संभल में रविवार को जामा मस्जिद को लेकर चल रहे विवाद ने हिंसक रूप ले लिया। हिंदू पक्ष द्वारा मस्जिद को हरिहर मंदिर बताते हुए दाखिल वाद के आधार पर कोर्ट के आदेश से सर्वे के लिए पहुंची टीम...
संभल विवाद की ये है असली वजह : शहर में अघोषित कर्फ्यू जैसे हालात, पांच की मौत और दर्जनों घायल
Nov 25, 2024 10:14
Nov 25, 2024 10:14
सर्वे के दौरान हिंसक प्रदर्शन
कोर्ट कमिश्नर चंदौसी के वरिष्ठ अधिवक्ता रमेश सिंह राघव की अगुवाई में सर्वे टीम ने रविवार सुबह जामा मस्जिद पहुंचकर प्रक्रिया शुरू की। टीम में संभल के डीएम डॉ. राजेंद्र पैसिया और एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई भी शामिल थे। जैसे ही सर्वे शुरू हुआ बड़ी संख्या में लोग मस्जिद के बाहर इकट्ठा हो गए और मस्जिद के अंदर दाखिल होने की कोशिश की। पुलिस द्वारा रोके जाने पर भीड़ ने पथराव शुरू कर दिया। हिंसक भीड़ ने सीओ की गाड़ी समेत कई वाहनों में तोड़फोड़ की और उन्हें आग के हवाले कर दिया। पुलिस ने आंसू गैस के गोले और लाठीचार्ज का सहारा लेकर सर्वे टीम को सुरक्षित बाहर निकाला।
हिंसा में पांच लोगों की हुई मौत
हिंसा के दौरान हुई फायरिंग में पांच लोगों की मौत हो गई। मौके पर पहुंचे कमिश्नर आंजनेय कुमार सिंह ने बताया कि तीन युवकों में से दो की मौत गोली लगने से हुई है लेकिन यह गोली पुलिस की नहीं थी। तीसरे युवक की मौत के कारणों की जांच जारी है। डीआईजी समेत कई अधिकारी इस हिंसा में घायल हुए हैं।
शहर में अघोषित कर्फ्यू जैसे हालात
घटना के बाद पूरे संभल में तनाव फैल गया। पुलिस ने पूरे इलाके की नाकेबंदी कर दी और अतिरिक्त बल बुलाया। शहर में अघोषित कर्फ्यू जैसे हालात बन गए हैं। लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की जा रही है। हिंसा में शामिल उपद्रवियों के खिलाफ पुलिस ने सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। दो महिलाओं समेत 10 लोगों को हिरासत में लिया गया है। अन्य दोषियों की पहचान की जा रही है।
जानिए पूरा मामला
यह विवाद 19 नवंबर को शुरू हुआ। जब हिंदू पक्ष ने जामा मस्जिद को हरिहर मंदिर बताते हुए चंदौसी स्थित सिविल जज सीनियर डिवीजन आदित्य कुमार सिंह की अदालत में दावा पेश किया। हिंदू पक्ष का कहना है कि यह मंदिर मुगल काल में तोड़कर मस्जिद बनाई गई थी। वहीं मुस्लिम पक्ष का कहना है कि मस्जिद किसी मंदिर को तोड़कर नहीं बनाई गई। कोर्ट ने मामले की सुनवाई करते हुए कमीशन गठित कर सर्वे का आदेश दिया। 19 नवंबर को ही सर्वे टीम ने पहली बार मस्जिद का निरीक्षण किया था। रविवार को टीम दूसरी बार सर्वे करने पहुंची। जिस पर विवाद हिंसा में बदल गया।
29 नवंबर को पेश की जाएगी रिपोर्ट
कोर्ट कमिश्नर की रिपोर्ट 29 नवंबर को पेश की जाएगी। तब तक शहर में सुरक्षा कड़ी रखी जाएगी और स्थिति सामान्य करने के प्रयास किए जा रहे हैं। सर्वे के बाद से जामा मस्जिद के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। जुमे की नमाज के दौरान शहर को छावनी में तब्दील कर दिया था, जिससे शांतिपूर्वक नमाज अदा हुई। रविवार की सुबह कोर्ट कमिश्नर दोबारा सर्वे करने पहुंचे तो बवाल शुरू हो गया।
Also Read
25 Nov 2024 11:55 AM
घटना में मारे गए दो युवकों की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट ने स्थिति को और स्पष्ट किया है। रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों मृतकों को 315 बोर की गोली लगी थी, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। और पढ़ें