भदोही के मर्यादपट्टी स्थित कालीन भवन में डाक विभाग और एकमा के संयुक्त प्रयास से व्यवसाय विकास सम्मेलन आयोजित हुआ। मुख्य अतिथि ने कालीन निर्यातकों को डाक विभाग की नई सेवाओं की जानकारी दी, जिससे उनके व्यवसाय को वैश्विक विस्तार मिलेगा।
कालीन निर्यात को नई दिशा : भदोही में डाक विभाग और एकमा के बिजनेस डेवलपमेंट सम्मेलन में नई सेवाओं का खुलासा
Jan 15, 2025 17:24
Jan 15, 2025 17:24
सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में पोस्टमास्टर जनरल वाराणसी परिक्षेत्र कर्नल विनोद कुमार ने भाग लिया। उन्होंने कालीन निर्यातकों को बताया कि डाक विभाग आधुनिक तकनीकी नवाचारों को अपनाते हुए अपनी सेवाओं का विस्तार कर रहा है। कर्नल कुमार ने इस बात पर जोर दिया कि डाक विभाग निर्यातकों के लिए कई नई सेवाएं उपलब्ध करवा रहा है, जो उनके व्यवसाय को बेहतर बनाने में मददगार साबित हो सकती हैं।
डाक विभाग की नई पहल : निर्यातक केंद्र (DNK)
कर्नल विनोद कुमार ने विशेष रूप से "डाक घर निर्यात केंद्र" (DNK) के उद्घाटन का उल्लेख किया। यह केंद्र विशेष रूप से कॉर्पोरेट ग्राहकों और निर्यातकों के लिए स्थापित किया गया है, और इसका उद्देश्य "एक जिला, एक उत्पाद" (ODOP), भौगोलिक संकेतक (GI) और MSME उत्पादों को वैश्विक बाजारों तक पहुंचाना है। उन्होंने कहा कि यह पहल भदोही जैसे छोटे और मझले कारोबारियों के लिए एक बेहतरीन अवसर प्रदान करेगी, जिससे वे अपने उत्पादों को दुनिया भर में निर्यात कर सकेंगे।
इसके साथ ही कर्नल कुमार ने बताया कि डाक विभाग निर्यातकों के लिए विभिन्न प्रकार की लॉजिस्टिक्स सेवाएं भी उपलब्ध करवा रहा है, जिससे उन्हें अपनी उत्पादों की डिलीवरी में सुगमता और समय की बचत होगी।
निर्यातकों से विचार-विमर्श
सम्मेलन के दौरान, अधीक्षक डाकघर वाराणसी पश्चिम हेमंत कुमार ने भी डाक विभाग की सेवाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम में डाक सहायक रुचि यादव ने विभागीय सेवाओं का एक प्रोजेक्टर के माध्यम से प्रस्तुतिकरण किया। उन्होंने निर्यातकों को डाक विभाग की सुविधाओं और प्रक्रियाओं के बारे में विस्तार से बताया, जिससे उन्हें इन सेवाओं का अधिकतम लाभ उठाने का अवसर मिलेगा।
सम्मेलन में एकमा के अध्यक्ष मो. रजा खां, मानद सचिव पीयूष बरनवाल और भदोही के प्रमुख कालीन निर्यातक भी उपस्थित थे। सभी ने अपने-अपने विचार साझा किए और निर्यातकों की समस्याओं को समझा। निर्यातकों ने भी अपने सवालों को उठाया और डाक विभाग के अधिकारियों से उनके समाधान प्राप्त किए।
इस सम्मेलन का सबसे बड़ा लाभ यह था कि निर्यातकों को सीधे डाक विभाग के अधिकारियों से जुड़ने का अवसर मिला, जिससे उन्होंने अपनी जिज्ञासाओं को हल करने के साथ-साथ, डाक विभाग से नई सेवाओं का लाभ उठाने की जानकारी प्राप्त की।
समाप्ति और भविष्य की संभावनाएं
सम्मेलन के समापन पर कर्नल विनोद कुमार ने कहा कि डाक विभाग निर्यातकों के लिए अपनी सेवाओं का विस्तार करने के लिए प्रतिबद्ध है। उनका मानना है कि इस प्रकार के सम्मेलन निर्यातकों को सही दिशा दिखाते हैं और उन्हें अपने व्यापार को बढ़ाने के लिए आवश्यक संसाधन प्रदान करते हैं। भदोही जैसे छोटे व्यवसायिक केंद्रों में ऐसे सम्मेलन न केवल व्यवसायिक माहौल को बढ़ावा देते हैं, बल्कि यह भी सुनिश्चित करते हैं कि स्थानीय कारोबारी वैश्विक बाजार में अपनी पहचान बना सकें। डाक विभाग की नई पहल से यह उम्मीद जताई जा रही है कि भदोही का कालीन उद्योग अब और अधिक समृद्ध होगा, और निर्यातक अपनी बिक्री को नए आयाम तक पहुंचा सकेंगे।
सरकार और डाक विभाग के मिलकर काम करने से कारोबारियों को अपनी जरूरतों के मुताबिक सही दिशा मिल सकेगी
इस सम्मेलन ने यह साबित कर दिया कि व्यवसाय विकास के लिए सरकार और डाक विभाग के मिलकर काम करने से कारोबारियों को अपनी जरूरतों के मुताबिक सही दिशा मिल सकती है। इस सम्मेलन ने स्थानीय कालीन निर्यातकों को वैश्विक बाजारों में प्रतिस्पर्धी बनाए रखने का मार्ग प्रशस्त किया और डाक विभाग की नई सेवाओं को लेकर उनमें उत्साह और विश्वास पैदा किया। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि इस पहल का कितना बड़ा असर भदोही के कालीन उद्योग पर पड़ेगा और कितने निर्यातक इसका लाभ उठाकर अपनी पहुंच वैश्विक स्तर तक बढ़ा सकेंगे।
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