भारत रत्न चौधरी चरण सिंह : पोते जयंत को राष्ट्रपति मुर्मू ने सौंपा सम्मान, पूर्व प्रधानमंत्री भ्रष्टाचार के विरोधी थे, किसानों के मसीहा कहलाए

पोते जयंत को राष्ट्रपति मुर्मू ने सौंपा सम्मान, पूर्व प्रधानमंत्री भ्रष्टाचार के विरोधी थे, किसानों के मसीहा कहलाए
UPT | jayant chaudhary

Mar 30, 2024 13:51

बता दें कि देश के पांचवें प्रधानमंत्री, उत्तर प्रदेश के 5वें मुख्यमंत्री और किसानों के अधिकार और उनके कल्याण के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित करने वाले चरण सिंह का मरणोपरांत भारत रत्न सम्मान उनके ग्रैंड सन जयंत चौधरी...

Mar 30, 2024 13:51

New Delhi News : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शनिवार (30 मार्च) को चौधरी चरण सिंह समेत देश की 4 शख्सियतों को भारत रत्न से सम्मानित किया गया। बता दें कि यह सम्मान देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। जिन 4 शख्सियतों को सम्मानित किया गया, इनमें पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह, पी.वी. नरसिम्हा राव, कृषि वैज्ञानिक डॉ एमएस स्वामीनाथन और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर शामिल हैं।

पोते ने रिसीव किया सम्मान
बता दें कि देश के पांचवें प्रधानमंत्री, उत्तर प्रदेश के 5वें मुख्यमंत्री और किसानों के अधिकार और उनके कल्याण के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित करने वाले चरण सिंह का मरणोपरांत भारत रत्न सम्मान उनके ग्रैंड सन जयंत चौधरी के हाथों में दिया गया है।

सम्मान पर सियासी घमासान
मालूम हो कि पीएम मोदी ने 9 फरवरी को डॉ एमएस स्वामीनाथन, पीवी नरसिम्हा राव और चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न (मरणोपरांत) देने का ऐलान किया था। और उसके बाद के कई सियासी घमासान देखने को मिले थे। तो आइए उन सभी घटनाक्रम पर एक नजर डालते हैं और जानते हैं कि जब सम्मान का ऐलान हुआ तो प्रदेश समेत देश भर में किस तरह की राजनीति हुई।

राजनीतिक समीकरण साधने के लिए दिया गया सम्मान
चौधरी चरण सिंह अपने वक्त कद्दावर नेताओं से एक थे। बड़ी संख्या में लोग उन्हें पसंद करते थे। लोकसभा के चुनाव सिर पर है और ऐसे में जब पीएम ने उनके नाम का ऐलान भारत रत्न के लिए घोषित किया तो विपक्षी पार्टियां इसे राजनीति का नाम देने लगी। जाहिर है, इस बार मुकाबला तगड़ा है। इस बार बीजेपी उत्तर प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीटें जीतने की रणनीति पर काम कर रही है। ऐसे में जनमानस का प्यार साथ ही बड़े नेताओं को अपने में शामिल करना बीजेपी के लिए काफी जरूरी है। चौधरी चरण सिंह भारत देना भी इसी ओर इशारा करता है कि बीजेपी ने चुनावी समीकरण साधने की कोशिश की है।

जयंत के बदले थे सुर
बता दें कि पीएम मोदी द्वारा 9 फरवरी को भारत रत्न का ऐलान किया गया। जिसमें चौधरी चरण सिंह समेत और भी तीन नाम शामिल थे। उसके बाद 12 फरवरी को राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने INDIA गठबंधन को झटका देते हुए यह ऐलान करते है कि  उनकी पार्टी ने एनडीए के साथ जाने का फैसला लिया है।

बता दें कि यह वहीं जयंत चौधरी है उन्होंने एनडीए में शामिल होने की अटकलों को खारिज कर दिया था, भारत रत्न के ऐलान से पहले, लेकिन जब सम्मान का ऐलान किया गया तो एनडीए में शामिल होने को लेकर किए गए मीडिया के सवालों पर जयंत ने कहा कि अब मै किस मुंह से मना करुगा। जयंत चौधरी ने तब कहा था कि चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न से नवाजा गया है। ये मेरे लिए मेरे परिवार और किसान समुदाय के लिए बहुत बड़ा सम्मान है।

आडवाणी को कल दिया जाएगा सम्मान
बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को भी भारत रत्न का सम्मान मिलना था, लेकिन शनिवार (30 मार्च) को वह  राष्ट्रपति भवन में उपस्थित नहीं हुए बल्कि 31 मार्च को राष्ट्रपति उनके घर जाकर उन्हें सम्मानित करेंगी। आडवाणी को छोड़कर सभी 4 शख्सियतों को मरणोपरांत भारत रत्न दिया गया। इनके परिजनों ने राष्ट्रपति से सम्मान लिया।

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