CAA News : सीएए को लेकर पश्चिम यूपी में सक्रिय हुई पुलिस-खुफिया एजेंसियां, इन जिलों में 2019 में हुआ था बवाल

सीएए को लेकर पश्चिम यूपी में सक्रिय हुई पुलिस-खुफिया एजेंसियां, इन जिलों में 2019 में हुआ था बवाल
UPT | मेरठ में पुलिसकर्मी मार्च करते हुए।

Mar 02, 2024 15:45

दिसंबर 2019 में पश्चिम यूपी में हिंसा की आग भड़क गई थी। पश्चिम यूपी के कई जिलों में बवाल हुआ था। मेरठ, बुलंदशहर, मुजफ्फरनगर और बिजनौर में बवालियों ने जमकर उत्पात मचाया था। बवालियों ने…

Mar 02, 2024 15:45

Short Highlights
  • मेरठ, मुजफ्फरनगर, बुलंदशहर आदि जिलों में हुई थी हिंसा 
  • 12 मार्च से पहले जारी हो सकता है नागरिकता संशोधन अधिनियम  
  • पश्चिम यूपी में खुफिया एजेंसिया और पुलिस हुई चौकस 
Meerut News : आगामी 12 मार्च 2024 से पहले कभी भी केंद्र सरकार नागरिकता संशोधन अधिनियम की अधिसूचना जारी कर सकता है। इसको लेकर पश्चिमी यूपी में खास तौर पर चौकसी बरती जा रही है। इस बार भी सीएए को लेकर माहौल खराब करने वालों पर सख्ती और घर पर बुलडोजर चलाने के निर्देश दिए गए हैं।

लखनऊ से मांगी गई हर जिले की पूरी प्लानिंग 
नागरिकता संशोधन अधिनियम की अधिसूचना जारी होने से पहले पश्चिम यूपी में सुरक्षा व्यवस्था चाकचौबंद करने की तैयारी है। योगी सरकार के निर्देश पर पश्चिमी यूपी में पुलिस और खुफिया एजेंसियां चौकस हैं। लखनऊ से पश्चिम यूपी के हर जिले की प्लानिंग मांगी गई है। इसी के साथ सरकार के साफ निर्देश हैं कि सीएए को लेकर अगर कोई माहौल बिगाड़ने का प्रयास करने की कोशिश करता है तो उसके खिलाफ सख्ती बरती जाए। पुलिस के अलाधिकारी अभी से पूरी प्लानिंग में जुटे हुए हैं।

पूरे यूपी में मेरठ जोन बेहद संवेदनशील 
पूरे यूपी में मेरठ जोन को सीएए के हिसाब से बेहद संवेदनशील माना जा रहा है। इसीलिए इस जोन पर विशेष फोकस किया जा रहा है। मेरठ जोन के सभी जिलों में खुफिया एजेंसियां अलर्ट मोड पर हैं। पुलिस, पीएसी, आरएएफ के अलावा एसटीएफ और एटीएस निगरानी कर रही हैं। वहीं सोशल मीडिया के लिए कई टीमें अलग से बनाई गई है। मेरठ, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर और बुलंदशहर में पिछली बार सीएए के विरोध में हुई हिंसा को देखते हुए इन पर खास सतर्कता बरती जा रही है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अलर्ट रहने को कहा है। एडीजी, आईजी, एसएसपी से सुरक्षा प्लान मांगा है। पुलिस और खुफिया एजेंसियाें ने जिस तरह से तैयारियां शुरू की हैं। उसको देखकर लगता है कि सीएए की अधिसूचना के बाद किसी ने माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया तो ऐसे बवालियों से सख्ती से निपटा जाएगा।

2019 में वेस्ट यूपी में हुआ था बवाल
केंद्र सरकार द्वारा नागरिकता संशोधन कानून लागू करने की बात कही गई तो दिसंबर 2019 में पश्चिम यूपी में हिंसा की आग भड़क गई थी। पश्चिम यूपी के कई जिलों में बवाल हुआ था। मेरठ, बुलंदशहर, मुजफ्फरनगर और बिजनौर में बवालियों ने जमकर उत्पात मचाया था। बवालियों ने सैकड़ों वाहन और पुलिस चौकी तक को जला दिया गया था। मेरठ में सीएए के विरोध में हुए बवाद में छह लोगों की मौत हुई थी। इस बारे में मेरठ जोन एडीजी ध्रुंव कांत ठाकुर ने बताया कि सभी जिलों को अलर्ट मोड पर रखा गया है। हर जिले में अराजकतत्वों पर नजर रखने को कहा गया है। सोशल मीडिया पर भी नजर रखी जा रही है। 

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