साजिद अली फर्जी तरीके से कागज तैयार करता था। इसके बाद उन्हें आनलाइन डेटा में चढ़वाता था। साकिब अभ्यार्थी को लेकर आता था।
Meerut News : मेरठ STF ने पकड़ा डाक विभाग में भर्ती कराने वाला गैंग, मेरठ में 13 गिरफ्तार
Oct 01, 2024 14:39
Oct 01, 2024 14:39
- प्रत्येक अभ्यर्थियों से लेते थे चार लाख रुपये
- एक लाख देते थे डाक अधीक्षक को वैरिफिकेशन के लिए
- हापुड और अमरोहा से संचालित हो रहा था गैंग
एक लाख रुपये डाक अधीक्षक को
भर्ती गिरोह प्रत्येक अभ्यार्थी से चार लाख रुपये भर्ती कराने के लिए लेता था। इसमें से एक लाख रुपये डाक अधीक्षक को कागजों के वैरिफिकेशन के लिए देता था। कुछ जगह सेटिंग नहीं होने पर इनके खिलाफ एफआई दर्ज करवा दी गई। आरोपी डाक अधीक्षक अलीगढ़ संजय कुमार सिंह पर सेटिंग करके ग्रामीण डाक सेवक की भर्ती में फर्जी सर्टिफिकेट से नौकरी लगवाने का आरोप है।
डाक विभाग में ग्रामीण डाक सेवकों की भर्ती निकली थी
एसटीएफ के एसपी बृजेश कुमार सिंह ने बताया कि पूरे देश में 44.228 पदों पर और यूपी में करीब पांच हजार पदों पर डाक विभाग में ग्रामीण डाक सेवकों की भर्ती निकली थी। इसका नोटिफेकेशन 15 जुलाई 2024 को जारी हुआ था। इसके बाद 23 अगस्त 2024 को इसकी मेरिट लिस्ट जारी हुइ। इसके बाद 30 अगस्त से यूपी में डॉक्यूमेंट वैरिफिकेशन का काम शुरू किया गया। आरोपी अब तक अलीगढ़ सहित कई जिलों में करीब 20 अभ्यार्थियों के कागजात वैरिफाई करवा चुके हैं।
अमरोहा और हापुड से संचालित गैंग
एसटीएफ के एसपी बृजेश कुमार ने बताया कि गैंग अमरोहा और हापुड से आपरेट हो रहा था। अमरोहा का साजिद और हापुड़ का साकिब गैंग को चला रहा था। साजिद अली फर्जी तरीके से कागज तैयार करता था। इसके बाद उन्हें आनलाइन डेटा में चढ़वाता था। साकिब अभ्यार्थी को लेकर आता था। पूरे घोटाले में मैनपुर डाक अधीक्षक का ड्राइकर विकल भी शामिल था।
चार लाख रुपये तय था प्रति अभ्यार्थी
गैंग प्रत्येक अभ्यार्थी से चार लाख रुपये वसूली करता था। आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। पकड़े गए अभ्यार्थियों ने स्वीकार किया कि उन्होंने अपनी भर्ती के लिए चार लाख रुपए दिए हैं।
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