National Deworming Day : बच्चों को दवा खिलाकर राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का हुआ शुभारंभ

बच्चों को दवा खिलाकर राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का हुआ शुभारंभ
UPT | बच्चों को दवाई पिलाते हुए

Aug 10, 2024 20:19

जिलाधिकारी बीएन सिंह और पुलिस अधीक्षक डॉ यशवीर सिंह द्वारा शनिवार को राबर्ट्सगंज स्थित सेंट जेवियर्स स्कूल के छात्र-छात्राओं को...

Aug 10, 2024 20:19

Sonbhadra News : जिलाधिकारी बीएन सिंह और पुलिस अधीक्षक डॉ यशवीर सिंह द्वारा शनिवार को राबर्ट्सगंज स्थित सेंट जेवियर्स स्कूल के छात्र-छात्राओं को एल्बेंडाजोल की गोली खिलाकर राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का शुभारम्भ किया गया। जिलाधिकारी ने बच्चों को कृमि के दुष्प्रभाव के विषय में बताते हुए कहा कि यह अभियान न केवल अपने जनपद में बल्कि पुरे देश में चलाया जा रहा है।

1044055 बच्चों खिलाई जाएगी दवाई
डीएम ने कहा कि हम सबको यह दवा न केवल खुद खाना चाहिये, बल्कि अपने घर एवं पास पड़ोस के बच्चों को भी इसे खाने के लिए प्रेरित करना चाहिए। इस दौरान मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि इस कार्यक्रम के तहत शनिवार के दिन जनपद के कुल 2445 स्कूलों और 2079 आंगनबाड़ी केंद्रों में 1 से 19 साल तक के पंजीकृत एवं स्कूल न जाने वाले लगभग 1044055 बच्चों और किशोर-किशोरियों को एल्बेंडाजोल की गोली खिलाने का लक्ष्य है। अनुपस्थिति या बीमारी के कारण जिन बच्चों को 10 अगस्त को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर कृमि नियंत्रण की दवाई नहीं खिलाई जा सकेगी। उन्हें 14  अगस्त को मॉप अप दिवस पर एल्बेंडाजोल की गोली खिलाई जाएगी। 1 वर्ष से 2 वर्ष तक के बच्चों को एल्बेंडाजोल की आधी गोली चूर्ण बनाकर एवं 2 वर्ष से 19 वर्ष तक के बच्चों एवं किशोर-किशोरियों को 400 मिग्रा एल्बेंडाजोल की पूरी गोली चबाकर खिलाई जायेगी।

कृमि संक्रमण से बचाव बेहद जरूरी
बताया कि कृमि से संक्रमित बच्चों में प्रायः बार-बार उल्टी या मतली होना, जीभ का रंग सफेद होना, पेटदर्द, दस्त, थकान, वजन घटना, पेट में सूजन इत्यादि लक्षण दिखाई देते हैं। कृमि मुक्ति से स्वास्थ्य और पोषण में सुधार होता है। शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, एनीमिया नियंत्रण रहता है और बच्चों में सीखने की क्षमता में सुधार होता है| बच्चे अक्सर जमीन में गिरी चीज उठाकर खा लेते हैं। कई बार वह नंगे पैर ही संक्रमित स्थानों पर चले जाते हैं। इससे उनके पेट में कीड़े (कृमि) विकसित हो जाते हैं। इससे बच्चा शारीरिक व मानसिक रूप से कमजोर होने लगता है। वह एनीमिया से ग्रसित हो जाता है। एल्बेंडाजोल की गोली खाने से यह कीड़े मर कर पेट से बाहर निकल जाते हैं। इससे शरीर में आयरन की पोषक क्षमता बढ़ जाती है और शरीर में एनीमिया यानि खून की कमी दूर होती है| 

हर 6 माह में खानी चाहिए एल्बेंडाजोल की गोली  
उन्होंने जनपदवासियों को सन्देश देते हुए कहा कि पेट के कृमि से छुटकारा पाने के लिए हम सभी को हर 6 माह में एल्बेंडाजोल की गोली अवश्य खानी चाहिए।  इस अवसर पर अपर मुख्य चिकत्साधिकारी डॉ आरजी यादव, उप मुख्य चिकित्साधिकारी, नोडल डॉ कीर्ति आज़ाद बिन्द, शहरी स्वास्थ्य समन्वयक राकेश कन्नौजिया, जिला समन्वयक (एनडीडी) मनोज कुमार, जिला समन्वयक, आईपीई ग्लोबल, संजीत सिंह, अपर जिला सूचना अधिकारी विनय कुमार सिंह, सौरभ सिंह सहित स्कूल प्रबन्धक टीम उपस्थित रहे।

Also Read

नगर विधायक रत्नाकर मिश्रा ने पुलिस का तंबू उखड़वाया, जानें क्या है वजह

5 Oct 2024 05:16 PM

Mirzapur News : नगर विधायक रत्नाकर मिश्रा ने पुलिस का तंबू उखड़वाया, जानें क्या है वजह

विंध्याचल नवरात्रि मेला के नाम पर बरतर तिराहे पर दुकान के सामने पुलिस ने अपना डेरा तंबू लगा दिया। इतना ही नहीं दुकान के मीटर से बिजली कनेक्शन... और पढ़ें