आने वाले दिनों में बिजली की मांग 26 हजार मेगावाट से अधिक होने का अनुमान है। इससे और अधिक बिजली कटौती होने की संभावना है। मेरठ के पॉश इलाकों शास्त्रीनगर, पांडव नगर, गंगानगर, थापर नगर और बेगमपुल में शनिवार को दिन में तीन से चार घंटे तक बिजली कटौती हुई।
Meerut News : बिजली कटौती से लोग परेशान, उमस और गर्मी में बढ़ी विद्युत की मांग
Sep 22, 2024 08:50
Sep 22, 2024 08:50
- गांव में नहीं मिल रही मांग के मुताबिक बिजली
- शहरों और कस्बों में बिजली कटौती का बुरा हाल
- कई जिलों में लोकल फाल्ट से बढ़ी बिजली कटौती
किसानों के मुताबिक बिजली नहीं मिलने से फसलों को सही समय पर सिंचाई का पानी नहीं मिलने से सूखे का खतरा मंडराने लगा है। मेरठ, गाजियाबाद, बुलंदशहर, हापुड, बागपत, शामली और मुजफ्फरनगर में लोकल कटौती के अलावा रोस्टर से बिजली कटौती होने से लोग परेशान हैं। शहर से लेकर गांव देहात तक लोकल फाल्ट बढ़ने से लोग परेशान हो रहे हैं। इसके बाद भी पीवीवीएनएल भरपूर बिजली देने का दावा कर रहा है।
पीवीवीएनएल रोस्टर से अधिक बिजली आपूर्ति का दावा कर रहा
पीवीवीएनएल रोस्टर से अधिक बिजली आपूर्ति का दावा कर रहा है। लेकिन हकीकत इससे अलग है। कई जिलों में उमस और गर्मी के बीच बिजली कटौती बढ़ी है। ग्रामीण इलाके में चार घंटे से लेकर आठ घंटे तक की बिजली कटौती हो रही है। इसके अलावा जिन जिलों में बारिश नहीं हुई है, वहां किसान फसलों की सिंचाई को लेकर चिंतित और परेशान हैं। किसानों के मुताबिक बिजली न आने से फसल सूख रही है। यूपी स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर की रिपोर्ट के मुताबिक ग्रामीण क्षेत्र में 18 घंटे के सापेक्ष 18.24 घंटे बिजली आपूर्ति हो रही है।
नगर पंचायतों, तहसील मुख्यालय में 21.30 घंटे
नगर पंचायतों, तहसील मुख्यालय में 21.30 घंटे और जिला मुख्यालय पर 24 घंटे बिजली आपूर्ति के दावे किए गए हैं। इतना जरूर है कि 18 सितंबर को जहां बिजली की अधिकतम मांग 20232 मेगावाट थी। वह 20 की रात 25060 पहुंच गई है। आने वाले दिनों में बिजली की मांग 26 हजार मेगावाट से अधिक होने का अनुमान है। इससे और अधिक बिजली कटौती होने की संभावना है। मेरठ के पॉश इलाकों शास्त्रीनगर, पांडव नगर, गंगानगर, थापर नगर और बेगमपुल में शनिवार को दिन में तीन से चार घंटे तक बिजली कटौती हुई।
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