मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश ने 'रूल ऑफ लॉ' को लागू करके अपने परसेप्शन को पूरी तरह बदल दिया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की पुलिस बल, जो विश्व का सबसे बड़ा सिविल पुलिस बल है, को पीएम मोदी के स्मार्ट पुलिसिंग विजन के अनुसार आधुनिक और प्रभावशाली बनाना आवश्यक है...
मुरादाबाद में मुख्यमंत्री : योगी आदित्यनाथ बोले- कानून के राज ने यूपी की छवि बदली, सुशासन के मॉडल की पहचान बनी
Sep 03, 2024 00:59
Sep 03, 2024 00:59
- सीएम योगी पुलिस उपाधीक्षकों के दीक्षांत समारोह में शामिल हुए
- सीएम ने 'रूल ऑफ लॉ' का जिक्र किया
- सीएम योगी ने सर्वश्रेष्ठ अवॉर्ड स्वॉर्ड ऑफ ऑनर को किया सम्मानित
पुलिस बल की उपलब्धियों का किया जिक्र
सीएम योगी ने पुलिस बल की महत्वपूर्ण उपलब्धियों का भी जिक्र किया। जिसमें पिछले सात वर्षों में 1,60,000 नए कार्मिकों की नियुक्ति और पुलिस संसाधनों में व्यापक वृद्धि शामिल है। उन्होंने पुलिस प्रशिक्षण की क्षमता को तीन गुना से अधिक बढ़ाने की उपलब्धि का उल्लेख किया और विशेष उल्लेख के साथ सृष्टि अकांक्षा पाण्डेय, उदित नारायण पालीवाल, और 'स्वॉर्ड ऑफ ऑनर' प्राप्तकर्ता प्रखर पाण्डेय को सम्मानित किया।
74 पुलिस उपाधीक्षकों को विशिष्ट प्रशिक्षण
जानकारी के अनुसार, 74 पुलिस उपाधीक्षकों को प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षुओं को विधि, मानव विकार, साइबर क्राइम, भाषा समेत 3 नए कानून के विशिष्ट प्रशिक्षण दिया गया है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हम जानते हैं हमारी वर्दी धारी बलों के बारे में कहा जाता है कि जितना पसीना बहाओगे उतना ही कम रक्त बहाने की स्थिति आएगी।
राजधानी में स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेस की स्थापना
सीएम ने कहा कि आप दुनिया के सबसे बड़े पुलिस बल का हिस्सा बनने जा रहे हैं इसके लिए आप अभिनंदन के पात्र हैं। हमें कानून परिवर्तन के भविष्य के लिए निरंतर और स्पष्ट मार्गदर्शन प्रदान कर रहा है। जांच व दंड के पुराने मानदंडों से बाहर निकलकर आधुनिक फॉरेंसिक तकनीक और साक्ष्य का उपयोग करना न केवल न्याय की दृष्टि से बेहतर है बल्कि इस प्रक्रिया से न्याय में होने वाले अपव्यय की रोकथाम होगी। इसे देखते हुए राजधानी लखनऊ में स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेस की स्थापना हुई है।
कठोरता के साथ विनम्रता का समन्वय
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि आप पुलिस बल में एक जिम्मेदार पद पर नियुक्त हो रहे हैं। अपराध नियंत्रण के साथ ही कानून व्यवस्था का पालन कराकर पीड़ित व्यक्ति को न्याय प्रदान करने लिए भी आपकी सक्रिय भूमिका होगी। ऐसे में हम आपसे इस बात की अपेक्षा करते हैं कि आम जनमानस की सुरक्षा समाज में शांति और सौहार्द्र बनाए रखने व मित्र पुलिस की छवि को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए आप सबको अपना पूरा योगदान देना होगा। आपको कठोरता के साथ विनम्रता के अद्भुत समन्वय को बनाए रखना होगा।
आमजन को सुरक्षा प्रदान करना है- सीएम
पुलिस सेवा में चुनौतियां कभी खत्म नहीं होती हैं। ऐसे में सीएम योगी ने कहा कि पुलिस बल को हमेशा मुकाबले में डटकर खड़े रहना और कर्तव्य की वेदी पर खुद को समर्पित करना होता है। समाज के आम लोगों में पुलिस की यूनीफॉर्म को देखकर सुरक्षा और विश्वास का भाव उतपन्न होना चाहिए। आपको उनके विश्वास को सही साबित करना है। उन्हें सुरक्षा प्रदान करना है। आपकी दक्षता और कर्तव्यपरायणता ही किसी पीड़ित की पीड़ा को कम कर सकती है। एक संवेदनशील पुलिस अधिकारी चाहें तो अपने आचरण से जनमानस की कसौटियों पर खरा उतरते हुए अपनी कर्तव्यनिष्ठा का ईमानदारी से पालन कर सकते हैं।
यूपी पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा का किया जिक्र
