बसपा सुप्रीमो मायावती ने रितेश पांडे के इस्तीफे पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की है। मायावती ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए पार्टी नेताओं को कड़ा संदेश दिया है। उन्होंने X पर लिखा...
मायावती का कड़ा संदेश : पार्टी की नीति व कार्यशैली पूंजीवादी पार्टियों से अलग, बीएसपी का पार्टी हित सर्वोपरि
Feb 25, 2024 12:35
Feb 25, 2024 12:35
- अब बीएसपी के सांसदों को इस कसौटी पर खरा उतरने के साथ ही स्वंय जांचना है कि क्या उन्होंने अपने क्षेत्र की जनता का सही ध्यान रखा?
- मीडिया द्वारा यह सब कुछ जानने के बावजूद इसे पार्टी की कमजोरी के रूप में प्रचारित करना अनुचित। बीएसपी का पार्टी हित सर्वोपरि
2. अब बीएसपी के सांसदों को इस कसौटी पर खरा उतरने के साथ ही स्वंय जाँचना है कि क्या उन्होंने अपने क्षेत्र की जनता का सही ध्यान रखा? क्या अपने क्षेत्र में पूरा समय दिया? साथ ही, क्या उन्होंने पार्टी व मूवमेन्ट के हित में समय-समय पर दिये गये दिशा-निर्देशों का सही से पालन किया है?
— Mayawati (@Mayawati) February 25, 2024
उन्होंने आगे लिखा-अब बीएसपी के सांसदों को इस कसौटी पर खरा उतरने के साथ ही स्वंय जांचना है कि क्या उन्होंने अपने क्षेत्र की जनता का सही ध्यान रखा? क्या अपने क्षेत्र में पूरा समय दिया? ऐसे में अधिकतर लोकसभा सांसदों का टिकट दिया जाना क्या संभव, खासकर तब जब वे स्वंय अपने स्वार्थ में इधर-उधर भटकते नजर आ रहे हैं व निगेटिव चर्चा में हैं। मीडिया द्वारा यह सब कुछ जानने के बावजूद इसे पार्टी की कमजोरी के रूप में प्रचारित करना अनुचित। बीएसपी का पार्टी हित सर्वोपरि।
राजनीतिक परिदृश्य को नया आकार दे सकता है इस्तीफा
जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो रही है, राजनीतिक परिदृश्य बदलता जा रहा है, हर पार्टी प्रभुत्व के लिए प्रतिस्पर्धा कर रही है। बसपा से रितेश पांडे का इस्तीफा लोकसभा चुनाव से पहले भारत में राजनीतिक परिदृश्य को नया आकार दे सकता है। उनके भाजपा में जाने की अफवाहों के रणनीतिक निहितार्थ महत्वपूर्ण हैं, जो भारतीय राजनीति में तीव्र प्रतिस्पर्धा और बदलती निष्ठाओं को उजागर करते हैं।
राजनीतिक रणनीतियां पूरे जोरों पर
अंबेडकर नगर से संसद सदस्य और बहुजन समाज पार्टी (BSP) के एक प्रमुख व्यक्ति रितेश पांडे ने अपना इस्तीफा दे दिया है। यह कदम न केवल मायावती के नेतृत्व वाली बसपा के लिए एक बड़ा झटका है, बल्कि पांडे के भाजपा में शामिल होने की अफवाहों के बीच भारतीय जनता पार्टी (B J P) के लिए संभावित लाभ का भी संकेत देता है। यह ऐसे समय में हुआ है जब राजनीतिक रणनीतियां पूरे जोरों पर हैं, पार्टियां आगामी चुनावों में अपना गढ़ सुरक्षित करने के लिए सावधानीपूर्वक योजना बना रही हैं। गौरतलब है कि इसी महीने पीएम मोदी से लंच पर मुलाकात के बाद उन्होंने सोशल मीडिया पर उनकी तारीफ की थी। इस पोस्ट से उनके भाजपा में शामिल होने की अटकलें तेज हो गई थीं।
रितेश पांडे ने समय न देने का आरोप लगाया
रितेश पांडे ने रविवार को मायावती के नेतृत्व वाली बसपा से अपने इस्तीफे की घोषणा की सुबह एक सोशल मीडिया पोस्ट में की।खबर है कि पांडे रविवार को बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। पार्टी प्रमुख मायावती को लिखे अपने इस्तीफे में उन्होंने पार्टी नेताओं को धन्यवाद दिया साथ ही उन्होंने बसपा सुप्रीमो मायावती पर मिलने का समय न देने का आरोप लगाया है। रितेश पांडे ने पत्र लिखकर बसपा की सदस्यता से इस्तीफा दिया है।
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