तिगरी मेला 2024 : हवन-पूजन व गंगा दुग्धाभिषेक में श्रद्धालुओं व अतिथियों ने लिया हिस्सा, हर तरफ दिखी आस्था

हवन-पूजन व गंगा दुग्धाभिषेक में श्रद्धालुओं व अतिथियों ने लिया हिस्सा, हर तरफ दिखी आस्था
UPT | तिगरी मेले में स्नान के लिए पहुंचे श्रद्धालु।

Nov 13, 2024 00:36

गंगा तट पर आयोजित तिगरी धाम गंगा मेला इस साल भी अपने धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व के कारण श्रद्धालुओं का केंद्र बन गया। इस मेले का शुभारंभ हवन-पूजन और गंगा दुग्धाभिषेक से हुआ, जिसमें प्रभारी मंत्री केपी मलिक, जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों ने भाग लिया।

Nov 13, 2024 00:36

Amroha News : गंगा तट पर आयोजित तिगरी धाम गंगा मेला इस साल भी अपनी भव्यता और धार्मिक महत्त्व से भक्तों के बीच आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। इस मेले का शुभारंभ हवन-पूजन और गंगा दुग्धाभिषेक के साथ हुआ, जिसमें  प्रभारी मंत्री केपी मलिक और प्रशासनिक अधिकारियों ने हिस्सा लिया। यह मेला जो विशेष रूप से कार्तिक पूर्णिमा के दिन शुरू हुआ, लाखों श्रद्धालुओं के लिए आस्था का प्रतीक बन गया है।

गंगा तट पर हवन और मंत्रोच्चारण से वातावरण भक्तिमय
तिगरी मेला की शुरुआत सोमवार को विधिवत हवन और पूजा से हुई, जिसे प्रमुख ब्राह्मणों ने गंगा तट पर आयोजित किया। गंगा शरण शर्मा, दयानंद शर्मा और ऋषभ शर्मा जैसे पंडितों के नेतृत्व में हवन किया गया, जिसमें भगवान गणेश और गंगा मैया का आह्वान किया गया। मंत्रोच्चारण से वातावरण भक्तिमय हो उठा और गंगा मैया के प्रति श्रद्धा और भक्ति का अद्वितीय दृश्य प्रस्तुत हुआ।

गंगा दुग्धाभिषेक और आरती के साथ मेले का शुभारंभ
मेले की शुरुआत के बाद, गंगा के जल का 21 लीटर दूध से अभिषेक किया गया। इस दौरान मंत्री केपी मलिक, जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों ने गंगा के पानी का आचमन किया और आशीर्वाद प्राप्त किया। उसके बाद गंगा की आरती की गई, जो एक दिव्य अनुभव था। इस दौरान गंगा तट मंत्रों और धार्मिक ध्वनियों से गूंज उठा, जिससे श्रद्धालुओं की आस्था और भक्ति में वृद्धि हुई।

आठ लाख श्रद्धालु गंगा में डुबकी लगाने के लिए पहुंचे 
इस साल के तिगरी गंगा मेले में करीब आठ लाख श्रद्धालु गंगा में डुबकी लगाने के लिए पहुंचे। श्रद्धालुओं का उत्साह और आस्था देखने लायक थी। गंगा में स्नान के बाद, श्रद्धालु शांति और पुण्य की प्राप्ति के लिए तिगरी मंदिर में पूजा अर्चना करते थे। प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे, ताकि श्रद्धालुओं को कोई समस्या न हो।

रात में मेला स्थल दूधिया रोशनी से नहा जाता है 
तिगरी मेला स्थल रात के समय भी दूधिया रोशनी से नहा जाता है। इस आकर्षक रोशनी के बीच, बच्चों के लिए झूले और खेल-कूद की दुकानें विशेष आकर्षण का केंद्र बनीं। इसके अलावा, चाट-पकोड़ी और चाइनीज खाने की दुकानें भी श्रद्धालुओं के लिए लुभावनी थीं। महिलाएं खरीदारी में व्यस्त दिखीं, और मेले में सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने भी लोगों का ध्यान आकर्षित किया।

युवा स्नान के बाद खेल रहे कबड्डी 
गंगा तट पर युवा वर्ग अपनी अलग दुनिया में व्यस्त है। गंगा में स्नान करने के बाद, वे कबड्डी और अन्य खेलों में व्यस्त हो जाते है। गंगा के रेतीले तट पर युवकों ने कबड्डी खेलकर समय बिताया, जबकि महिलाएं स्नान के बाद पारंपरिक पकवानों की तैयारी करती थीं। बुजुर्ग लोग गप्पें मारते हुए समय बिताते और ताश खेलते थे। यह विविधता इस मेले का मुख्य आकर्षण बनी।

बाजार गुलजार, महिलाओं ने की खरीदारी
मेला स्थल पर मीना बाजार महिलाओं से गुलजार रहा। दुकानों पर विविध प्रकार के सामान बिक रहे थे, और महिलाएं देर रात तक खरीदारी करती रहीं। यहां पर विभिन्न प्रकार के कपड़े, गहने, और अन्य घरेलू सामान उपलब्ध थे, जो खासकर महिलाओं के लिए आकर्षण का केंद्र बने।

अतिरिक्त अवकाश की मांग और प्रशासन की तैयारियां 
तिगरी गंगा मेले को देखते हुए, उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ ने 13 और 16 नवंबर को स्थानीय अवकाश की मांग की है। इस वर्ष मेले में करीब 20 लाख श्रद्धालुओं के आने की संभावना जताई जा रही है। प्रशासन ने छात्रों और श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए तैयारियां की हैं, ताकि किसी भी प्रकार की समस्या न हो।

श्रद्धालुओं का उमड़ा हुआ है सैलाब 
तिगरी गंगा मेला केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि आस्था, संस्कृति और एकता का प्रतीक बन गया है। इस मेले में लाखों श्रद्धालुओं का उमड़ा हुआ सैलाब और उनके साथ साझा किए गए धार्मिक अनुभव, इस आयोजन को एक अनूठा और अविस्मरणीय बनाते हैं। प्रशासनिक तैयारी और सुरक्षा व्यवस्था ने इस मेले को और भी सफल बना दिया है। सभी भक्तों ने इस आयोजन को श्रद्धा और उमंग के साथ मनाया, और यह मेला अगले वर्षों में भी अपने आस्थावान स्वरूप में आयोजित होने की उम्मीद जताता है।

सीपीया गंगा घाट पर लगने वाला मेला
मंडी धनौरा में सीपीया गांव में भी गंगा मेले की तैयारियां शुरू हो गई हैं। यहां कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर गंगा मेला आयोजित किया जाएगा। मेले के दौरान मीना बाजार, झूले, और मनोरंजन के अन्य साधन श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र होंगे। पुलिस प्रशासन और मेला कमेटी ने सभी व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया और मेला स्थल को भक्तों के लिए सुरक्षित बनाने की दिशा में कदम उठाए हैं।  

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