उत्तर प्रदेश के संभल जिले से अपहरण की एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसने लोगों को सन्न कर दिया है। 14 वर्षीय हर्षित को मोमोज लेने के बहाने घर से बाहर भेजा गया, लेकिन देर शाम तक लौटने के बाद परिवार ने उसकी तलाश शुरू की।
मोमो लेने गया नौवीं का छात्र हुआ लापता : बदमाशों को फिरौती की रकम दे आए परिजन, मामला खुला तो पुलिस के खड़े हुए कान
Aug 02, 2024 16:39
Aug 02, 2024 16:39
- मोमो लेने गया नौवीं का छात्र हुआ लापता
- बदमाशों को फिरौती की रकम दे आए परिजन
- मामला खुला तो पुलिस के खड़े हुए कान
जानिए क्या है पूरा मामला
14 वर्षीय हर्षित, जो सदर कोतवाली क्षेत्र के बेगमसराय का निवासी है, बुधवार शाम को मोमोज लेने के लिए घर से निकला था। जब वह देर रात तक वापस नहीं आया, तो परिवार ने उसकी खोजबीन शुरू की। एक फोटो के साथ भेजे गए मैसेज में हर्षित का मुंह कपड़े से बंधा हुआ था और फिरौती की मांग की गई थी। परिवार ने जल्दी ही पैसे जुटाकर अपहरणकर्ताओं के पास भेजे और हर्षित को सुरक्षित प्राप्त किया। हर्षित के अपहरणकर्ताओं ने परिवार से दो लाख रुपये की फिरौती की मांग की, लेकिन परिवार ने डेढ़ लाख रुपये का बैग तैयार किया। गुरुवार सुबह पांच बजे अपहरणकर्ता ने पैसे रखने के लिए एक निर्दिष्ट स्थान की जानकारी दी। परिजनों ने बिना पुलिस को सूचना दिए पैसे उस जगह पर रखे और हर्षित को फिरौती मिलने के आधे घंटे बाद सुरक्षित पाया। मामले की सूचना मिलने पर पुलिस ने जांच शुरू की।
पुलिस कर रही मामले की जांच
हर्षित के परिजन पैसे देने के बाद अपहरणकर्ता द्वारा बताई गई जगह पर गए और हर्षित को सुरक्षित पाया। इसके बाद वे सीधे संभल सदर कोतवाली पहुंचे और पुलिस को पूरी घटना की जानकारी दी। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए मुरादाबाद रोड स्थित घटना स्थल की जांच शुरू की और क्राइम ब्रांच को शामिल किया। अब पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है। संभल जिले में अपहरण के इस मामले में आरोपी के ई-रिक्शा चालक होने की जानकारी सामने आई है। अपहरणकर्ता ने हर्षित को मोमोज लेने के बहाने बाहर से पकड़ लिया और फिरौती की मांग की। मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस ने आरोपी की पहचान कर उसे पकड़ने के प्रयास शुरू कर दिए हैं। स्थानीय लोग इस अपहरण के मामले की गंभीरता को लेकर चिंतित हैं और कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
बिना पुलिस को बताए दे दी फिरौती की रकम
हर्षित के परिजनों ने घबराहट में बिना पुलिस की मदद लिए फिरौती का भुगतान किया। अपहरणकर्ताओं ने चंदौसी रोड पर पैसे रखने की जगह बताई थी और वादा किया था कि बच्चे को सौंप दिया जाएगा। परिवार ने निर्दिष्ट स्थान पर पैसे रखे और फिर हर्षित को सकुशल प्राप्त किया। इस घटनाक्रम ने परिवार के साथ-साथ पुलिस को भी एक नई चुनौती पेश की है। स्थानीय सभासद प्रमोद सैनी ने बताया कि अपहरणकर्ताओं ने दो लाख रुपये की फिरौती मांगी थी, लेकिन 1.5 लाख रुपये में मामला तय हुआ। उन्होंने पुलिस से मामले की सख्त कार्रवाई की मांग की है और कहा कि ऐसे अपराधियों के खिलाफ कठोर कदम उठाए जाने चाहिए। पुलिस मामले की जांच कर रही है और स्थानीय समुदाय को सुरक्षा के लिए आश्वस्त कर रही है।
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