ग्राम पंचायतों के मजरे और पांच से छह किलोमीटर क्षेत्र में पड़ने वाले गांव के लोगों को फायदा होगा। क्यों कि शहर के छोटे व्यापारी भी ग्राम पंचायतों में अपना सामान बेच सकेंगे।
बदलता उत्तर प्रदेश : 10 हजार की आबादी वाले गांवों में लगेंगे पंचायत बाजार
Jul 06, 2024 01:53
Jul 06, 2024 01:53
- एक बाजार से 25 से 30 गांवों को होगा लाभ
- स्वयं सहायता समूहों को गांव से जोड़ा जाएगा
- 12 विकास खंडों में चिहिंत किए जा रहे हैं गांव
12 विकास खंडों की 662 ग्राम पंचायतों में ऐसे गांव चिहिंत
दसअसल, लोकसभा चुनाव को लेकर आदर्श आचार संहिता लगने से पूर्व इस योजना को संचालित करने का खाका तैयार किया गया था। लेकिन आचार संहिता लागू होने और सरकारी मशीनरी के चुनाव में व्यस्त होने की वजह से योजना पर काम शुरू नहीं हो सकता था। लेकिन अब योजना को लेकर विभाग ने कवायद शुरू कर दी है। इसके लिए जनपद के 12 विकास खंडों की 662 ग्राम पंचायतों में ऐसे गांव चिहिंत किए जा रहे हैं। जिनकी आबादी आठ से दस हजार के बीच है। ऐसी करीब 400 ग्राम पंचायतें हैं जिनकी आबादी करीब 8 से दस हजार के बीच है।
जगह के लिए सर्वे करा रहा है
विभाग पंचायत बाजार विकसित कराने को जगह के लिए सर्वे करा रहा है। एक माह में सर्वे पूरा होगा। खासकर उन जगहों को चिहिंत किया जा रहा है। जहां पर अमृत सरोवर के तहत तालाबों का सुंदरीकरण हुआ है। पंचायत बाजार में ग्रामीण भी छोटी-छोटी दुकानें लगा सकेंगे। वहीं शहर के छोटे करोबारी ग्राम पंचायतों में जाकर जरूरत का सामान बेंच सकेंगे।
स्वयं सहायता समूहों को भी जोड़ा जाएगा
इस काम से स्वयं सहायता समूहों को भी रोजगार मिलेगा। व्यापारियों के अलावा स्वयं सहायता समूहों के सदस्य भी सब्जी, आइसक्रीम, दालें, कपड़ा, खाने-पीने का सामान, फास्ट फूड, शीतल पेय और अन्य पदार्थ सहित जरूरत का सामान की दुकानें लगा सकेंगे। लेकिन ये दुकानें अस्थाई होंगी। खासकर चलती फिती दुकानें जैसे रेहडे, टाटा मैजिक, घोड़ा बुग्गी और अन्य वाहनों में समान रखकर बेचने वालों को प्राथमिकता दी जाएगी।
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