वैक्सीन के खुलासे के बाद विपक्ष ने सत्ताधारी सरकार को घेरते हुए वैक्सीन बनानेवाली कंपनी से राजनीतिक चंदा वसूलकर जनता की जान की बाज़ी लगाने का आरोप लगाया है।
वैक्सीन पर राजनीति : अखिलेश का सत्ताधारी दल पर गंभीर आरोप, कहा- चंदे के लिए सरकार ने जोखिम में डाली जनता की जान
May 01, 2024 12:53
May 01, 2024 12:53
अखिलेश ने एक्स पर क्या लिखा
Covishield Vaccine को लेकर छिड़े बवाल के बीच अखिलेश यादव ने एक्स पर लि्खा कि एक व्यक्ति को 2 वैक्सीन के हिसाब से लगभग 80 करोड़ भारतीयों को कोविशील्ड वैक्सीन दी गयी है, जिसके बारे में उसका मूल फ़ार्मूला बनानेवाली कंपनी ने कहा है कि इससे हार्ट अटैक यानी हृदयघात का ख़तरा हो सकता है। जिन लोगों ने वैक्सीन के साइड एफ़ेक्ट के कारण अपनों को खोया है या जिन्हें वैक्सीन के दुष्परिणामों की आशंका थी, अब उनका शक़ और डर सही साबित हुआ है। लोगों की ज़िंदगी से खिलवाड़ करनेवालों को जनता कभी माफ़ नहीं करेगी। ऐसी जानलेवा दवाइयों को अनुमति देना किसी की हत्या के षड्यंत्र के बराबर है और इसके लिए ज़िम्मेदार सभी पर आपराधिक मुक़दमा चलना चाहिए। सत्ताधारी दल ने वैक्सीन बनानेवाली कंपनी से राजनीतिक चंदा वसूलकर जनता की जान की बाज़ी लगायी है। न क़ानून कभी उन्हें माफ़ करेगा, न जनता। इस मामले में सर्वोच्च स्तर पर न्यायिक जाँच हो।
कोरोना वैक्सीन को लेकर खुलासाएक व्यक्ति को 2 वैक्सीन के हिसाब से लगभग 80 करोड़ भारतीयों को कोविशील्ड वैक्सीन दी गयी है, जिसके बारे में उसका मूल फ़ार्मूला बनानेवाली कंपनी ने कहा है कि इससे हार्ट अटैक यानी हृदयघात का ख़तरा हो सकता है। जिन लोगों ने वैक्सीन के साइड एफ़ेक्ट के कारण अपनों को खोया है या जिन्हें…
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) May 1, 2024
कोरोना वैक्सीन को लेकर एक कानूनी मामले में एस्ट्राजेनेका ने कबूल किया कि कोविशील्ड और वैक्सजेवरिया ब्रांड के नाम से दुनियाभर में बेची जाने वाली वैक्सीन लोगों में खून के थक्के जमने समेत कई दुष्प्रभाव पैदा कर सकती है। अगर दूसरे शब्दों में कहें तो यह हार्ट अटैक, ब्रेन स्ट्रोक और प्लेटलेट्स गिरने का कारण बन सकती है। जिसके आगे इसके साथ कंपनी ने यह भी जोड़ा कि ऐसा बेहद दुर्लभ मामलों में ही होगा और आम लोगों को डरने की जरूरत नहीं है।
कंपनी ने कबूला आरोप
यूके हाई कोर्ट में अपना जवाब दाखिल करते हुए कंपनी ने स्वीकार किया कि बेहद दुर्लभ मामलों में उनकी वैक्सीन थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम (TTS) की वजह बन सकता है। जिसके कारण लोगों को हार्ट अटैक या ब्रेन स्ट्रोक हो सकता है। इस कबूलनामे के बावजूद कंपनी लोगों की मुआवजे की मांग का विरोध कर रही है। कंपनी का कहना है कि इतने बड़े लेवल पर टीकाकरण के बाद कुछ लोगों में यह समस्या हो सकती है।
Also Read
24 Nov 2024 06:00 AM
Lucknow (UPT Desk) : बदलाव की यात्रा में तेजी से आगे बढ़ते उत्तर प्रदेश में हमारे आसपास क्या बदल रहा है, आपको इस बुलेटिन में बताएंगे। पिछले 24 घंटों में राज्य में कुछ ऐसे फैसले और आदेश हुए हैं जो हम पर असर डालेंगे तो कुछ ऐसी जानकारियां भी हैं, जिन्हें जानना जरूरी है। और पढ़ें