पहाड़ों पर हो रही भारी बारिश से बिजनौर की प्राकृतिक नदियों का जलस्तर बढ़ना लाजिमी है। बिजनौर में गंगा, रामगंगा, खो नदी सहित 16 प्राकृतिक नदियां हैं। इसमें गंगा, रामगंगा, खो नदी बरसात के दिनों में तेजी से कटान करती है।
Bijnor News : बिजनौर के 31 गांव में बाढ़ का खतरा, नदियों के किनारे बसे लोगों की धड़कन बढ़ी
Jul 01, 2024 11:30
Jul 01, 2024 11:30
- 31 गांव में 22 संवेदनशील और 9 अतिसंवेदनशी श्रेणी में
- पहाड पर बारिश से 16 प्राकृतिक नदियों मे बढ़ेगा जलस्तर
- गंगा का कटान गौसपुर के लिए बना चिंता का विषय
गंगा, रामगंगा, खो नदी समेत 16 प्राकृतिक नदियां
पहाड़ों पर हो रही भारी बारिश से बिजनौर की प्राकृतिक नदियों का जलस्तर बढ़ना लाजिमी है। बिजनौर में गंगा, रामगंगा, खो नदी सहित 16 प्राकृतिक नदियां हैं। इसमें गंगा, रामगंगा, खो नदी बरसात के दिनों में तेजी से कटान करती है। पिछले कई सालों से गंगा में गौसपुर का कटान चिंता का विषय बना हुआ है। हालांकि इस बार वहां बंधा बनने और बाढ़रोधी कार्य होने से बाढ़ कटान न होने के प्रशासनिक दावे किए गए हैं।
बिजनौर और चांदपुर तहसील सबसे ज्यादा प्रभावित
गंगा में बाढ़ आने से बिजनौर और चांदपुर तहसील सबसे ज्यादा प्रभावित होती है। इन दो तहसीलों के एक या दो नहीं बल्कि पूरे 23 गांव गंगा में समा चुके हैं। आबाद गांव के लोगों ने अपने हाथों से घरों को तोड़कर मलबा बचाया था।
इन नदियां में हर साल आती है बाढ़
पहाड़ों से उतरकर पहली बार मैदान में आने वाली करीब 16 नदियां हैंं। बरसात में मैदान के अलावा पहाड़ों पर बारिश होने से खो, गंगा मालन, रामगंगा, गागन, रतनाल, बनौली, ऊनी, कोटावाली, गूला, नकटा, धारा,फीका, लकड़ियान, पीली और बान नदी का जलस्तर हर साल बढ़ जाता है।
इन गांवों में बाढ़ का प्रकोप
बिजनौर के 31 गांवों को संवेदनशील और अति संवेदनशील श्रेणी में रखा है। लेकिन बाढ़ प्रभावित गांवों की लिस्ट लंबी है। धामपुर तहसील के गांव मुकरपुरी, तिपरजोत, सिपाहीवाला, नंदगा, कोपा, बेरखेड़ा, मंधौरा,धुराहरा, नाथोड़ोई समेत 29 गांवों में बाढ़ का खतरा है। बिजनौर तहसील के गांव भगवतीपुर, इच्छावाला, लतीफपुर, लाडपुर, हिम्मतपुर बेला,मुर्सफाबाद, बालावाली, रामसहायवाला, कुंदनपुर टीप,सुक्खापुर, सीमली कोहरपुर, फतेहपुर सभाचंद, डैबलगढ़, राजारामपुर, बाकरपुर, रावली और यूसुफपुर हर साल बाढ़ से लबालबा होते हैं।
ये हैं बाढ़ से निपटने के इंतजाम
बिजनौर एडीएम वित्त एवं राजस्व अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि बाढ़ से निपटने के इंतजाम किए हैं। बाढ़ चौकियां, बाढ़ आश्रय स्थल, कंट्रोल रूप स्थापित की तैयारी चल रही है। कहीं बाढ़ की स्थिति बनती है तो तुरंत सहायता के लिए टीमों का गठन किया जा रहा है।
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