AI in Engineering : 2025 को 'आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस' का वर्ष बनाएगा भारत, 40 लाख छात्रों को एआई में दक्ष करेगा एआईसीटीई

2025 को 'आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस' का वर्ष बनाएगा भारत, 40 लाख छात्रों को एआई में दक्ष करेगा एआईसीटीई
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Dec 24, 2024 12:34

AICTE ने सभी इंजीनियरिंग कॉलेजों से 31 दिसंबर तक अपनी योजनाओं को भेजने का निर्देश दिया है। जिनके तहत कॉलेजों को एआई के विभिन्न पहलुओं में कोर्सेज और रिसर्च प्रोग्राम शुरू करने होंगे।

Dec 24, 2024 12:34

New Delhi News : भारत सरकार और अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) ने 2025 को 'आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस' (एआई) का वर्ष घोषित करने की घोषणा की है। यह निर्णय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'आत्मनिर्भर भारत' और 'विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में भारत को वैश्विक नेतृत्व प्रदान करने' के दृष्टिकोण के तहत लिया गया है। इस पहल का उद्देश्य भारत को विश्वगुरु बनाने के लिए इंजीनियरिंग कॉलेजों में एआई को एक केंद्रीय विषय के रूप में स्थापित करना है, जिससे भारत अपनी युवा शक्ति का लाभ उठाकर आने वाले समय में एआई कार्यबल तैयार कर सके।

सभी इंजीनियरिंग कॉलेजों से 31 दिसंबर तक योजना भेजने की मांग
AICTE ने सभी इंजीनियरिंग कॉलेजों से 31 दिसंबर तक अपनी योजनाओं को भेजने का निर्देश दिया है। जिनके तहत कॉलेजों को एआई के विभिन्न पहलुओं में कोर्सेज और रिसर्च प्रोग्राम शुरू करने होंगे। इन योजनाओं में एआई, इनोवेशन और शिक्षा के क्षेत्र में भारत को विश्वगुरु बनाने के लिए वर्षभर कार्यक्रमों के आयोजन की बात की जाएगी। इस दौरान कैंपस में कई कार्यशालाएं, सेमिनार, हैकथॉन और कैरियर काउंसलिंग जैसे कार्यक्रम आयोजित होंगे, ताकि छात्रों को एआई के प्रति जागरूक किया जा सके और उन्हें इसके व्यावहारिक पहलुओं से अवगत कराया जा सके।

AICTE के प्रोफेसर ने बताया...
AICTE के अध्यक्ष प्रोफेसर टीजी सीताराम ने इस पहल को लेकर कहा, "हम 2025 को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के वर्ष के रूप में समर्पित कर रहे हैं, और इस दृष्टिकोण से एकजुट होकर हमें भविष्य के लिए तैयार कार्यबल का निर्माण करना है। भारत को एआई नवाचार, नैतिकता और शिक्षा में वैश्विक नेता के रूप में आकार देने का यह समय है। इससे न केवल आत्मनिर्भरता को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि समृद्धि का भी मार्ग खुलेगा।"

40 लाख छात्रों को एआई में दक्ष बनाया जाएगा
इस पहल के अंतर्गत 14,000 इंजीनियरिंग कॉलेजों के लगभग 40 लाख छात्रों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में प्रशिक्षित किया जाएगा। इस कार्यक्रम के तहत कॉलेजों को एआई मल्टी डिसिप्लिनरी कोर्स और रिसर्च प्रोग्राम स्थापित करने होंगे। इसके साथ ही, इंडस्ट्री की डिमांड के आधार पर एआई लैब्स स्थापित की जाएंगी, ताकि छात्रों को प्रैक्टिकल अनुभव मिल सके। इसके अलावा एआई जागरूकता बढ़ाने के लिए हैकथॉन, वर्कशॉप, विशेषज्ञों के विशेष एआई लेक्चर और एआई आधारित कैरियर काउंसलिंग प्रोग्राम भी चलाए जाएंगे।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का महत्व
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) एक ऐसी तकनीक है। जो मशीनों और कंप्यूटरों को इंसानों की तरह सोचने, समझने और निर्णय लेने की क्षमता प्रदान करती है। AI का मुख्य उद्देश्य है मशीनों को इस काबिल बनाना कि वे डेटा का विश्लेषण करके समस्याओं को हल कर सकें।  भविष्यवाणी कर सकें और कार्यों को स्वचालित कर सकें। यह तकनीक अब हर क्षेत्र में क्रांति ला रही है, चाहे वह चिकित्सा, शिक्षा, वाणिज्य, बैंकिंग, परिवहन या कोई और उद्योग हो।

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