समारोह को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने आगे कहा कि प्रदेश में सुशासन की नींव, अपराधों की रोकथाम और कानून व्यवस्था की स्थापना से मजबूत होती है। यह तभी मजबूत हो सकता है जब प्रदेश में उत्तरदायी पुलिसिंग व्यवस्था और व्यवसायिक रूप से दक्ष संवेदनशील पुलिस बल हो। सुदृढ़ कानून व्यवस्था हमारी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसके लिए हमारे सरकार की अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति प्रभावी है। पिछले 7 सालों में पुलिस बल में नई भर्तियों को लेकर संसाधनों की उपलब्धता में अपार वृद्धि हुई है। पुलिस बल को सुदृढ़ करने के लिए एक लाख साठ हजार कार्मिकों की भर्ती की गई है। सीएम ने कहा कि हाल ही में आपने देखा होगा कि उत्तर प्रदेश में साठ हजार दो सौ से अधिक पदों पर चयन की प्रक्रिया को आगे बढ़ाते हुए लिखित परीक्षा सफलतापूर्वक कराई गई है। मिशन शक्ति के अंतर्गत महिला सशक्तिकरण के लिए लखनऊ, गोरखपुर व बदायूं में महिला पीएसी बटालियन की स्थापना का कार्य अग्रसर है।
प्रदेश की 18 डिप्टी एसपी बनी बेटियां
साथ ही उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा किए गए रिफॉर्म्स, आधुनिकीकरण के अभियान का हिस्सा है। पिछले साढ़े सात साल में उत्तर प्रदेश के अंदर कोई दंगा नहीं हुआ, पर्व और त्योहार शांतिपूर्वक आयोजित हो रहे हैं। बल्कि आज उत्तर प्रदेश सुशासन के मॉडल के रूप में अपनी पहचान बना रहा है तो इसमें एक बड़ी भूमिका उत्तर प्रदेश पुलिस बल की है। आज रूल ऑफ लॉ को लागू कराने के माध्यम से उत्तर प्रदेश ने अपने परसेप्शन को बदला है। स्वभाविक रूप से प्रदेश में जो एक बेंचमार्क रखा था कि हर हाल में लगभग 20 फीसदी महिला कार्मिक हो। ऐसे में, मुझे प्रसन्नता है कि उत्तर प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन से सिलेक्शन प्रक्रिया पूरी करने के बाद इसमें 18 डिप्टी एसपी प्रदेश की बेटियां बनी हैं। मैं विशेष रूप से उन्हें और उनके अभिभावकों का अभिनंदन करता हूं। मुझे पूरा विश्वास है कि दक्ष, न्यायप्रीय, पारदर्शी, जवाबदेह, जनसेवा के प्रति निष्ठावान और संवेदनशील पुलिस बल की स्थापना के लिए आपका प्रशिक्षण अत्यंत उपयोगी होगा।
राष्ट्रगान से हुआ दीक्षांत समारोह कार्यक्रम का शुभारंभ
गौरतलब है कि डॉ.भीमराव आंबेडकर पुलिस अकादमी, मुरादाबाद में दीक्षांत समारोह कार्यक्रम की शुरूआत राष्ट्रगान के साथ हुई। जिसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने परेड की सलामी ली। इसके बाद सीएम की मौजूदगी में दीक्षांत समारोह में नवनियुक्त पुलिस उपाधीक्षकों ने शपथ ली। इस दौरान, विश्व के सबसे बड़े पुलिस बल के तौर पर कार्यरत उत्तर प्रदेश पुलिस के नवनियुक्त उपाधीक्षकों ने परेड में अपने कौशल का प्रदर्शन किया। साथ ही पुलिस बैंड ने 'सारे जहां से अच्छा हिंदुस्तान हमारा' जैसे राष्ट्रभक्ति गीत समेत परेड धुनों का वादन किया गया।
उदित नारायण पालीवाल ने किया परेड का नेतृत्व
इस दौरान, परेड का नेतृत्व उदित नारायण पालीवाल ने किया। परेड में नवनियुक्त उपाधीक्षकों की विभिन्न टोलियों ने हिस्सा लेकर अपने कौशल का प्रदर्शन किया। जिसका नेतृत्व आयुषी सिंह, प्रखर पाण्डेय, रोहन चौरसिया व अन्य ने किया। इसके अलावा, आंतरिक कक्षीय प्रशिक्षण में सर्वोच्च प्रदर्शन करने वाली सृष्टि अकांक्षा पाण्डेय, बाह्य कक्षीय प्रशिक्षण में उदित नारायण पालीवाल तथा अंतर कक्षीय व बाह्य कक्षीय विषयों को सम्मिलित कर अकादमी का सर्वश्रेष्ठ अवॉर्ड स्वॉर्ड ऑफ ऑनर जीतने वाले प्रखर पाण्डेय को सीएम योगी ने सम्मानित किया। दीक्षांत समारोह कार्यक्रम के अवसर पर अपर मुख्य सचिव (गृह) दीपक कुमार, पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार, महानिदेशक (प्रशिक्षण) तिलोत्तमा वर्मा, अपर महानिदेशक राजीव सभरवाल समेत अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, चयनित उपाधीक्षक व उनके परिजनों समेत अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।
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