संभल में मंदिर को मस्जिद बनाकर कब्जे का दावा गलत : 46 साल बाद ताला खुलने से सामने आई सच्चाई, जानिए पूरा मामला

46 साल बाद ताला खुलने से सामने आई सच्चाई, जानिए पूरा मामला
UPT | संभल में मंदिर को मस्जिद बनाकर कब्जे का दावा गलत

Dec 15, 2024 15:03

उत्तर प्रदेश के संभल जिले में एक खंडहर जैसे ढांचे से हनुमान जी की मूर्ति मिलने के बाद सोशल मीडिया पर कई तरह के दावे किए जा रहे हैं।

Dec 15, 2024 15:03

Sambhal News : उत्तर प्रदेश के संभल जिले में एक खंडहर जैसे ढांचे से हनुमान जी की मूर्ति मिलने के बाद सोशल मीडिया पर कई तरह के दावे किए जा रहे हैं। कुछ लोग दावा कर रहे हैं कि यह ढांचा एक मस्जिद था, जिसे वर्षों पहले कब्जा कर लिया गया था। वहीं, कुछ अन्य लोगों का कहना है कि इस मंदिर को मुस्लिम बस्ती होने के कारण मस्जिद बना दिया गया था। इस खबर को लेकर प्रशासन की ओर से सर्च ऑपरेशन चलाया गया था, और अब इस मामले में सच्चाई सामने आई है।

क्या है दावा?
सोशल मीडिया पर इस घटना को लेकर कई भ्रामक दावे किए गए हैं। एक प्रमुख दावा यह था कि हनुमान जी की मूर्ति मस्जिद में मिली है और सपा (समाजवादी पार्टी) के साथ सांठगांठ कर मुसलमानों ने मंदिर को मस्जिद बना दिया था। इसके अलावा, बीजेपी विधायक शलभ मणि त्रिपाठी ने भी यह दावा किया कि मुसलमानों ने इस प्राचीन मंदिर पर कब्जा कर लिया था।


सच्चाई क्या है?
नगर हिंदू सभा के संरक्षक विष्णु शरण रस्तोगी ने मीडिया से बातचीत करते हुए स्पष्ट किया कि यह ताला 1978 में हुए दंगे के बाद लगाया गया था, जब इलाके के हिंदू परिवारों ने पलायन कर लिया था। रस्तोगी ने बताया कि इस स्थान पर कभी कोई रोक-टोक नहीं थी, लेकिन उनकी आबादी धीरे-धीरे खत्म हो गई और सब लोग पलायन कर गए। जब उनसे पूछा गया कि क्या मुसलमानों ने ताला लगाया था, तो उन्होंने स्पष्ट किया कि ताला उनके भतीजे ने लगाया था, न कि मुसलमानों ने।
  मामले का दूसरा पक्ष
इसका दूसरा पक्ष ये भी है कि जब हिंदू परिवारों का पलायन हो गया, तो मुसलमानों ने मौके का फायदा उठाया और अतिक्रमण कर लिया। उन्होंने पीपल के पेड़ को काट दिया और कुएं को पाट दिया। एडीशनल एसपी ने इस पर कार्रवाई करने की बात कही है और अतिक्रमणकारियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने का आश्वासन दिया है। 

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