दिल्ली-एनसीआर में रविवार को भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए। ये भूंकप रविवार की शाम करीब 4:19 बजे आया। इसका केंद्र पश्चिमी दिल्ली में रहा। हालांकि इसकी तीव्रता इतनी कम थी कि ज्यादातर लोगों को इसका अहसास तक नहीं हुआ।
एनसीआर में लगे भूकंप के झटके : पश्चिमी दिल्ली में था केंद्र, जानिए क्या थी इसकी तीव्रता
May 05, 2024 21:08
May 05, 2024 21:08
- एनसीआर में लगे भूकंप के झटके
- पश्चिमी दिल्ली में था केंद्र
- किसी तरह का नुकसान नहीं
किसी तरह का नुकसान नहीं
भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल में 2 मापी गई। यहीं कारण है कि बेहद कम लोगों को ही इसका अहसास हुआ। आपको बता दें कि सामान्य तौर पर रिक्टर स्केल पर 3 या उससे कम तीव्रता के भूकंप महसूस नहीं होते। यही कारण है कि इसमें किसी तरह का कोई नुकसान भी नहीं होता है। हालांकि यह भी ब़ड़ी बात है कि दशकों बाद दिल्ली में भूकंप का केंद्र बना है।
दिल्ली-गाजियाबाद खतरनाक क्षेत्र
भारत को भूंकप के खतरे के लिहाज से जोन 2, जोन 3, जोन 4 और जोन 5 में बांटा गया है। भूकंप की संवेदनशीलता के हिसाब से जोन 5 सबसे खतरनाक है। बुंलदशहर, देवरिया, गोरखपुर, मुरादाबाद, पीलीभीत और दिल्ली समेत कई शहर जोन 4 में आते हैं। वहीं असम, मणिपुर और नागालैंड के कुछ जिले जोन 5 में आते हैं। वैज्ञानिक पहले से ही दिल्ली-एनसीआर में बड़े भूकंप की आशंका जाहिर कर चुके हैं।
दिल्ली की जमीन के नीचे कई फॉल्ट
वैज्ञानिक बताते हैं कि दिल्ली-एनसीआर भूकंप के लिहाज से काफी संवेदनशील जगह है। इसकी वजह है कि यहां की जमीन के नीचे कई फॉल्ट हैं, जो किसी भी दिन बड़े भूकंप का कारण बन सकते हैं। इसमें दिल्ली-मुरादाबाद सबसे बड़ी फॉल्ट लाइन है। वहीं मथुरा फॉल्ट लाइन और सोहना फॉल्ट लाइन भी बड़े फॉल्ट हैं। न सिर्फ दिल्ली, बल्कि 7 लाख वर्ग किलोमीटर में फैला सिन्धु-गंगा का मैदान ही भूकंप के लिहाज से काफी संवेदनशील है।
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