nov 2024 12:34 AM

गौतमबुद्ध नगर नोएडा-ग्रेटर नोएडा मेट्रो एक्वा लाइन का विस्तार : 17.435 किमी लंबी परियोजना को कैबिनेट की मंजूरी, विधायकों ने सीएम का जताया आभार

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में आयोजित मंत्री परिषद की बैठक में नोएडा और ग्रेटर नोएडा के बीच मेट्रो रेल सेवा के विस्तार का महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया। और पढ़ें