मरोहा के गजरौला में स्कूल की बस पर हुई फायरिंग ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी थी। इस घटना का पुलिस ने खुलासा करते हुए बताया कि बस चालक को सबक सिखाने...
अमरोहा में स्कूल बस पर फायरिंग का खुलासा : चालक को सबक सिखाने की थी साजिश, तीन आरोपी गिरफ्तार
Nov 03, 2024 13:53
Nov 03, 2024 13:53
चालक मोंटी से विवाद की वजह से की गई वारदात
पुलिस अधीक्षक (एसपी) कुंवर अनुपम सिंह ने शनिवार को इस मामले की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गजरौला के रहने वाले भाजपा जिला उपाध्यक्ष व ब्लॉक प्रमुख मीनाक्षी चौधरी के पति चौधरी वीरेंद्र सिंह एसआरएस पब्लिक स्कूल के मालिक हैं। इसी स्कूल की मिनी बस पर मोंटी सैनी बतौर चालक काम करता है। मोंटी रोजाना नगला माफी, चौकपुरी, लखमिया, हयातपुर और आसपास के गांवों के बच्चों को स्कूल लेकर आता है। 25 अक्टूबर की सुबह जब वह 28 बच्चों को लेकर बस से स्कूल जा रहा था, तभी खादगुर्जर और नगला माफी के बीच एक पुलिया के पास बस पर फायरिंग की गई। आरोपियों ने बस रोकने के लिए पहले तो सड़क पर बाइक लगा दी, फिर आम के बाग में छिपे उनके अन्य साथी अचानक निकल आए और बस पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं। इससे बस में मौजूद बच्चों में हड़कंप मच गया।
पुलिस की 20 टीम ने मिलकर किया खुलासा
घटना के बाद तुरंत अनुज नामक युवक और उसके अज्ञात साथियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया। लेकिन पुलिस की 20 टीमों ने घटना स्थल और आसपास के 150 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगालने के बाद पाया कि अनुज निर्दोष है। पुलिस जांच में सामने आया कि इस घटना के असली मास्टरमाइंड नंगला माफी के निवासी मनित और उसके तीन दोस्त थे। मनित ने यह साजिश इसलिए रची क्योंकि कुछ दिन पहले उसकी मोंटी से कहासुनी हो गई थी। यह बात मनित ने मंडी धनौरा के अपने दोस्त आदित्य को बताई और आदित्य ने अपने अन्य दो साथी आर्यन शर्मा और नितिन को भी इस साजिश में शामिल कर लिया। चारों ने मिलकर मोंटी को सबक सिखाने की योजना बनाई और स्कूल बस पर हमला कर दिया।
सीसीटीवी फुटेज ने खोला राज
घटना के बाद आरोपियों ने पहचान छिपाने के लिए नकाब पहन रखा था। हालांकि सीसीटीवी फुटेज में पुलिस ने पाया कि जैसे-जैसे आरोपी आगे बढ़ते गए उन्होंने नकाब हटा दिए और आम लोगों की तरह घूमते नजर आए। शनिवार को गजरौला पुलिस ने सर्विलांस की मदद से मुख्य आरोपी मनित को पकड़ा। मनित से मिली जानकारी पर पुलिस ने नंगला माफी के पास खेड़की भूड़ की ओर जाने वाली पक्की सड़क पर आर्यन शर्मा और नितिन को भी मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया। मुठभेड़ के दौरान आरोपियों ने पुलिस पर भी गोली चलाई। इसमें पुलिस कर्मी बाल-बाल बच गए।
चालक की लापरवाही और विवादों ने बढ़ाई दुश्मनी
पुलिस के अनुसार बस चालक मोंटी अक्सर गलत तरीके से गाड़ी चलाता था, जिस कारण उसके कई लोगों से विवाद हो चुके थे। घटना से चार दिन पहले ही मोंटी ने अनुज की स्कूटी में टक्कर मार दी थी, जिसके कारण अनुज और उसके परिजनों ने स्कूल में जाकर इसकी शिकायत भी की थी। इस घटना के चलते पुलिस का शक अनुज पर गया था, जबकि असली गुनहगार मनित और उसके साथी निकले।
पुलिस टीम को 25 हजार का इनाम
पुलिस की टीमों ने लगातार गांव-गांव में जाकर सीसीटीवी फुटेज की जांच की और उन फुटेज की बदौलत घटना के असली गुनहगारों तक पहुंचने में सफलता पाई। इस मामले का पर्दाफाश करने वाली पुलिस टीम जिसमें गजरौला इंस्पेक्टर सुधीर कुमार सिंह, सर्विलांस प्रभारी विजेंद्र मलिक और अन्य 15 पुलिसकर्मी शामिल थे उन्हें 25 हजार रुपये का इनाम भी दिया गया है। इस मामले में अभी चौथे आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें दबिश दे रही हैं। पुलिस का कहना है कि जल्द ही फरार आरोपी को पकड़ लिया जाएगा और इस सनसनीखेज मामले में शामिल सभी आरोपियों सजा दिलाई जाएगी।
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