समिति एक सप्ताह के अंदर अपनी रिपोर्ट पेश करेगी जिसके बाद फैसला लिया जाएगा। एनटीए महा निदेशक सुबोध कुमार सिंह ने कहा कि हमने सभी चीजों का पारदर्शी तरीके से विश्लेषण किया है और परिणाम...
NEET-UG Result 2024 : एनटीए ने चार सदस्यीय समिति को सौंपी NEET विवाद की जांच, एक हफ्ते में मांगी रिपोर्ट
Jun 09, 2024 13:25
Jun 09, 2024 13:25
- ग्रेस मार्क्स का मूल्यांकन करने के लिए चार सदस्यीय समिति का गठन किया गया
- 16,000 उम्मीदवार प्रश्नपत्रों के गलत वितरण की वजह से प्रभावित हुए
- सुबोध कुमार सिंह ने कहा कोई पेपर लीक नहीं हुआ है
एनटीए महा निदेशन के प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दी जानकारी
सुबोध कुमार ने कहा, यह परीक्षा दुनिया या देश की सबसे बड़ी प्रतियोगी परीक्षा है, जो कि एक ही पाली में कराई जाती है। इसमें करीब 24 लाख उम्मीदवार थे और 4,750 केंद्र बनाए गए थे। इस परीक्षा का पैमाना काफी बड़ा है। करीब छह परीक्षा केंद्रों ( मेघालय, बहादुरगढ़ (हरियाणा), दंतेवाड़ा, बालोद (छत्तीसगढ़), सूरत (गुजरात)और चंडीगढ़) के पर प्रश्नपत्रों के गलत वितरण की वजह से लगभग 16,000 परीक्षार्थी प्रभावित हुए। जहां के उम्मीदवारों का आरोप है कि उन्हें कम समय मिला। हमने उच्च न्यायालय में जवाब दिया कि हमने विशेषज्ञों की एक शिकायत निवारण समिति बनाई है जो कि परीक्षा केंद्र से रिपोर्ट, सीसीटीवी फुटेज सहित समय की बर्बादी के विवरण की जांच करेगी।
इस शिकायत निवारण समिति में यूपीएससी के पूर्व अध्यक्ष और अन्य शिक्षाविद शामिल हैं। ये समिति एक सप्ताह के अंदर अपनी रिपोर्ट पेश करेगी जिसके बाद फैसला लिया जाएगा। एनटीए महा निदेशक सुबोध कुमार सिंह ने कहा कि हमने सभी चीजों का पारदर्शी तरीके से विश्लेषण किया है और परिणाम घोषित किए हैं। उन्होंने आगे बताया कि 4,750 केंद्रों में से सिर्फ छह केंद्रों पर ही समस्या थी और 24 लाख उम्मीदवारों में से 1,600 परीक्षार्थी प्रभावित हुए हैं। पूरे देश में इस परीक्षा की शुचिता से समझौता नहीं किया गया है। हमने अपने सिस्टम का विश्लेषण किया है जिसमें पता चला है कि कोई पेपर लीक नहीं हुआ है। सुबोध कुमार सिंह ने आगे कहा कि जिन नीट अभ्यार्थियों को ग्रेस अंक दिए गए हैं उनके परिणाम में संशोधन किया जा सकता है, इससे उनकी प्रवेश प्रक्रिया प्रभावित नहीं होगी। NEET-UG ग्रेस मार्क्स के विवाद की समीक्षा करने वाली समिति एक हफ्ते के अंदर अपनी रिपोर्ट पेश करेगी।
परीक्षा को लेकर उठाए जा रहे सवाल
गौरतलब है कि 5 मई 2024 तो एनटीए ने नीट-यूजी की परिक्षा कराई थी। इस दौरान 14 विदेशी केंद्रों सहित 571 शहरों में 4750 केंद्रों पर इस परीक्षा का आयोजन किया गया था। परीक्षा के लिए 14 लाख 6 हजार अभ्यार्थियों ने पंजीकरण कराया था। हाल ही में 4 जून को परीक्षा के नतीजों की घोषणा की गई। जिसके बाद से रिजल्ट को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं कि एनटीए ने 1563 उम्मीदवारों को ग्रेस मार्क्स दिए हैं। ऐसे में आरोप लगाया जा रहा है कि 67 छात्रों की ऑल इंडिया रैंक वन आई है। यानी कि 720 में से 720 अंक मिले हैं। वहीं आंसर-की के जारी होने के कुछ ही देर बाद रिजल्ट भी जारी कर दिया गया। लेकिन आमतौर पर ऐसा नहीं होता। इस बीच रिजल्ट में गड़बड़ियों के विरोध में दिल्ली और कलकत्ता हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई। परीक्षा में टॉपर्स की बढ़ी संख्या, मार्किंग स्कीम से अलग ग्रेस मार्क्स देना, आंसर-की में बदलाव और परीक्षा से पहले ही पेपर लीक होने जैसे आरोप लगाए गए हैं।
अंकों को लेकर भी उठे सवाल
वहीं इस बार नीट का कटऑफ 137 से बढ़कर 164 अंकों पर पहुंच गया है। जो कि असंभव है, क्योंकि नीट की परीक्षा 720 अंकों की होती है और सही सवाल पर 4 अंक मिलते हैं। जबकि हर गलत जवाब पर एक निगेटिव मार्किंग होती है। यानी कि अगर कोई छात्र प्रश्न का सही जवाब देता है तो 720 अंक आएंगे। लेकिन अगर वो एक भी सवाल छोड़ देता है तो उसे 716 अंक ही मिलेंगे। जबकि एक गलत जवाब देने पर 715 अंक होंगे। यही वजह है कि 718 या 719 अंक प्राप्त कर पाना मुश्किल है।
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