मझवां विधानसभा उपचुनाव की मतगणना के लिए जिला प्रशासन ने अपनी तैयारी पूरी कर ली है। मतगणना की प्रक्रिया 23 नवंबर को बथुआ स्थित राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज के परिसर में सुबह 8 बजे से शुरू होगी।
Madhyavan by-election : मझवां उपचुनाव की मतगणना की तैयारी पूरी, सुरक्षा के कड़े इंतजाम
Nov 22, 2024 19:16
Nov 22, 2024 19:16
32 चरणों में होगी मतगणना
मझवां विधानसभा के इस उपचुनाव में मतगणना के लिए 14 टेबल बनाए गए हैं। मतों की गिनती 32 चरणों में की जाएगी ताकि किसी भी तरह की त्रुटि से बचा जा सके। जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने बताया कि मतगणना के लिए आवश्यक सभी तैयारियाँ पूरी कर ली गई हैं। मतगणना प्रक्रिया को पारदर्शी और सुगम बनाने के लिए उचित दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
मतगणना के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन के अनुसार, मतगणना स्थल पर व्यापक सुरक्षा बल की तैनाती की गई है। इसमें स्थानीय पुलिस के साथ-साथ केंद्रीय सुरक्षा बलों की भी मदद ली जा रही है। मतगणना स्थल की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए कई बिंदुओं पर सीसीटीवी कैमरों की निगरानी होगी।
पुलिस की विशेष तैयारी
डीआईजी और एसपी ने पुलिस लाइन परिसर में अधिकारियों और पुलिस बल के जवानों के साथ विशेष ब्रीफिंग की। इस दौरान, चुनाव प्रक्रिया के हर चरण को सुरक्षित और निष्पक्ष बनाने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। पुलिस बल को मतगणना के दौरान किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए तैयार किया गया है।
मतगणना स्थल का निरीक्षण
जिलाधिकारी ने मतगणना से एक दिन पहले स्थल का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान, उन्होंने मतगणना प्रक्रिया के हर पहलू को ध्यान से परखा और सभी आवश्यक व्यवस्थाओं की समीक्षा की। जिलाधिकारी ने बताया कि मतगणना स्थल पर सुरक्षा को लेकर किसी भी प्रकार की ढिलाई नहीं बरती जाएगी।
मझवां उपचुनाव का महत्व
मझवां विधानसभा उपचुनाव मिर्जापुर जिले के लिए एक महत्वपूर्ण चुनाव है। इस उपचुनाव में मतदान शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ और अब मतगणना की प्रक्रिया के लिए प्रशासन पूरी तरह तैयार है। मतगणना की प्रक्रिया के दौरान किसी भी प्रकार की असुविधा से बचने के लिए प्रशासन ने नागरिकों से संयम बरतने की अपील की है।
चुनाव प्रक्रिया को निष्पक्ष बनाने के प्रयास
जिलाधिकारी ने बताया कि मतगणना की पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन ने सभी आवश्यक कदम उठाए हैं। चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए मतगणना स्थल पर केवल अधिकृत व्यक्तियों को प्रवेश की अनुमति होगी। मतगणना के दौरान किसी भी प्रकार की गड़बड़ी को रोकने के लिए प्रशासन ने स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं।