बीते कुछ समय में देश में साइबर अपराध के मामले बढ़े हैं। इसमें बड़ी संख्या डिजिटल अरेस्ट के मामलों की है। आए दिन ऐसे मामले सामने आ रहे हैं, जहां कॉल करने वाला व्यक्ति खुद को क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताकर लोगों को अपना शिकार बना रहा है।
हैलो! मैं क्राइम ब्रांच से बोल रहा हूं : एक फोन कॉल से साफ हो जाता है बैंक अकाउंट, जानें ऐसी स्थिति में क्या करें
Jul 24, 2024 16:42
Jul 24, 2024 16:42
- साइबर स्कैम के बढ़ रहे हैं मामले
- डिजिटल अरेस्ट कर रहे ठगी
- हर रोज इजाद हो रहे नए तरीके
कैसे धमकाते हैं साइबर स्कैमर्स?
सुनने में शायद आपको लगता हो कि आखिर इतनी जागरुकता फैलाए जाने के बावजूद कोई इन साइबर अपराधियों की बातों में आ कैसे जाता है, लेकिन ये उतना भी साधारण नहीं है। एक नया तरीका जो आजकल इस्तेमाल किया जा रहा है, पहले उसके बारे में आपको बताते हैं। इसमें खुद को क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताने वाला शख्स आपका नाम लेते हुए कहता है कि आप अपने फोन में गंदी तस्वीरें और वीडियो देखते हैं और इसके लिए आपको गिरफ्तार किया जाएगा। इस पर आपको तरह-तरह से धमकी दी जाएगी और फिर आपके इसी डर का फायदा उठाकर आपके बैंक डिटेल से जुड़ी सारी जानकारी हासिल कर ली जाएगी।
नोएडा के इंजीनियर के साथ ठगी
साइबर फ्रॉड का सबसे नया तरीका लोगों को डिजिटल अरेस्ट कर लेना है। इस दौरान आप पर मानसिक रूप से इतना दबाव बना दिया जाता है कि आप कुछ और सोच-समझ ही नहीं पाते। नोएडा में एक मल्टीनेशनल कंपनी में काम करने वाले इंजीनियर के साथ भी जून महीने में फ्रॉड हुआ था। आरोपियों ने उन्हें फोन कर कहा कि आपके आधार कार्ड पर एक पार्सल ताइवान भेजा जा रहा है, जिसमें विदेशी मुद्रा और ड्रग्स समेत कई आपत्तिजनक चीजें मिली हैं। इसके बाद केस दर्ज करने और जांच के नाम पर इंजीनियर को डिजिटल अरेस्ट कर लिया गया। उस पर तरह-तरह से दबाव बनाकर 20 लाख रुपये ऐंठ लिए गए। जब तक पीड़ित का मामले की सत्यता का पता चलता, तब तक काफी देर हो चुकी थी।
कैसे करें इन अपराधियों का सामना?
यहां एक बात आपको स्षष्ट रूप से समझ लेनी जरूरी है कि साइबर फ्रॉड के लिए अगर आपके पास किसी का फोन आता है, तो कॉल करने वाला अपराधी पहले से ही आपके बारे में जरूरी जानकारी जुटाए रखता है, ताकि आपको गुमराह किया जा सके। ऐसे में आपको ये बात गांठ बांध लेनी है कि कुछ भी हो जाए, पर आपको घबराना नहीं है। दुनिया में किसी भी देश की पुलिस या कोई भी एजेंसी के पास ये अधिकार नहीं है कि वह आपको वीडियो कॉल पर या डिजिटली अरेस्ट कर सके। किसी भी देश में ऐसा कोई कानून नहीं है। दूसरी बात ये कि आजकल AI की मदद से ऐसी कई तस्वीरें, वीडियो या आवाज बनाए जा सकते हैं, जो आपके घर-परिवार, दोस्त-रिश्तेदार जैसे हूबहू दिखेंगे। इसलिए अगर कभी भी आपके पास कोई ऐसा फोन-कॉल आए, जिसमें आपके खिलाफ किसी तरह की आपराधिक केस दर्ज करने की बात कही जाए, या आपके परिवार के किसी सदस्य के गिरफ्तार होने की बात कही जाए, या किसी भी रूप में आपसे पैसे की डिमांड की जाए तो उस कॉल पर कतई भरोसा न करें, भले ही वह आपको बदले में कितने भी सबूत दिखा दे। ऐसे कॉल को तुरंत काट दें और नंबर को ब्लॉक कर दें। अगर संभव हो तो अपने नजदीकी साइबर थाने में इसके खिलाफ शिकायत भी दर्ज करवा दें। याद रखें, देश-दुनिया की कोई भी पुलिस आपको कभी भी फोन पर केस की जांच करने को नहीं कहेगी।
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